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दूसरों को धोखा देकर कमाने वाले सुखी क्यों दिखाई देते है? आज दुःख देने का स्थूल परिणाम क्या प्राप्त होता है? अच्छा व्यवहार करने पर भी आज लोग दु:खी क्यों होते है?
Transcript
00:00बहुत सारे लोग जिन्दगी में बहुत धोका देखे और ट्रिक करके पैसा कमाते हैं
00:06और दुसरों को परिशान करके दुख करके बहुत सब कुछ करते हैं
00:10लिक़ने संसार में यही दिकता है कि उनका जीवन बहुत सूख से निकल रहा है
00:16और उनको उसका कुछ थूल का कुछ मिलता नहीं है,
00:19फल मिलते दिखाई नहीं देता है.
00:22तो एसे में ऐसा लगता है कि
00:23संसार में लोगों को तो देखने में ये ही लगता होगा
00:25कि अगर ऐसे तो सब करेंगे अपन,
00:27और मजे में रहते हैं,
00:28बुड़ा जीवन मजे में निकलता हैं,
00:30तो इस जनम का अपन को स्थूल में,
00:32इसी जनम में दिखाई क्यों नहीं देता है लोगों का?
00:34अगर आपने देखा है,
00:36उसका इतना ही देखते हैं,
00:37देखो, दो नुमर का पेसा लाता है,
00:39मजा करता है,
00:40और सारी जिनगी का इसाप देखा नहीं आपने,
00:42और दूसरी बात,
00:44दूसरी बात,
00:45बात सच्ची क्या है,
00:46अध्यात्मद रश्टी क्या है,
00:47पापानो बंदी पुन्या,
00:49यहने पाप बानता है,
00:51और पुर्वभो की पुन्या का फल आज बुगत रहा है,
00:55और आप गोटाला करता है,
00:57वो पाप बानता है,
00:58वो पाप का फल दूसरे जनम आएगा,
01:00गधे में, कुटे में जाएगा,
01:01हमें दिखाई नहीं देता,
01:03वो कहां गया,
01:05तो यह पाप का फल उसको आएगा,
01:07वो हमें नहीं मालुम है क्या आएगा,
01:09और आएगा ही आए,
01:10तो यह पापानु बंदी पुन्य बोला जाता है,
01:12तो पाप बान रहा है,
01:15और पुन्य भुगत रहा है,
01:17और कल्युग है नहीं,
01:1885% लोग ऐसे ही बान रहे,
01:22पाप बान देंगे,
01:23और जानवर गती में चले जाएंगे,
01:25दादा जी की भाषा में,
01:26दादा जी क्या बता है,
01:27more than 85%
01:30return ticket लेके आए,
01:31जानवर में से आए हैं,
01:32जानवर में चले जाएंगे,
01:34और मनुष्यमें आके,
01:35गोटाला का काम करेंगे,
01:37वापस चले जाएंगे,
01:38यहने क्या है,
01:39पाप बान के अदो गती में जाएंगे,
01:42और पुन्य का,
01:44कुछ चोटी मुटी पुन्य की होगी,
01:45तो इसका फल बुगत रहा है,
01:48और दूसरा हिसाब ऐसा है,
01:49पुन्यानु बंदी पुन्या,
01:51पापानु बंदी पुन्या,
01:53पापानु बंदी पाप,
01:54यह सब पाप और पुन्या का हिसाब वाला जगत है,
01:56हमें तो एक ही दिखता है,
01:58फल वाला,
01:59result वाला पार्ट दिखता है जगत में,
02:01causes वाला पार्ट दिखता नहीं है,
02:03और घ्यानी की द्रश्टी से देखेंगे,
02:05तो ही समझ में आएगा.
02:07तो पुझिश्टी, लेकिन स्थूल का तो अपनको फल दिखाई देता है,
02:11कुछ लोग अगर स्थूल में किसी को मार पीट के कुछ करते हैं,
02:14किसी के साथ बुरा करके कुछ करते हैं,
02:17फिजिकली मतलब, अगर स्थूल का कुछ बुरा करके,
02:20तो वो भी नहीं दिखाई देता है, उनका स्थूल में.
02:21देखो, उसके भीतर में अंतर शान्ती होगी,
02:25जीरो परसंद, नहीं होगी,
02:27कितना, दूसरे का पड़ा लेने का है,
02:29दूसरे का खींच लेने का है, दूसरे का नुक्षा,
02:31सारे दिन जलन होता है,
02:33शान्ती का रोटी नहीं खा सकेगा,
02:36कोई लोग बोलते है, हमारे पास कम है,
02:38पर शान्ती है दिल में,
02:40घर में भी शान्ती है, क्लेश नहीं है हमारे,
02:43तो ये शान्ती नहीं मिलेगी उसको,
02:45क्लेश नहीं, क्लेश और
02:47कैसे किसी का खिंच के लाओ,
02:49कैसे किसी को नुक्षान करके हमारा मजा कर लो,
02:52और उसको मालूम ही नहीं कि मैं गलत करता हूँ,
02:54बस मजा करनी है,
02:56और उसको मालूम नहीं है कि दो पाउं में से चावर पाउं में जाना पड़ेगा,
02:59और खाने, पेने की तकलीब पड़ेगी,
03:02और मनुष्य में आएगा, तो नौगरी का ठिकान आए नहीं पड़ेगा,
03:05सारी जिनगी दुखी, दुखी, ऐसे हालत में दुख बुकतने पड़ेगे,
03:09यह नहीं है, एक ही बात पकड़ो, किसी को दुख पढ़ाने का नहीं है,
03:12किसी का नुखसान नहीं करना है,
03:14हम दुसरे का नुकसान करते हैं, हमारा ही नुखसान होके रहेगा,
03:18हम दुसरे को दुख देते हैं, तो हमें ही दुख होना है,
03:20अगर दुसरे को दुक देने के टाम फ़ल, पहले पीटर में दुक सुरू हो जाता है,
03:25दुखी दुखी होने के बाद में दुसरे को दुख पहुचाता है, सुखी नहीं रहता है कोई.
03:31तो पुझेश्री उनको ये चीज़, अगर इस जनव में उनको ऐसा कुछ दिखे किसी का, कि इसका कितना बुरा result होता है,
03:37तो हो सकता है ऐसा करके वो सीखे,
03:39उनको ऐसा...
03:40दादा भगवान के सच्चंग में आएगा, तो सीखने को मिलेगा.
03:44वो भी नहीं आना चाहते, वो तो family में ही देखते है.
03:47बार तो मुश्किल है, या तो संतों के पास जाये, कोई धर्म में कुछ जाये,
03:51तो कुछ सद्बुद्धी आये उसको, बाकि नहीं तो...
03:55और उसको अच्छे संजोग मिलने का भी मुश्किल,
03:58क्योंकि उसको अदोगती में जाने का हिसाब होईगा,
04:01तो अच्छे संजोग भी नहीं मिलेगा.
04:03विपरीद बुद्धी अदोगती करा देगी उसके.
04:06तो पुजश्य मतलब जो इन्सान अच्छा करता है,
04:08वो भी बात है कि इस जनम में उसने कुछ,
04:11पिछले जनम का कुछ उसने बुढ़ा किया होगा,
04:13इसलिए वो एक दिमाल्दार रहता है,
04:15लेकिन लुखी रहता है.
04:17उसको पुण्यानुबंधी पाप बोला,
04:19जब पाप का फल बुगत रहा है,
04:21पुण्या बांध रहा है,
04:23पुण्या बांध रहा है,
04:25पुण्या बांध रहा है,
04:27पुण्या बांध रहा है,
04:29पुण्या बांध रहा है,
04:31पुण्या बांध रहा है,
04:33पुण्या बांध रहा है,
04:35पुण्या बांध रहा है,
04:37पुण्या बांध रहा है,
04:39पुण्या बांध रहा है,