मांसाहार करने में पाप

  • 3 months ago
मांसाहार खाने को पाप कैसे कहा जायेगा? खानेवाला व्यक्ति कभी चिकन की हत्या नहीं करता तो क्या उसे कोई पाप लगेगा?
Transcript
00:00आमने कही जगर देखा है, लणडन में भी देखा है,
00:04हमारे मिठर के गरों में भी देखा है.
00:07लोग मनदिद में जाते हैं, उसके बाद वो घर पे मीट खाते हैं.
00:12तो वो बोलते हैं, की हमने कहां माराये मीट को?
00:15हम तो दुकान से लेके आये हैं, पाप तो अमको नहीं पड़ेगा, जिसने मालाये उसको पड़ेगा, तो उसके बारे में आप कुछ बताये।
00:24सबसे कम पाप मारने वाले को होता है और सबसे ज़यदा पाप खाने वाले को होता है
00:37बाकि के दुकान वाले को, बेशने वाले को, ट्रांसपोर्ट वाले को सब में पाप रिवैड होते जाता हैं
00:44अगर खाने वाले नहीं खाए तो आगे की बात सब बंद हो जाती है अटॉमेटिक
00:53एक चिकन खाया तो एक चिकन की जान बच जाती है
01:01परसू बहन कह रही थी ना कि मेरा बेटा चल गया, मेरे से बिछड गया
01:06कहके रो रही थी ना
01:09तो आपने कभी सोचा है कि आपने चिकन खाये तो वो भी अपनी मुर्गी से बिछड गयी
01:16आपने भी कितनी मुर्गियां को, कितनी चिकन को, मा बच्चे से एक दूसरे को अलग कर दिया होगा
01:22कितने अंडे खाके बच्चे आपने मा से बिछड वा दिया
01:31काओ खाके बच्चे मा को बिछड जाते हैं
01:35तो ये सब पाप तो लगता है
01:38वो पाप जब हमारा बेटा भी छड़ता है तब पता चलता है
01:42कि हमने क्या कुछ गुना किया
01:45लेकिन क्या किया है, ये हमारे जैसे ग्ञानी पताते है
01:48कि ये सब का हिसाब आता है
01:51पिछले जनम में क्या हुआ? आपको इस जनम में मिला है।
01:54बेला आप इस जनम में जितना कुरोगे, उतना फिर अगले जनम में मिलने ही वाला है।
01:59इसलिए तमाम शास्त्रों में, तमाम धर्मगुरों,
02:02किसी ने ये नहीं पताया कि खाओ हमारे इंदुस्तान में।
02:06लेकिन हम में जाने कहां लोगों का देख देख के सिख गए हम।
02:12जिस मंदिर में जाके भगवान से प्रात्ना करते हैं,
02:16भक्ती करते हैं, और उनकी ये छोटी सी बात नहीं मानते हैं,
02:19तो भगवान कुछ राजी नहीं होता है।
02:22सबसे बड़ा पाप, किसी की जान लेना उसमें है।
02:27जीने का सबको अधिकार हैं,
02:31और हम उसका अधिकार छीन लेते हैं।
02:35आप कहते हैं हम नहीं मारते हैं,
02:36लेकिन आपके लिए वो मारा जा रहा है।
02:40तो जितना आप लोगे, उतना आपको उसका करम लगेगा ही।
02:44आप छूट जाओगे, कि नहीं, मैं नहीं मारा।
02:47लेकिन आपके लिए मारा जा रहा है।
02:49तो आप थोड़ी छूट जाओगे, आप नहीं खाओ,
02:50तो आप निकल जाते होँ इस करमे से।
02:55ऐसा सिध्धान्त है करम का, इसमें से कोई नहीं छूट सकता है।
03:01करम, करम पुरा करना ही पड़ता है।
03:06तो जाके भगवान से माफ़ी माँगो,
03:08कि हम सब ने गल्टी किया, आज तके सब खाया पिया।
03:11माफ़ करो, वर्ना भी हम दुबारा नहीं करेंगे,
03:14तो आप बहुत थलके हो जाओंगे।
03:17कितना सारा अतना वेचिटरियन खाना है, खाओ।
03:21इतना तो साफ है कि जो मंदीर में खाने के लिए एलाव नहीं है,
03:24तो वो चीज़ हम घर में कैसे खा सकते हैं।
03:30यहने धर्म तो वही कहता है ना, कि ना खाओ।
03:35एक और हमारा भगवान, भगवान का जो बताएवा,
03:39अबताएवी आज्या हम नहीं फोलो करते हैं।
03:42और दूसरी और हम उनका राज दिन नाम लेते हैं,
03:46माला जबते हैं, उससे कुछ भगवान राजी नहीं होता है।
03:50वो तो कहता है, मेरी बात मानो, बहुत हो गए मेरे लाम,
03:53मेरी माला मजब तो चलेगा, लेकिन मेरी बात मानो,
03:56मेरी आज्या मानो।
03:58जिसे अपना बेटा है, तो हमको बहुत,
04:00हमको आके भी लगता है, हग करता है, किस करता है,
04:04हमको बहुत अच्छा लाड, लाड करता है,
04:06लेकिन आप कहते हैं, आप जो कहते हैं,
04:08उससे उल्टा ही करता है आपका बेटा,
04:10तो क्या, आपको उसपे प्यार आएगा।
04:12वो कहते हैं, मुझे नहीं चाहिए, तू हग बक्कर।
04:16मैं कहती हूँ, एसा आप करो,
04:18तो हम कराजी हैं आपपर.
04:24ऐसा ही है बगवान का.