राजसमन्द. आईएएस बालमुकुंद असावा ने बुधवार को राजसमंद जिला कलक्टर का पदभार ग्रहण किया। वे डीडवाना कलक्टर के पद से स्थानांतरित होकर राजसमंद कलक्टर के पद पर आए हैं। पदभार ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने कहा कि समस्त सरकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करते हुए अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को लाभान्वित करना प्राथमिकता होगी। राजसमंद में पर्यटन की अपार संभावनाएं है, जिसका लाभ लोगों तक पहुंचाएंगे। इसके साथ ही सामाजिक सुरक्षा, रोजगार से जुड़ी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन होंगे। सरकार के निर्देशानुसार आमजन के समन्वय से कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि वे पूर्व में भी जिले में विभिन्न पदों पर पदस्थापित रहे हैं जिससे उन्हें जिले की आवश्यकताओं का आकलन करने में सुविधा होगी। पदभार ग्रहण करने एडीएम नरेश बुनकर, एसडीओ बृजेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। पदभार ग्रहण करने के पश्चात दिन भर उनका स्वागत करने हेतु लोग पहुंचते रहे।
असावा का राजसमंद जिले में सेवा का पुराना अनुभव रहा है। आईएएस में पदोन्नति से पूर्व उन्होंने जिले में सबसे पहले 15 जुलाई 2000 से 23 अगस्त 2001 तक उपखंड अधिकारी, राजसमंद के रूप में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद 2 अक्टूबर 2001 से 30 मई 2002 तक उपखंड अधिकारी, भीम के पद पर कार्यरत रहे और 18 सितंबर 2003 से 2 मार्च 2006 तक दोबारा उपखंड अधिकारी, राजसमंद के पद पर नियुक्त हुए। इसके अतिरिक्त 31 मई 2017 से 17 जुलाई 2017 तक वे श्रीनाथजी मंदिर मंडल, नाथद्वारा में सीईओ पद पर भी कार्यरत रहे। इसके अतिरिक्त असावा के पास विभिन्न वरिष्ठ पदों पर कार्य करने का अनुभव है जिससे उन्हें हर विभाग की गहरी समझ है। आईएएस में प्रमोशन से पूर्व बतौर सीनियर आरएएस उदयपुर में उनका यूआईटी सचिव का कार्यकाल भी बेहद सराहनीय रहा। इसके अलावा अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन) आबकारी उदयपुर, संयुक्त सचिव वित्त विभाग जयपुर, अतिरिक्त निदेशक खान एवं भू विज्ञान विभाग उदयपुर आदि पदों पर वे सेवाएं दे चुके हैं। राजसमंद में पूर्व में विभिन्न पदों पर सेवाएं देने से वे इस क्षेत्र के भौगोलिक और प्रशासनिक परिदृश्य को भली-भांति समझते हैं। राजसमंद को असावा के अनुभव और प्रशासनिक कौशल का लाभ मिलेगा।
असावा का राजसमंद जिले में सेवा का पुराना अनुभव रहा है। आईएएस में पदोन्नति से पूर्व उन्होंने जिले में सबसे पहले 15 जुलाई 2000 से 23 अगस्त 2001 तक उपखंड अधिकारी, राजसमंद के रूप में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद 2 अक्टूबर 2001 से 30 मई 2002 तक उपखंड अधिकारी, भीम के पद पर कार्यरत रहे और 18 सितंबर 2003 से 2 मार्च 2006 तक दोबारा उपखंड अधिकारी, राजसमंद के पद पर नियुक्त हुए। इसके अतिरिक्त 31 मई 2017 से 17 जुलाई 2017 तक वे श्रीनाथजी मंदिर मंडल, नाथद्वारा में सीईओ पद पर भी कार्यरत रहे। इसके अतिरिक्त असावा के पास विभिन्न वरिष्ठ पदों पर कार्य करने का अनुभव है जिससे उन्हें हर विभाग की गहरी समझ है। आईएएस में प्रमोशन से पूर्व बतौर सीनियर आरएएस उदयपुर में उनका यूआईटी सचिव का कार्यकाल भी बेहद सराहनीय रहा। इसके अलावा अतिरिक्त आयुक्त (प्रशासन) आबकारी उदयपुर, संयुक्त सचिव वित्त विभाग जयपुर, अतिरिक्त निदेशक खान एवं भू विज्ञान विभाग उदयपुर आदि पदों पर वे सेवाएं दे चुके हैं। राजसमंद में पूर्व में विभिन्न पदों पर सेवाएं देने से वे इस क्षेत्र के भौगोलिक और प्रशासनिक परिदृश्य को भली-भांति समझते हैं। राजसमंद को असावा के अनुभव और प्रशासनिक कौशल का लाभ मिलेगा।
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