हम नई पीढ़ी को भी हमारे पर्व-संस्कार से जोड़कर रखें, यह हमारी जिम्मेदारी

  • 8 days ago

पर्व-त्योहार हमारे जीवन में कितने जरूरी विषय पर राजस्थान पत्रिका परिचर्चा के दौरान प्रवासियों ने कहा, त्योहार हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। भारत में अधिकांश त्योहार धर्म से जुड़े हैं। हुब्बल्ली प्रवासी बालोतरा जिले के गोलिया चौधरियान निवासी किशोर पटेल कहते हैं, पर्व -त्यौहार हमें जोडऩे का काम करते हैं। हमारी संस्कृति को आगे बढ़ाने में संवाहक बनते हैं। समाज एवं परिवार में पर्व-त्योहार का बहुत अधिक महत्व है। हम नई पीढ़ी को भी हमारे पर्व-संस्कार से जोड़कर रखें, यह हमारी जिम्मेदारी है। पर्व हमें एकता का संदेश देते हंैं। पर्वों को मनाने के कई कारण हैं जिनमें से एक मुख्य कारण यह भी है कि इन विभिन्न पर्व एवं त्योहारों के माध्यम से हमारी सांस्कृतिक एवं धार्मिक परंपरा की अविरल धारा निर्बाध गति से सदैव प्रवाहित होती रहे। जालोर जिले के मोदरा निवासी नरेश शर्मा सेवग कहते हैं, आपसी भाईचारे को बढ़ाने में पर्व-त्योहार का अत्यंत महत्व है। चाहे होली हो, दीपावली हो या अन्य कोई पर्व, हमें हर पर्व-त्योहार मजबूती देने और हमारे संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने का काम करते हैं। त्योहार हमें जीवन की नीरसता से मुक्ति दिलाते हैं। त्योहार हमें आपसी वैमनस्य को भुलाकर एक-दूसरे से प्रेम के बंधन में बंधना सिखाते हैं। त्योहारों से सांस्कृतिक सद्भाव का वातावरण बनता है। बालोतरा जिले के सिवाना निवासी रणछोड़मल घांची कहते हैं, दीपावली का त्योहार प्रवासी अक्सर अपनी कर्मभूमि पर ही मनाते हैं लेकिन होली के पर्व पर राजस्थान जाकर सभी के साथ इस पर्व में शरीक होते रहे हैं। होली व दिवाली के साथ ही अन्य पर्व-त्योहार भी हमारे आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने में मददगार बनते हैं। समय-समय पर वर्षारंभ से वर्षांत तक वर्षपर्यन्त कोई न कोई त्योहार मनाए जाते हैं। त्योहारों को समाज के सभी वर्गों के साथ मनाने से सामाजिक एकता में प्रगाढ़ता आती है।