सवाईमाधोपुर.अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए फैसले के विरोध में बुधवार को संगठनों के आह्वान पर जिले भी में भारत बंद का असर देखने को मिला। जिला मुख्यालय सहित कस्बों व गांवों में भी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। इस दौरान बाजार में शांतिपूर्वक रैली निकाली।
जिला मुख्यालय पर अनुसूचित जाति, जनजाति संघर्ष समिति के बैनर तले अनुसूचित जाति व जनजाति के विभिन्न संगठनों ने संयुक्त रूप से बंद को सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की। सुबह से ही बाजारों में स्पीकर लगाकर बंद को सफल बनाने में व्यापारियों से अपील की। इसका व्यापक असर बंद के दौरान देखने को भी मिला और बाजार पूरी तरह से बंद रहे। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान व दुकानें बंद रखी।
नारेबाजी करते हुए निकाली रैली
संगठनों ने जिला मुख्यालय पर पुराने शहर और बजरिया क्षेत्र में आरक्षण के विरोध में नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। पुराने शहर में दंडवीर बालाजी से रैली शुरू होकर शहर के मुख्य बाजार से निकली। वहीं बजरिया क्षेत्र में रैली अंबेडकऱ सर्किल से शुरू होकर सब्जी मंडी, ट्रक यूनियन, जामा मस्जिद, शर्मा होटल, टोंक बस स्टैंड, चौथ का बरवाड़ा स्टैंड होते हुए अम्बेडकर सर्किल पहुंची। यहां अनुसूचित जाति, जनजाति संगठनों की सभा हुई। इसके बाद संगठन के बैनर तले प्रतिनिधि कलक्ट्रेट पहुंचा और प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
आपातकालीन सेवाएं रही चालू
बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाओं जैसे चिकित्सा, रेल सेवा, पेट्रोल पम्प, दूध डेयरी, मेडिकल की दुकाने खुली रही। भारत बंद के चलते अनुसूचित जाति/जनजाति संगठनों ने रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन भी किया।
सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहा जाप्ता
बंद के दौरान आम जनता की सुरक्षा को लेकर चौक चौराहे पर पुलिस बल तैनात रहा। बंद समर्थकों को पुलिसकर्मी शांतिपूर्ण ढंग से अपील करने की हिदायत देते नजर आए। जिला मुख्यालय पर मुख्य बाजार, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, बस स्टैण्ड के आसपास सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर पुलिस जवानों की तैनाती रही। बंद के चलते सुबह से ही बाजारों में भारी पुलिस बल तैनात है। जिला कलक्टर व एसपी भी दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
जिला मुख्यालय पर अनुसूचित जाति, जनजाति संघर्ष समिति के बैनर तले अनुसूचित जाति व जनजाति के विभिन्न संगठनों ने संयुक्त रूप से बंद को सफल बनाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की। सुबह से ही बाजारों में स्पीकर लगाकर बंद को सफल बनाने में व्यापारियों से अपील की। इसका व्यापक असर बंद के दौरान देखने को भी मिला और बाजार पूरी तरह से बंद रहे। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान व दुकानें बंद रखी।
नारेबाजी करते हुए निकाली रैली
संगठनों ने जिला मुख्यालय पर पुराने शहर और बजरिया क्षेत्र में आरक्षण के विरोध में नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। पुराने शहर में दंडवीर बालाजी से रैली शुरू होकर शहर के मुख्य बाजार से निकली। वहीं बजरिया क्षेत्र में रैली अंबेडकऱ सर्किल से शुरू होकर सब्जी मंडी, ट्रक यूनियन, जामा मस्जिद, शर्मा होटल, टोंक बस स्टैंड, चौथ का बरवाड़ा स्टैंड होते हुए अम्बेडकर सर्किल पहुंची। यहां अनुसूचित जाति, जनजाति संगठनों की सभा हुई। इसके बाद संगठन के बैनर तले प्रतिनिधि कलक्ट्रेट पहुंचा और प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
आपातकालीन सेवाएं रही चालू
बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाओं जैसे चिकित्सा, रेल सेवा, पेट्रोल पम्प, दूध डेयरी, मेडिकल की दुकाने खुली रही। भारत बंद के चलते अनुसूचित जाति/जनजाति संगठनों ने रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन भी किया।
सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहा जाप्ता
बंद के दौरान आम जनता की सुरक्षा को लेकर चौक चौराहे पर पुलिस बल तैनात रहा। बंद समर्थकों को पुलिसकर्मी शांतिपूर्ण ढंग से अपील करने की हिदायत देते नजर आए। जिला मुख्यालय पर मुख्य बाजार, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, बस स्टैण्ड के आसपास सुरक्षा के लिए व्यापक स्तर पर पुलिस जवानों की तैनाती रही। बंद के चलते सुबह से ही बाजारों में भारी पुलिस बल तैनात है। जिला कलक्टर व एसपी भी दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
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