Hatim_episode__9(0)

  • 2 months ago
Hatim_episode__9(0)
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00:00मैं किसी को नुक्सान नहीं पहुचाना चाहता
00:14लेकिन फेडिया बनते ही मुझे खुद पर काबू नहीं रहता
00:19और मुझे पूरा यखिन है
00:22जैल्ला मुझे से वो खुणी काम ज़रूर करवाईगी
00:25जो मैं कभी नहीं करना चाहता
00:28इसलिए बैतर यही होगा कि तुम मुझे किसी मजबूत पिंजरे में बन कर दो
00:33मुझे पर रहम करो
00:35मैं किसी और को तकलीब नहीं देना चाहता
00:37मुझे पर रहम करो
00:39मुझे बन कर दो
00:57ज़रूर करवाईगी
01:27आतिफ क्यों ना हम यही बाहर रुख कर तुम्हारा इंतजार करते हैं
01:44ठीक है अगर इस खातरनाक जिंगल में तुम अकेले रुखना चाहते हो
01:49तो यही रुख कर इंतजार करो
01:51अम्मा के लालते हैं आतिफ दरो मत हम तुम्हारे पीछे पीछे हैं हम आ रहे हैं
02:16मेरा जो होना है वो होगा
02:21मेरी नहीं हातिम की फिक्र करो
02:27वो वहाँ पहुँच गया होगा
02:38हातिम यह हम कहा आ गये हमें बहुत डर लग रहे है
02:45चल चल चलते करे
02:51अम्मा के लालते हैं
03:22हाँ
03:24हाँ
03:26हाँ
03:28हाँ
03:30हाँ
03:32हाँ
03:34हाँ
03:36हाँ
03:38हाँ
03:40हाँ
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03:47हाँ
03:49हाँ
03:51हाँ
03:53हाँ
03:55हाँ
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03:59हाँ
04:01हाँ
04:03हाँ
04:05हाँ
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04:09हाँ
04:11हाँ
04:13हाँ
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04:17हाँ
04:19हाँ
04:21हाँ
04:23हाँ
04:26हाँ
04:28हाँ
04:30हाँ
04:32हाँ
04:34हाँ
04:36हाँ
04:38हाँ
04:40हाँ
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04:44हाँ
04:46हाँ
04:48हाँ
04:49हाँ
05:10हम्मकी लाल्डेन
05:19हाँ
05:22हाँ
05:38हाँ
05:50हाँ
05:53हाँ
06:09कसि
06:16बेडिये चाहें माफिक करता हूँ
06:18बेड़िये भाई अपने राम करो
06:20अपने इतने बेड़िये भी बत बढ़ा
06:22अपने तुम्हारा क्या पिगाड़े
06:24अपने बाव कर लो
06:26मचा
06:28पूर्वारे
06:30अपने मचा ले
06:32मचा ले अपने
06:34जाओ
06:48आतिम
07:10आतिम
07:14आतिम
07:24आतिम
07:34तो आ गये तुम
07:36तो तुम
07:48तो तुम
07:50तुम
07:52तुम
07:54तुम
07:56तुम
07:58तुम
08:00तुम
08:02तुम
08:04तुम
08:06तुम
08:08तुम
08:10तुम
08:12तुम
08:14तुम
08:16तुम
08:18तुम
08:20तुम
08:22तुम
08:24तुम
08:26तुम
08:28तुम
08:30तुम
08:32तुम
08:34तुम
08:36तुम
08:38तुम
08:40तुम
08:42तुम
08:44तुम
08:46तुम
08:48तुम
08:50तुम
08:52तुम
08:54तुम
08:56तुम
08:58तुम
09:00अगर आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, अगर आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको �
09:30पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आप�
10:00आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता है, आपको पड़ता
10:31है।
10:34मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने बढ़ने लगती है
10:40मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने बढ़ने लगती है
10:50मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने बढ़ने लगती है
11:00मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने बढ़ने लगती है
11:10मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने बढ़ने लगती है
11:20मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने लगती है
11:50मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने लगती है
12:20मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने लगती है
12:50मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने लगती है
13:00मेरा स्वाया जिस पर पड़ता है, उसके दिल की धर्कने लगती है
13:10यह भेडिया हमें मारना नहीं बलके कुछ और समझाना चाहता है
13:20इस बक्से में क्या है?
13:24कहा हो आतिम?
13:38कहा छिपे हो?
13:42बाहर आओ?
13:54चाहा हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
14:20तेरे भरोसे मैंने जाने कितनी चोरिया की है, बस आज भी इस्दत बनाए रखना
14:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
15:00तेरे भरोसे मैंने जाने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
15:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
15:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
15:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
15:40तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
15:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
16:00तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
16:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
16:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
16:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
16:40तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
16:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
17:00तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
17:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
17:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
17:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
17:40तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
17:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
18:00तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
18:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
18:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
18:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
18:40तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
18:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
19:00तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
19:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
19:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
19:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
19:40तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
19:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
20:00तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
20:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
20:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
20:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
20:40तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
20:50हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
21:00तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
21:10हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
21:20तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
21:30हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
21:40आज भी इसदत बनाए रखना हमारी जादवी रसी दिखा दे अपना कमाल
21:50तेरे भरोसे मैंने की है, बस आज भी इसदत बनाए रखना
22:00हातिम
22:09हातिम इसमें जल्ला का दिल है इसे ख़त्म कर दोगे तो ये अपना अप ख़त्म हो जागी
22:23ये लो
22:30ये लो
23:00ये लो
23:30ये लो
24:00ये लो
24:22ये लो
24:24ये लो
24:30परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल �
25:00परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल प�
25:30परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल प�
26:00परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल प�
26:30ना इपर जगग
27:00परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल परवाल प�
27:30जुबेर
28:00रुबेर
28:02वेरे भाई
28:20हातिम
28:24इस दुनिया में हम दोनों भाईओं का
28:26एक दूसरे के लाव और कोई नहीं था
28:28हमें मिलाकर जो तुमने ऐसान किया है
28:32वो हम कभी नहीं भूल सकते
28:36हाँ हातिम
28:38तुम्हें कभी भी हमारी सुरत पड़े
28:40बस एक आवास दे देना
28:42हम दोनों भाई
28:44तुम्हारे लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देंगे
28:58चलिए
29:00मैं आप लोगों को आपके घर ले चलता हूँ
29:04इश्टियार
29:18यह क्या कह रहे है हातिम वो देख
29:22इश्टियार की नसर में
29:24हम आज भी मुझ्रिम हैं
29:28एक ऐसे मुझ्रिम
29:30जिनके लिए
29:32उनके समाज में
29:34कोई जगह नहीं है
29:40उन्हें क्या लगता है
29:42वो हमें कबूल करेंगे
29:52हाँ
29:58उन्हें कबूल करना ही होगा
30:16बादशा सलामत
30:18बहुत सारे लोग
30:20मौत के जंगलों से निकल कर
30:22इश्टियार की सरहदों में कतम रख रहे है
30:28बा लोग
30:30और से तुम्हारी रख
30:32बादशा चाहिए
30:34गला लोग
30:36या ख़व रहे है
30:38समाज में
30:40कतमना हूँ
30:42है जभाग
30:44वो बहुत बहुत
30:46लेजा शुनते है
30:48इसलिए
30:50और पता
30:52बहुत हो कर जाए
30:54परल मेरे बच्चे, मेरे बच्चे, मेरे बच्चे, कैसा है तुम?
31:15हातिम, क्या मतलब है इस बात का? कौन है ये लोग?
31:21जी, ये वो लोग हैं, जिन्हें इश्टियार ने कभी यूं बुला दिया था, जैसे वो थे ही नहीं.
31:28इश्टियार के मुझ्रिम?
31:36तुम्हें उन्हें यालाने की इज़ाज़त किस्ने दिए?
31:39मैं माफ़ी चाहता हूँ, लेकिन इन्हें चानवरों की तरह यूं जंगल में मरने के लिए छोड़ देना.
31:46ये इंसानियत नहीं, ये इनसाफ तो नहीं है.
31:52तो बाहर से आकर एक नौजवान हमें सिखाएगा, इंसानियत क्या है?
32:00इंसाफ कैसे किया जाता है?
32:03मेरा मतलब ये नहीं था, लेकिन...
32:07लेकिन फिर भी तुमने ये कहा.
32:12इश्टियार में जिन लोगों को मुझ्रिम करार देकर जंगल बेजा गया था,
32:17उन्हें वापस लाकर तुम ये साबित करना चाहते थे, कि हमें इंसाफ करने की कोई तमीज नहीं है.
32:21जी, मैंने ये तो नहीं कहा.
32:23तुमने ऐसा ही कहा है, कि हम नहीं जानते हैं कि इंसानियत क्या चीज है.
32:31चेहरे देखो इन लोगों के, चोर, पुचके, बदमाश, जिनों ने इश्टियार की पाकीजा फिजा में जुर्म की गंदजी पहलाई है.
32:39जी हाँ, देखें इनके चेहरें. इस मासुम बच्ची का चेहरा देखें. क्या ये एक चोर का चेहरा है? क्या ये एक मुझ्रिम की शकल है?
33:04अगर इसने कोई जुर्म नहीं किया, तो ये मौत के जंगलों में किस जुर्म की सजा काट रही है? ये उस बाप की बेटी है. जी हाँ, ये उस बाप की बेटी है, जिसने पने मच्चों का पेट पाने के लिए दो मुठिया नाथ चोरी किया.
33:19और ये उस माँ की बेटी है, जिसके बाप ने घलती से अपनी जेव में एक आउजा रख लिया था, जिससे चोरी का नाम दे दिया. इसका मतलब है, जुर्म की सजा देना नाईंसाफी है? बिल्कुल नहीं, मैं सिर्फ ये पूछना चाहता हूँ, क्या भलाई से बुराई �
33:50अगर आपको लगता है कि आपके इनसाफ से नाईंसाफी की सूरत सामने आ रही है, तो आपको नहीं लगता कि आपको अपने इनसाफ के बारे में एक बार सोचना चाहिए?
34:02तुम बादशा को बेरहेम कह रहे हो, अपनी हद में रहो हातिम.
34:11इस बच्ची को देखो, ये उस चुर्म की सजा भुगत रही है जो इसने किया ही नहीं, तो क्या तुम इसे इनसाफ कहोगे?
34:20अपनी जुबा को काबू में रखो, वर्ना...
34:22रहने दो इसे, उस जंगल में मैंने देखा, छोटे, बड़े, औरत, मर्थ, बुड़े, बच्चे, सभी उस खुंकार भेडिये के रह्मकरम पर पड़ेवा हैं.
34:42मैं यह नहीं कहता कि इन लोगों ने कोई गुना नहीं किया.
34:47जाएँ कोई भी जुरुम किया हो, क्या किसी जुरुम की सजा इतनी भ्यानक हो सकती है?
34:53हम इनसान को सजा इसलिए देते हैं कि उसे उसकी गलती सुधारने का मौका मिले, इसलिए नहीं कि उसे जान्वरों से बत्तर जिन्दगी जीने पर मजबूर कर दिया जाएं.
35:08और फिर इन्हों अर्टों और बच्चों का तो कई खसूर भी नहीं था. जमीन पर रहने वाले इनसान फरिष्टे नहीं हैं कि जो गलती नहीं करते हैं. हम इनसान इसलिए हैं कि अगर हम गलती कर बैठें, तो उसे सुधारते हैं.
35:25देवी के करामती पत्थर ने हमेशा सच कहा है. इनसाफ किया है.
35:31यह पत्थर सिर्फ यह बता सकता है कि किस ने कौन सा जुर्म किया. उस ने वो जुर्म किस हालात में और क्यों किया है.
35:58उसने वो जुर्म किस हालात में और क्यों किया, यह नहीं बता सकता है. सुधार इश्टियार आपका है. यहां के लोग आपके हैं. आप जो चाहें उनके साथ सिलूग कर सकते हैं. आप इनके बादशा हैं.
36:18मेरी आपसे बस इतनी दर्खवास थें कि आप दिल से अपने फैसले पर गौर कीजिए. बादशा का फैसला हमेश... तुम समझ रहे हो कि तुम हमें इनसाफ करना सिखाओगे.
36:39तो यही समझ लो कि तुमने सही समझा है.
36:49आज एक बाहर से आने वाले नऊज़वान से सुल्थान नौग ने इनसाफ करने का गुर्स... वो बेवकुफ होते हैं जो अपनी गलती से नहीं सीखते हैं. पर हम बेवकुफ नहीं हैं.
37:15आजाद किया जाए सबको... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा...
37:45हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा...
38:15हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा...
38:45हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है �
39:15हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा...
39:45हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा... हमारा हाथ है जिंदा...
40:02तुमने जो भी किया उसके लिए हम तुमारे शुक्र गुजारें।
40:07अपना वादा पूरा करने के लिए तुम लोगों ने अपनी जान की बाजी लगा दी।
40:11इसके बदले में अगर कोई भी मदद की ज़रूरत होगी तो हम मदद करने को तयार होगे।
40:20नेकी इस नियत से नहीं की जाती कि उसके बदले में कुछ पाने की खोहिश की जाए।
40:26नेकी करना ही उसका हासिल है। आप पर हमारा कोई कर्ष नहीं।
40:33हम जानते हैं कि तुम्हें कुछ जवाबों की तलाश है। वो तुम्हें जरूर दिये जाने चाहिए।
40:41तुम देवी से तीन सवाल पूछ सकते हैं। उसके जवाब तुम्हें मिलेगी।
41:02मात्यम्
41:33जरगाम कहा मिलेगा।
41:39तुम जिसकी तलाश में हो वो काली ताकतों का सबसे बड़ा मालिक है। तुम उसका सामना जरूर करोगी।
41:49लेकिन उसका सामना करने के लिए तुम्हें सचाई की सबसे बड़ी ताकत हासिल गरने होगी। और उसके लिए तुम्हें साथ आस्मानी सवालों के जवाब ढूनने होगी। ये वो साथ आस्मानी सवाल हैं। जिनके जवाबों में खुदरत की सारी ताकती छुपी हुई ह
42:20जो तलाश करने वाले के सामने खुद बखुद आती हैं।
42:26हर सवाल एक इमतिहान है। बुरे आदमी को वो काली ताकतों के रास्ते पर ले जाते हैं। जैसे जरगाम।
42:39लेकिन नेक आदमी के लिए वो नेकी की ताकत बन जाते हैं।
42:44ये सवाल तुम्हारा आखरी सवाल होगा। इसलिए सोच समझ कर पूछना।
42:54साथ सवालों में पहला सवाल क्या होगा।
43:01पहला सवाल है एक बार देखा है। बार बार देखने की तमन्ना है।
43:15ये कैसे सवाल है। इसके जवाब की तलाश तुम्हें समझा देगी कि इस सवाल का मतलब क्या है।
43:27शहजाब हातिं पहला सवाल हल करने के बाद दूसरा सवाल खुद बखुद तुम्हें मिल जाएगा।
43:35तुमने यही सवाल क्यों पूछे हातिं। तुम अपनी बारे में भी सवाल कर सकते थे।
43:49कभी कभी इंसान की जिन्दिगी का मकसद इतना बड़ा होता है कि उसके सामने सभी चीज़ें बहुत छोटी हो जाएगा।
43:56मेरी जिन्दिगी का मकसद मेरी अपनी पहचान से बहुत बढ़ा है। इसलिए मैंने वही सवाल पूछे।
44:12और इसलिए तुम ही इंसानों के मुहाफिज हो शह्जादे हातिं।
44:25वो सकता है ये सवाल सवाल ना होकर एक पहली होता है। ऐसी बातों के बारे में जानने के लिए किसी पीर या पहुचे उस्ताद के पाँचाना पड़ेगा। एक बार देखा है बार बार देखनी की तमन्ना। इस सवाल का जवाब आप बता सकते हैं। चले जाओ।
44:46ये तो हो रही हैं जिनने हमारे यमन को परपात किया था।
44:49सलीम को भी।
44:51सर्गाम के पैदा किये हुए उस पर वफादार खुणी घुलाम कुबेन है।
44:55रुचा।

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