जान ना पहचान फिर भी करवाते है लावारिश शवो का अंतिमसंस्कार।
सामाजिक सरोकार से जुड़ी यार अनमुल्ले फाउन्डेशन भिवाड़ी की टीम ने बुधवार को मोक्ष धाम में एक और लावारिश शव का दाहसंस्कार करवाकर पुनीत कार्य मे अपनी भागेदारी निभाई। इससे पूर्व में भी फाउन्डेशन अब तक करीब 2 दर्जन से अधिक लावारिश शवो का हिन्दू रीतिरिवाज से दाहसंस्कार करवा चुकी है , यार अनमुल्ले फाउन्डेशन प्रधान कुलदीप मावर ने बताया कि भिवाडी औद्योगिक इलाका होने की वजह से भिवाड़ी में कई राज्यों के प्रवासी मजदूर मजदूरी की तलाश में भिवाड़ी आते है, ऐसे में अगर किसी मजदूर की अकस्मात मौत हो जाती है तो पुलिस के लिए उसके परिवार को तलाशना काफी मुस्किल हो जाता है, उससे भी ज्यादा मुश्किल होता है उस मजदूर का अंतिम संस्कार करवाना। करीब दो साल पूर्व यार अन्मुल्ले फाउंडेशन की टीम ने इन लावारिश शवो का अंतिम संस्कार करने का बीड़ा उठाया जो की आज तक लगातार जारी है, उन्हें पुलिस की तरफ से अंतिम संस्कार करने की सूचना दी जाती है और पूरी टीम इस पुनीत कार्य में जुट जाती है। कुलदीप मावर की माने तो फाउंडेशन सिर्फ इन लावारिश शव का अंतिम संस्कार तक ही सीमित नहीं रहती बल्कि ये फाउंडेशन गड़गंगा जाकर इनकी अस्थियों को विश्रजन करने का भी कार्य करती है। इस सेवा में प्रधान कुलदीप मावर, बीओडी पोरस सिंह, आगामी प्रधान चंद्रभान, कोषाध्यक्ष विनित सिसोदिया, विनय पांडे, महावीर मेहरा, दिनेश यादव, अमित तिवारी, कंट्टू गर्ग, कांस्टेबल राजेश मीणा, कांस्टेबल धर्मेंद्र मोजूद रहे।
*ब्यूरो चीफ मुकेश कुमार शर्मा*
सामाजिक सरोकार से जुड़ी यार अनमुल्ले फाउन्डेशन भिवाड़ी की टीम ने बुधवार को मोक्ष धाम में एक और लावारिश शव का दाहसंस्कार करवाकर पुनीत कार्य मे अपनी भागेदारी निभाई। इससे पूर्व में भी फाउन्डेशन अब तक करीब 2 दर्जन से अधिक लावारिश शवो का हिन्दू रीतिरिवाज से दाहसंस्कार करवा चुकी है , यार अनमुल्ले फाउन्डेशन प्रधान कुलदीप मावर ने बताया कि भिवाडी औद्योगिक इलाका होने की वजह से भिवाड़ी में कई राज्यों के प्रवासी मजदूर मजदूरी की तलाश में भिवाड़ी आते है, ऐसे में अगर किसी मजदूर की अकस्मात मौत हो जाती है तो पुलिस के लिए उसके परिवार को तलाशना काफी मुस्किल हो जाता है, उससे भी ज्यादा मुश्किल होता है उस मजदूर का अंतिम संस्कार करवाना। करीब दो साल पूर्व यार अन्मुल्ले फाउंडेशन की टीम ने इन लावारिश शवो का अंतिम संस्कार करने का बीड़ा उठाया जो की आज तक लगातार जारी है, उन्हें पुलिस की तरफ से अंतिम संस्कार करने की सूचना दी जाती है और पूरी टीम इस पुनीत कार्य में जुट जाती है। कुलदीप मावर की माने तो फाउंडेशन सिर्फ इन लावारिश शव का अंतिम संस्कार तक ही सीमित नहीं रहती बल्कि ये फाउंडेशन गड़गंगा जाकर इनकी अस्थियों को विश्रजन करने का भी कार्य करती है। इस सेवा में प्रधान कुलदीप मावर, बीओडी पोरस सिंह, आगामी प्रधान चंद्रभान, कोषाध्यक्ष विनित सिसोदिया, विनय पांडे, महावीर मेहरा, दिनेश यादव, अमित तिवारी, कंट्टू गर्ग, कांस्टेबल राजेश मीणा, कांस्टेबल धर्मेंद्र मोजूद रहे।
*ब्यूरो चीफ मुकेश कुमार शर्मा*
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