नोएडा। पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने मोबाइल एप तैयार की है। एप की लॉन्चिंग दो हफ्ते में की जा सकती है। अवैध पार्किंग को रोकने व यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण द्वारा ये स्मार्ट कदम उठाया गया है। नोएडा प्राधिकरण की प्लानिंग है, की शहर को चार अलग-अलग क्लस्टर में बाटा जाए और पार्किंग व्यवस्था का संचालन किया जाए। अभी तक शहर में प्राइवेट ठेकेदारों द्वारा सभी पार्किंग व्यवस्था चलाई जा रही है।
अवैध पार्किंग पर वसूला जा रहा अधिक शुल्क:
दरअसल नोएडा में इन प्राइवेट पार्किंग द्वारा गलत शुल्क वसूला जाता है, जो लोगो को असुविधा देता है और शहर का नाम खराब करता है। नोएडा को और भी एडवांस बनाने और इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए प्राधिकरण एक निजी कंपनी के साथ मिलकर ये एप तैयार कर चुका है।आपको बता दें कि प्राधिकरण और इस निजी कंपनी के बीच हाल में ही बैठक हुई है। कंपनी की ओर से एप से जुड़े सुविधाओं का एक प्रस्तुतीकरण अधिकारियों के सामने दिया है।
एप के फीचर्स:
-इनमें घर बैठे पार्किंग का स्लॉट बुक कर सकेंगे
-शहर में कहीं आना चाहते हैं तो इससे आसपास पार्किंग -स्थान खोज सकेंगे
-पार्किंग में आने या स्लॉट बुक करने पर ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे
-पार्किंग में वाहन खड़ा करने पर नगद भुगतान का भी विकल्प रहेगा
-वैध पार्किंग के आसपास पूरी तरह मार्किंग कराई जाएगी
पार्किंग एरिया की होगी जियो फेसिंग:
अभी ठेकेदार आवंटित तय स्थान से अधिक हिस्से में भी
गाडियां पार्क करवा पार्किंग शुल्क वसूल रहे हैं। एप लॉन्च होने पर जियो फेसिंग भी पार्किंग स्थलों की कराई जाएगी।
इसके लागू होने पर आवंटित तय स्थान से अधिक हिस्से में पार्किंग शुल्क नहीं ले पाएंगे। ऐसा करने पर तुरंत सेंसर के रूप में अलर्ट प्राधिकरण अधिकारियों तक पहुंच जाया करेगा।
एस्क्रो अकाउंट से होगा लेन – देन:
अभी प्राधिकरण ठेका लेने वाली एजेंसी से भुगतान लेने के लिए समय-समय पर नोटिस जारी करता रहता है। इसमें ठेकेदार देरी करता है। ऐसे में एक एस्क्रो अकाउंट भी खोलने की प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। इसमें कार्ड से भुगतान का पूरा पैसा जमा हुआ करेगा। नगद भुगतान का रिकार्ड भी ठेकेदार को देना होगा।
एस्क्रो अकाउंट से होगा लेन – देन:
अभी प्राधिकरण ठेका लेने वाली एजेंसी से भुगतान लेने के लिए समय-समय पर नोटिस जारी करता रहता है। इसमें ठेकेदार देरी करता है। ऐसे में एक एस्क्रो अकाउंट भी खोलने की प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। इसमें कार्ड से भुगतान का पूरा पैसा जमा हुआ करेगा। नगद भुगतान का रिकार्ड भी ठेकेदार को देना होगा।
एस्क्रो अकाउंट से होगा लेन – देन:
अभी प्राधिकरण ठेका लेने वाली एजेंसी से भुगतान लेने के लिए समय-समय पर नोटिस जारी करता रहता है। इसमें ठेकेदार देरी करता है। ऐसे में एक एस्क्रो अकाउंट भी खोलने की प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। इसमें कार्ड से भुगतान का पूरा पैसा जमा हुआ करेगा। नगद भुगतान का रिकार्ड भी ठेकेदार को देना होगा।
अवैध पार्किंग पर वसूला जा रहा अधिक शुल्क:
दरअसल नोएडा में इन प्राइवेट पार्किंग द्वारा गलत शुल्क वसूला जाता है, जो लोगो को असुविधा देता है और शहर का नाम खराब करता है। नोएडा को और भी एडवांस बनाने और इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए प्राधिकरण एक निजी कंपनी के साथ मिलकर ये एप तैयार कर चुका है।आपको बता दें कि प्राधिकरण और इस निजी कंपनी के बीच हाल में ही बैठक हुई है। कंपनी की ओर से एप से जुड़े सुविधाओं का एक प्रस्तुतीकरण अधिकारियों के सामने दिया है।
एप के फीचर्स:
-इनमें घर बैठे पार्किंग का स्लॉट बुक कर सकेंगे
-शहर में कहीं आना चाहते हैं तो इससे आसपास पार्किंग -स्थान खोज सकेंगे
-पार्किंग में आने या स्लॉट बुक करने पर ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे
-पार्किंग में वाहन खड़ा करने पर नगद भुगतान का भी विकल्प रहेगा
-वैध पार्किंग के आसपास पूरी तरह मार्किंग कराई जाएगी
पार्किंग एरिया की होगी जियो फेसिंग:
अभी ठेकेदार आवंटित तय स्थान से अधिक हिस्से में भी
गाडियां पार्क करवा पार्किंग शुल्क वसूल रहे हैं। एप लॉन्च होने पर जियो फेसिंग भी पार्किंग स्थलों की कराई जाएगी।
इसके लागू होने पर आवंटित तय स्थान से अधिक हिस्से में पार्किंग शुल्क नहीं ले पाएंगे। ऐसा करने पर तुरंत सेंसर के रूप में अलर्ट प्राधिकरण अधिकारियों तक पहुंच जाया करेगा।
एस्क्रो अकाउंट से होगा लेन – देन:
अभी प्राधिकरण ठेका लेने वाली एजेंसी से भुगतान लेने के लिए समय-समय पर नोटिस जारी करता रहता है। इसमें ठेकेदार देरी करता है। ऐसे में एक एस्क्रो अकाउंट भी खोलने की प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। इसमें कार्ड से भुगतान का पूरा पैसा जमा हुआ करेगा। नगद भुगतान का रिकार्ड भी ठेकेदार को देना होगा।
एस्क्रो अकाउंट से होगा लेन – देन:
अभी प्राधिकरण ठेका लेने वाली एजेंसी से भुगतान लेने के लिए समय-समय पर नोटिस जारी करता रहता है। इसमें ठेकेदार देरी करता है। ऐसे में एक एस्क्रो अकाउंट भी खोलने की प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। इसमें कार्ड से भुगतान का पूरा पैसा जमा हुआ करेगा। नगद भुगतान का रिकार्ड भी ठेकेदार को देना होगा।
एस्क्रो अकाउंट से होगा लेन – देन:
अभी प्राधिकरण ठेका लेने वाली एजेंसी से भुगतान लेने के लिए समय-समय पर नोटिस जारी करता रहता है। इसमें ठेकेदार देरी करता है। ऐसे में एक एस्क्रो अकाउंट भी खोलने की प्राधिकरण तैयारी कर रहा है। इसमें कार्ड से भुगतान का पूरा पैसा जमा हुआ करेगा। नगद भुगतान का रिकार्ड भी ठेकेदार को देना होगा।
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