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दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ़ 'वक्फ बचाओ कॉन्फ्रेंस' का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में प्रमुख मुस्लिम संगठन जैसे जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी हिंद और AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी भाग लेंगे। यह कार्यक्रम वक्फ संपत्तियों को लेकर सरकार के हालिया संशोधन कानून के खिलाफ़ विरोध प्रकट करने के लिए आयोजित किया गया है। AIMPLB के नेताओं का कहना है कि यह कानून मुस्लिम समुदाय के धार्मिक और सांस्कृतिक अधिकारों पर हमला है और इसे पूरी तरह से खारिज किया जाना चाहिए। इस आयोजन के जरिए वक्फ कानून को लेकर व्यापक जन जागरूकता पैदा करने की कोशिश की जाएगी।

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Transcript
00:00रोध प्रदर्शन की अगली किष्ट से वक्व कानून को लेकर आज दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में मुस्लिम संगठोनों का प्रदर्शन है
00:08दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में All India Muslim Personal Law Board की ओर से वक्व संशोधन कानून के खिलाफ वक्व बचाओ कॉन्फरेंस का आयोजन किया जा रहा है
00:18कारेकरम सुभा 10 पजे से दो पहर 2 बजे तक चलेगा
00:22इस कारेकरम में जमियत उलेमाय हिंद, जमाते इस्लामी हिंद जैसे मुस्लिम संगटनों के अध्यक्ष और प्रतिनिधी वक्व कानून के खिलाफ अपनी बात रखेंगे
00:33इसके लावा कारेकरम में विपक्ष के कई सांसदों को भी AIMPLB की ओर से बुलाया गया है
00:39जिन विपक्षी सांसदों को बुलाया गया है उनमें AIMIM चीफ असदुद्दीन OVC का नाम है
00:45RJD सांसद मनोज्जा और कॉंग्रिस सांसद इमरान मसूद को भी आमंत्रित किया गया है
00:51समाचवादी पार्टी के सांसद मोई बुला नद्री को भी बुलाया गया है
00:55याने बड़े मुस्लिन धर्म गुर्यों के साथ साथ विपक्षी दलों का भी जहमावना नजर आएगा
01:00जो वक्ष कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे केंद्र सरकार को खेरेंगे
01:05क्या सुप्रीम कोट का जो अभी तक जो अबजर्वेशन है
01:17इससे थोड़ी खुशी थोड़ी संतोश है
01:19हाँ हम अच्छी उमीद रखते हैं
01:22हमने हमेशा मुल्क की अदालत पर इतमाद किया है भरोसा किया है
01:28और अभी तो जाहर है उन्होंने एक आरजी राहत दी है
01:34वो काफी नहीं और सिर्फ दो पॉइंट को लिया है
01:38यह पूरा कानून ही ऐसा है
01:41कि उसको डिस्ट बीन में डाल देना चाहिए
01:43और अन्होंना जिस तरीके की बात सरकार के नुमाइंदों की तरफ से की गई
01:47कि क्या आपको नहीं लगता कि
01:49वक्फ बोर्ड में वक्फ बोर्ड कानून में
01:52जो 2013 में सन्शोधन किये गए थे लेकिन उसके बावजूद कुछ खामिया थी
01:56कई इदारे कई प्रॉपर्टीज अभी भी हैं वक्फ बोर्ड के पास
02:01जिसके जो किराए हैं वो बहुत मिनिमल है
02:03पुराने दिल्ली में कई ऐसे हैं प्राइम प्रॉपर्टी हैं लेगिन 20 रुपर, 25 रुपर, 30 रुपर हैं
02:07आप ये बताएए कि वक्फ बोर्ड के उधदारों को कोना पार्टन करता है इसका गॉर्मेंट ही करती है
02:15तो अगर वक्फ बोर्ड में कहीं कोई कमी है तो ये गलती गॉर्मेंट की है या मुसल्मानों की है
02:26गॉर्मेंट की है ये हकूमत बहुत ही बदनियत है और इसका मकसद माइनारिटीज के हुको कोई मतासिर करना है
02:36और सम्विधान से आगे जाकर अवाम की चीज़ों पर कब्जा करना है
02:41ये सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पालन किया जा रहा है तो फिर सड़कों पर उतर करके विरोध प्रदर्शन क्यों है
02:47इनसाफ हासिल करने के दो रास्ते हैं एक लेगल रास्ता है ये कोट से गुजरता है उसके लिए हम कोशिश कर रहे हैं
02:56ये एक अवामी जिद्व जुहत का रास्ता है जिसका हमारे मुलक का सम्विधान इसकी अजाज़त देता है
03:05तो ये जो हकूमत है इसके कान मजलूमों की तरफ से बंद हैं इसकी आखें अकलियतों की दुश्वारियों को देखने से आजिस हैं
03:17तो इन तक अपनी आवाज पहुचाने के लिए अवामी कोशिशें भी जरूरी हैं
03:23इसलिए हमने दोनों तरह की कोशिशें जारी रखी हैं तो हर महाज पर ये हकूमत नाकाम
03:29इसलिए ये हमेशा कोई ऐसा मुद्दा छेड़ना चाहते हैं जिसको हिंदू-मस्लिम बना दे
03:36और इसके जरीए हमारे बिचारे बाद बहुले भाले हिंदू भाईयों को वरगलाएं उनको भड़काएं और उनसे वोट हासिल करें

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