प्रतापगढ़. कृषि मंडी में दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को जब मंडी खुली, तो किसानों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मंडी के बाहर वाहनों की करीब एक से डेढ़ किलोमीटर तक लंबी कतारें लग गईं। सुबह से ही किसान अपने वाहनों में उपज भरकर प्रतापगढ़ मंडी में पहुंचे। लेकिन यहां पर माल की आवक के कारण वाहनों में गेहूं, चना और सरसों भरकर मंडी पहुंचे। हालांकि, भारी भीड़ के कारण उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा। मंडी प्रशासन के अनुसार, इस बार सरसों, गेंहू व चना की अच्छी पैदावार हुई है। जिससे किसान अपनी उपज बेचने के लिए उत्साहित हैं। लेकिन अचानक हुई बंपर आवक से मंडी में जगह की कमी हो गई। जिससे खरीद प्रक्रिया प्रभावित हुई।
गौरतलब है कि जिले की छोटीसादड़ी कृषि मंडी महाशिवरात्रि मेले के कारण 19 मार्च तक बंद है। वहां के किसान भी अपनी उपज बेचने के लिए प्रतापगढ़ मंडी पहुंच रहे हैं। जिससे भीड़ और अधिक बढ़ गई है। व्यापारियों के अनुसार, फिलहाल गेहूं, चना और सरसों के दाम मजबूत बने हुए हैं। जिससे किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिलने की उम्मीद है। मंडी प्रशासन ने खरीद प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने और यातायात को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। किसानों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंडी प्रशासन ने अपील की है कि किसान धैर्य बनाए रखें और अपनी बारी का इंतजार करें। प्रशासन की ओर से यातायात व्यवस्था सुधारने और खरीदी प्रक्रिया तेज करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
गौरतलब है कि जिले की छोटीसादड़ी कृषि मंडी महाशिवरात्रि मेले के कारण 19 मार्च तक बंद है। वहां के किसान भी अपनी उपज बेचने के लिए प्रतापगढ़ मंडी पहुंच रहे हैं। जिससे भीड़ और अधिक बढ़ गई है। व्यापारियों के अनुसार, फिलहाल गेहूं, चना और सरसों के दाम मजबूत बने हुए हैं। जिससे किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिलने की उम्मीद है। मंडी प्रशासन ने खरीद प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने और यातायात को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। किसानों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंडी प्रशासन ने अपील की है कि किसान धैर्य बनाए रखें और अपनी बारी का इंतजार करें। प्रशासन की ओर से यातायात व्यवस्था सुधारने और खरीदी प्रक्रिया तेज करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
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