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  • 1/25/2025
राजसमंद. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह (परवाह) के तहत सड़क सुरक्षा के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन, एनएचएआई, टोल प्लाजा प्रबंधन और पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को विशाल मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं, विद्यार्थियों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

मैराथन दौड़ की शुरुआत प्रातः नौ चौकी पाल से हुई, जिसे जिला कलक्टर बालमुकुंद असावाऔरएसपी मनीष त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रतिभागियों ने किशोर नगर, जल चक्की, पुराना बस स्टैंड से होते हुए बालकृष्ण विद्याभवन राउमावि तक दौड़ पूरी की। मैराथन के दौरान प्रतिभागियों ने नारे लगाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया। दौड़ के दौरान वरिष्ठ नागरिकों, स्टूडेंट्स, खिलाड़ी एवं स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं आदि ने उत्साह से हिस्सा लिया।

कार्यक्रम में उपस्थित श्रीनाथजी उदयपुर टोलवेज के प्रोजेक्ट हेड जयनंदन मिश्रा ने सड़क सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यातायात नियमों का पालन हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने हेलमेट, सीट बेल्ट, गति सीमा और ट्रैफिक सिग्नलों के पालन पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि नेगड़िया टोल केंद्र पर 29 जनवरी को विशाल रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। बालकृष्ण विद्याभवन राउमावि में मैराथन के समापन अवसर पर विजेताओं को सम्मानित किया गया। साथ ही सभी प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा शपथ दिलाई गई। समापन कार्यक्रम में एडीएम नरेश बुनकर, एडिशनल एसपी महेंद्र पारीक, एसडीओ बृजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे। सड़क सुरक्षा माह के तहत जिलेभर में स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक ने आमजन से अपील की कि वे सड़क पर सतर्कता बरतें, नियमों का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें, ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

यातायात के नियमों का पालन करें और रहें सुरक्षित: कलक्टर

आमजन से कलक्टर ने अपील करते हुए कहा कि वे सड़क पर यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें और खुद के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करें, गति सीमा का पालन करें और ट्रैफिक सिग्नलों का सम्मान करें। कलेक्टर ने विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों और युवाओं से आग्रह किया कि वे लापरवाही से वाहन न चलाएं और नशे की हालत में ड्राइविंग से बचें। कलक्टर ने आगे कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकारी प्रयासों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है, जिसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने अभिभावकों से भी आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें और स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन लगातार करता रहेगा और नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा रखता है।

एनएचएआई परियोजना निदेशक ने कहा: आगे भी जारी रहेंगी गतिविधियां

एनएचएआई के परियोजना निदेशक हरीश चंद्र ने कहा कि हम 4 ई जैसे एजुकेशन, इन्फोर्समेंट, इंजीनियरिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स पर चलते हुए सड़क हादसों में कमी लाने को लेकर प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का गंभीरता से पालन करें और यातायात के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनें। उन्होंने कहा कि सड़क पर सतर्कता और अनुशासन अपनाकर दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। हेलमेट और सीट बेल्ट का नियमित रूप से उपयोग, गति सीमा का पालन, और सड़क पर संयमित व्यवहार ही सुरक्षित यात्रा की कुंजी है। उन्होंने विशेष रूप से वाहन चालकों से अनुरोध किया कि वे ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग न करें और सड़क संकेतों का पूर्ण रूप से पालन करें, जिससे सभी के लिए सुरक्षित यातायात सुनिश्चित हो सके।

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