हाड़ौती अंचल में झमाझम, छापी बांध के 4 गेट खोले

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कोटा. हाड़ौती अंचल में शुक्रवार को मानसून मेहरबान रहा। कोटा शहर में दिनभर धूप-छांव का खेल चलता रहा। शाम को बादल छाए और बारिश हुई। जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र में डेढ़ घंटे में करीब तीन इंच बारिश दर्ज की गई। कुदायला, रामगंजमंडी, खैराबाद सहित क्षेत्र के कई गांवों में जमकर बरसात हुई। बरसात इतनी तेज थी कि वाहनों की गति पर ब्रेक लग गया। रेलवे अंडरपास में भी पानी की आवक होने से दुपहिया वाहन चालकों के अलावा राहगीरों को भी परेशानी हुई। उपकारागृह में पानी का भराव हो गया। सांगोद कस्बे में 25 मिनट की तेज बारिश से आम रास्तों पर पानी भर गया।

झालावाड़ जिले में कई गांवों में तेज बारिश हुई। एमपी व अकलेरा क्षेत्र के छापी बांध के कैचमेंट एरिया में जोरदार बारिश होने से पानी की तेज आवक होने से बांध के 4 गेट कुल 8 मीटर ऊंचाई तक खोलकर 20947 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।

जिले के डग, रायपुर, झालरापाटन, खानपुर, बकानी, मनोहरथाना में जमकर बारिश हुई। इससे कई नदी-नालों में पानी की जोरदार आवक हुई। जिले में सबसे ज्यादा बारिश डग में 70 एमएम दर्ज की गई। झालावाड़ में 8, झालरापाटन में 41, रायपुर में 34, सुनेल में 5, पिड़ावा में 22, खानपुर में 29, असनावर में 4, बकानी में 60, अकलेरा में 19, मनोहरथाना में 63, गंगधार में 14, पचपहाड़ में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई। आवर क्षेत्र में झमाझम बरसात हुई। दोपहर में एक घंटे तक तेज बरसात से आहू नदी में उफान आ गया। इससे गागरीन बांध लबालब हो गया और इस पर चादर चलने लगी। गागरीन बांध पर अभी 31 सेंटीमीटर की चादर चल रही है। क्षेत्र में 60 मिमी बरसात दर्ज की गई। आहू नदी में उफान से आवर-पगारिया मार्ग बंद हो गया। गंगधार उपखंड के सुनारी-ढाबला गांव के समीप गुजरने वाली चाचूर्णी नदी की रपट पर पानी आ गया।
बूंदी जिले में दोपहर बाद कई जगह तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। बूंदी शहर में दोपहर बाद हल्की बारिश हुई। हिण्डोली में तेज बारिश होने से नदी-नालों में पानी की जोरदार आवक हुई। रामसागर झील पर फिर से चादर चलना शुरू हो गई। केशवरायपाटन में भी हल्की बारिश कुछ देर बाद तेज बारिश में बदल गई। शाम पांच बजे तक तालेड़ा में 2, के.पाटन में 16, हिण्डोली में 50, रायथल में 11 एमएम बारिश दर्ज की गई। वहीं कालदां, भीमलत व बांका-भोपातपुरा के पहाड़ी इलाकों व जंगलों में दोपहर बाद तेज बारिश से भीमलत झरना व नदी-नाले उफान पर रहे। बारिश से भीमलत, अभयपुरा व गरड़दा बांधों पर फिर से चादर चलने लगी। कालदां क्षेत्र में हुई बारिश से बंधा का खाळ व झरोली के नाले उफान पर रहे। बून्दी-भीलवाड़ा मार्ग पर मोतीपुरा के पास भीमलत नदी उफान पर रहने से मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। बारिश का दौर शाम को फिर शुरू हो गया।

सुबह से बारिश का दौर जारी
बारां जिले में सुबह से बारिश का दौर शुरू हो गया। शहर में भी सुबह बारिश हुई। हरनावदाशाहजी इलाके में इस मानसून की पहली जोरदार बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया और नदी-नालों और खाळों में पानी की भारी आवक हुई। पहली बार पुलिया तक पानी पंहुचा। तेज बरसात से हरनावदाशाहजी-मनोहरथाना मार्ग पर स्थित खाळ में उफान आया। हरनावदाशाहजी में पहली बार झड़ी लगी। केलवाड़ा क्षेत्र में बारिश हुई। बड़गांव, अंता, सीमलिया में भी दोपहर बारिश हुई।

आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, एक कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों व आसपास के झारखंड के ऊपर अवस्थित है। एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र महाराष्ट्र तट पर लगने वाले अरब सागर की खाड़ी में अवस्थित है। मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर व सीकर से होकर गुजर रही है। उक्त तंत्र के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के अनेक भागों में आगामी 5-6 दिन मानसून सक्रिय रहने तथा जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर संभाग के अनेक स्थानों पर हल्के से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश की प्रबल संभावना है। कोटा, उदयपुर संभाग में 25-26 अगस्त को कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने की संभावना है।


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