Begunkodar railway station in Purulia district of West Bengal came in Indian Railways records as one of its 10 ‘haunted’ railway stations in 1967 after passengers deserted it when the station master reportedly died after seeing a white sari clad woman walking along the railway tracks. The railway station remained shut for 42 years.
यूं तो लाखों लोग रोज ट्रेन में सफर करते हैं... हजारों ट्रेनें एक से दूसरे स्टेशन पर आती जाती रहती है लेकिन कुछ स्टेशन ऐसे भी हैं जहां कोई ट्रेन नहीं जाती... यहां कोई सवारी नहीं चढ़ती क्यों की यहां कोई है... अब आप सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है तो हम आपको बताते हैं दरअसल स्टेशन तो है... स्टेशन का नाम भी है... प्लेटफार्म बकायदे बने हुए हैं... ट्रेन रूक भी जाती लेकिन एक डर ने सबकुछ खत्म कर दिया.. ये डर था रेलवे स्टेशन पर आने वाले भूत का... हम अफवाह नहीं फैला रहे हम वही कहानी आपको सुना रहे हैं तो हमने सुना... दरअसल कोलकता से 260 किमी दूर एक स्टेशन है बेगनकोडार... इसे भुताहा स्टेशन कहा जाता है यहां 50 सालों से कोई ट्रेन नहीं रूकी... आपको इस स्टेशन की थोड़ी जानकारी दे देते हैं... दरअसल यह स्टेशन 1962 में बना .. कुछ सालों तक तो सबकुछ ठीक चला लेकिन 5 साल बाद इस स्टेशन पर भूत दिखने की खबर आई... और धीरे- धीरे यह खबर आग की तरह फैल गई.. और यह स्टेशन विरान हो गया.. लोगों ने यहां महिला भूत को देखे जाने की बात की है.. इस भूत के डर से कर्मचारी स्टेशन छोड़ कर भाग गए फिर यहां कभी ट्रेन भी नहीं रूकी... हालांकी पैरानॉर्मल टीम ने इस पर रिसर्च किया और इस नतीजे पर पहुंचे की यहां कोई भूत नहीं है लेकिन डर को अब कैसे भगाया जाय जो लोगों के दिलों में घर कर चुकी है... हम आपको डरा नहीं रहे बस उस डर से मिला रहे हैं जिसकी वजह से ये स्टेशन आज तक विरान है...
यूं तो लाखों लोग रोज ट्रेन में सफर करते हैं... हजारों ट्रेनें एक से दूसरे स्टेशन पर आती जाती रहती है लेकिन कुछ स्टेशन ऐसे भी हैं जहां कोई ट्रेन नहीं जाती... यहां कोई सवारी नहीं चढ़ती क्यों की यहां कोई है... अब आप सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है तो हम आपको बताते हैं दरअसल स्टेशन तो है... स्टेशन का नाम भी है... प्लेटफार्म बकायदे बने हुए हैं... ट्रेन रूक भी जाती लेकिन एक डर ने सबकुछ खत्म कर दिया.. ये डर था रेलवे स्टेशन पर आने वाले भूत का... हम अफवाह नहीं फैला रहे हम वही कहानी आपको सुना रहे हैं तो हमने सुना... दरअसल कोलकता से 260 किमी दूर एक स्टेशन है बेगनकोडार... इसे भुताहा स्टेशन कहा जाता है यहां 50 सालों से कोई ट्रेन नहीं रूकी... आपको इस स्टेशन की थोड़ी जानकारी दे देते हैं... दरअसल यह स्टेशन 1962 में बना .. कुछ सालों तक तो सबकुछ ठीक चला लेकिन 5 साल बाद इस स्टेशन पर भूत दिखने की खबर आई... और धीरे- धीरे यह खबर आग की तरह फैल गई.. और यह स्टेशन विरान हो गया.. लोगों ने यहां महिला भूत को देखे जाने की बात की है.. इस भूत के डर से कर्मचारी स्टेशन छोड़ कर भाग गए फिर यहां कभी ट्रेन भी नहीं रूकी... हालांकी पैरानॉर्मल टीम ने इस पर रिसर्च किया और इस नतीजे पर पहुंचे की यहां कोई भूत नहीं है लेकिन डर को अब कैसे भगाया जाय जो लोगों के दिलों में घर कर चुकी है... हम आपको डरा नहीं रहे बस उस डर से मिला रहे हैं जिसकी वजह से ये स्टेशन आज तक विरान है...
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