गुजरात में सूरत जिले के वलारगढ़ गांव में रहने वाले अशोकभाई कोठारिया अपने नए घर को बनते हुए देख रहे हैं. प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के लाभार्थियों में से कोठारिया के लिए उनका पुराना बांस का घर अब बीते दिनों की बात हो गई है. आज, इस योजना की बदौलत वे संतुष्टि की भावना के साथ जी रहे हैं और उनकी मां के चेहरे पर संतोष की मुस्कान है. पूरे गुजरात में, अशोकभाई जैसे हज़ारों लोग सुरक्षित भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के तहत, विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूहों के लिए घर बनाए जा रहे हैं, जो लंबे समय से बुनियादी ढांचे के बिना रह रहे हैं.
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00:00गुजरात में सूरत जिले के वलारगर गाउं में रहने वाले अशोग भाई कुठारिया अपने नए घर को बनते हुए देख रहे हैं।
00:08प्रधान मंत्री जन्मन आवास योजना के लाभार्थियों में से एक कुठारिया के लिए उनका पुराना बांस का घर अब बीते दिनों की बात हो गई है।
00:38गर बनाये जा रहे हैं जो लंबे समय से बुनियादी धाचे के बिना रह रहे हैं।
01:08प्रधि के एक लाख तिरेपन हजार से जादा लोग 31,017 घरों में रहते हैं।
01:14दूर दराज के इलाखों में रहने और बुनियादी सुविधाओं से दूरी की वजह से इन पांच विशेश रूप से कमजोर जनजातिय समूहों को बड़ी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है।
01:24PM जन्मन आवास योजना को लागू करने के तहट गुजरात सरकार ने PVTG परिवारों के लिए 11,376 घरों को मंजूरी दी हैं जिसमें अकेले सूरत जिले में 621 घर शामिल हैं।
01:39PM जन्मन आवास योजना करना पड़ता हैं।
02:06बलारगण घाउं में प्रधान मंत्री जन्मन आवास योजना के तहट तिरेपन घरों का निर्मान किया जा रहा है।
02:14सुरेखा बैन जैसे जो लोग कभी टपकती छटों और असुरक्षित घरों से जूचते थे वे अब अपने नए घरों में स्थिरता का अनुभव कर रहे हैं।
02:2415 नवंबर 2023 को बिर्सा मुंडा जैन्ती पर शुरू किये गए पी-म जन्मन मिशन का मकसद आदिवासी और विशेश रूप से कमजोर जनजातिय समुदायों का उत्थान करना है जिन में से कई अब भी दूर दरास के वनक्षित्रों में रहते हैं।
02:51प्रधान बंतरी जन्मन आवास योजना घर मुहया कराने से कहीं आगे बढ़कर समाज के सबसे कमजोर लोगों के लिए बहतर स्वास्त, शिक्षा और समावेश की ओर एक बहतर कदम है।