Easter Sunday 2025: ईसाई समुदाय के लोग ईस्टर (Easter) का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. गुड फ्राइडे के दिन बाद इसे मनाया जाता है, पर इसे क्यों मनाते है, ईस्टर का मतलब क्या है और इसका इतिहास क्या है आइये जानते है | Easter Sunday Meaning 2025, Easter Sunday Kyu Nate Hai, Easter Sunday History
#EasterSunday2025 #Eastersunday2025 #Eastersundayhistory #Eastersundaykyumnatehai #Eastersunday2025kabhain #Eastersundaykamatlab #Eastersundaygift #Eastersundayparkyakartehaiinhindi #Eastersundaykesemnatehai #Goodfridayketeendinbaadkyakrtehai #eastersundayparkyahuatha #yishumasih #spritualknowledge
~PR.266~ED.118~HT.336~
#EasterSunday2025 #Eastersunday2025 #Eastersundayhistory #Eastersundaykyumnatehai #Eastersunday2025kabhain #Eastersundaykamatlab #Eastersundaygift #Eastersundayparkyakartehaiinhindi #Eastersundaykesemnatehai #Goodfridayketeendinbaadkyakrtehai #eastersundayparkyahuatha #yishumasih #spritualknowledge
~PR.266~ED.118~HT.336~
Category
🛠️
LifestyleTranscript
00:00इसाही समुदाय के लोग इस्टर का तियोहार बड़े ही धुमधाम से मनाते हैं। ये पर्व गुट फ्राइडे के तीन दिन बाद यानी संडी को मनाया जाता है। इस बार इस्टर का पर्व 20 अप्रेल 2025 को मनाया जाएगा। ऐसे में चली आज की इस वीडियो में जानते हैं
00:30जिसका मतलब है देवी। ये देवी वसंद की देवी माने जाते हैं। इस्टर प्रभु इशु मसी के दोबारा जीवित होने की खुशी में मनाया जाता है। जिसे खजूर का संडी भी कहा जाता है। इसा मसी ही खुद को इश्वर का पुत्र बताते थे। वो लोगों को क
01:00मसीह को सूली पर चड़ाय गया था उस दिन शुक्रवार था जिसके कारण उस दिन को उनके अनियाई गुट फ्राइटी के तौर पर मनाने लगी इस दिन इसाई धर्म का अनुसरन करने वाले लोग शांती पून तरीके से विशु मसीह के अंतिम शम्तों का स्परण करते हैं �
01:30जाने के तीन दिन बाद संडे की दिन इसा मसीह पुनर जिवित होड़े थे उनके पुनर जिवित होने की खुशी में इस्टर पर्व को मनाया जाता है जी हां इशु को सबसे पहले मरियम मगदलीनी नामक महिला ने देखा और दूसरी महिलाओं को इस बारे में बताया बा�
02:00जेहां इसाय धर्म के लोग इसर को नया जीवन और उमंग का प्रतीक मानते हैं इसाय धर्म के लोग इस तर पर्व पर अंडे सचा कर एक दूस्त को गिफ्ट करते हैं उसकी मानेता है कि अंडे अच्छे दिनों की शुरूआत और नए जीवन का संदेश देते हैं। रभु
02:30मिस्टरवाजी अंडे को जीवन का प्रतीक मानते थे और वसंतरितों में वो अंडे का त्योहार मनाते थे
02:34अब सवाल उठता है कि आखिर इस्टर का पर्व कैसी मनाया जाता है
02:38तो इसाई धर्म से जुड़े लोग इस्टर पर्व के दिन अपने गलतियों की प्राशित करने के लिए विशेश रूप से चर्च जाते हैं
02:45प्रभु येशो के लिए कैंडल जलाकर उनस अपने गलतियों के लिए माफी मांगते हैं
02:49इस्टर पर्व के दिन गिरिजा घरों में विशेश तरह की प्रात्नाव का आयोचन होता है।
02:54साथ ही इस दिन लोग बाइबल पढ़ते हैं।
02:57इसाई समुदाय को लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं।
03:00इस्टर पर सजी हुई मुम्बतियां, अपने घरों में जलाने और दोस्तों को बाटने की भी परंपरा है।
03:06साथ ही इस दिन इसाई समुदाय के लोग बच्चों को चॉकलेट, अंडे, खिलोन, इत्यादे गिफ्ट करते हैं और बच्चों को ये शुमसी की कहानिया सुनाते हैं।
03:14फिलहाल आज के लिए इस वीडियो में इतना ही, और भी ऐसी स्टोरीज को देखने के लिए आप जड़े रहे हमारे साथ, तब तक के लिए नमस्कार।