पूरा वीडियो: हनुमान चालीसा का वास्तविक अर्थ || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2023)
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00:00सूरज को लील लिया बाल हनुमान ने क्या सोच कर की ये तो लाल-लाल पका-पका फल है और नादान लोग इस बात को ले करके तुल्सीदास का मजाक उडाते हैं
00:09और कहते हैं देखो हिंदूों के तो सब गरंथ ऐसा ही एक बच्चा जाएगा और फल समझ के सूरज को लील लेगा ऐसा कैसे हो सकता है
00:15मजाक बाद में उडा लेना समझ दो लोगी बात क्या कही जा रही है
00:18सूरज क्या है इस प्रक्रति की समस्त उर्जा का स्रोज
00:23तो सूरज को निगलने का क्या अर्थ हुआ है प्रक्रति में जो सबसे बड़ा तुमको दिखाई पड़ सकता है
00:27अनुमान जाकरके सीधे उसी को जीत लाए और मनुरत जो कोई लावे सोई अमित जीवन फल पावे
00:35फल ये मिलेगा कि अमर हो जाओगे प्रक्रति से परे चले जाएगा जीवन तुम्हारा
00:39नुमान माने ज्ञान, ज्ञान में मन लगाओगे तो प्रक्रते से परे चले जाओगे और सब भयों से मुक्त हो जाओगे एक डम
00:46मृत्यू का भय भी नहीं सताएगा जब ज्ञान हो जाएगा
00:49ये पूरी बात तो वेदान्त की ही है बस ऐसी भाषा में कही गई है जो आम लोगों समझ में आजाएगा