मुंबई में एक बार फिर मराठी बनाम हिंदी भाषा को लेकर बहस तेज हो गई है... इस बार इस मुद्दे पर चर्चा तब शुरू हुई, जब एयरटेल द्वारा कुछ विज्ञापनों और प्रचार सामग्री में मराठी भाषा का पर्याप्त इस्तेमाल न करने को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ... महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता और शरद पवार के पोते रोहित पवार ने एयरटेल की आलोचना की और कहा कि कंपनी को मराठी भाषा का सम्मान करना चाहिए था, खासकर जब वह महाराष्ट्र में सेवा प्रदान कर रही है... रोहित पवार ने एयरटेल के खिलाफ यह आरोप लगाया कि कंपनी ने मराठी भाषा को नजरअंदाज कर दिया, जो कि महाराष्ट्र की पहचान और संस्कृति का हिस्सा है... उनका कहना था कि यह बहुत जरूरी है कि कंपनियां और संस्थाएं स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा दें और उनका सम्मान करें, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों से जुड़ाव बढ़ता है और वे अपनी भाषा में संवाद करने में सहज महसूस करते हैं... इस आलोचना ने मराठी बनाम हिंदी के मुद्दे को फिर से सामने ला दिया, जिससे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में इस पर गहन चर्चा हो रही है... कई लोग यह मानते हैं कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, जबकि कुछ इसे हिंदी के साथ संतुलित तरीके से उपयोग करने का समर्थन करते हैं...
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00:00माराश्ट में बजट सत्र तो शुरू है लेकिन विवादित बयानों से माराश्ट का ये सदन चर्चा में है
00:06अब मुद्धा आया है मराठी वरसेस हिंदी भाषिक का
00:09एरेटल कमपनी का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल है
00:13और UBT ने इसके खिलाब आवाज उठाई है
00:15हमारे साथ युवा नितां रोहित पवार है, हम उनसे बाचित करेंगे
00:19माराश्ट में रहकर मराठी भाषा का अपमान यहाँ पर सहा जाएगा
00:23एरेटल कमपनी का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल है
00:29अगर कोई बी व्यक्ति ने मराठी भाषा का अपमान किया तो
00:34हम सहन नहीं कर पाएंगे
00:36लेकिन ये भी चीज़ सोड़े से हमको समझनी चाहिए
00:39कभी कबार एक ऐसा व्यक्ति होता है
00:42जो एक हाथ कमपनी में बदली होके आता है लेकिन उसको मराठी नहीं मालों
00:46तो वो संबाशन में एक्जैक्टिली क्या होगा वो देखने की जरूरत है
00:49लेकिन अगर मराठी जानते हुए अगर वहाँ बदनामी मराठी की की होगी
00:52तो ये हम सहन नहीं कर पाएंगे
00:56मामला है कि वहाँ पे अटेंड करने वाले कोई मराठी लोग नहीं थे
01:00वो बोल रहे है कि हम हिंदुस्तान में रह रहे हैं तो नौट नेसेसरी कि मंबई में मराठी आनेशी है
01:04देखो, एर्टेल को समझना चाहिए, कोई भी कमपनी को समझना चाहिए
01:08अगर महाराश्ट में आपका office है आपका outlet है तो वहाँ पे मराठी लोग रखो न
01:13मैं सरकार को बिंती करता हूँ कि अगर जो व्यक्ति वहाँ पे था और वो अगर मराठी नहीं जानता
01:20है तो वैसे भी महाराश्ट में आज unemployment का rate बहुत बड़ा है तो वहाँ पे मराठी बंदे को आप बिठा दो तो वो solution मिल जाएगा अगर आप वहाँ पे बेटे बेटे हैं
01:29मराठी का उत्तर दे रहे हो और वहाँ पे आहंकार के साथ बता रहे हो कि थोड़ी महाराश्ट में आने के बाद मराठी आनी चाहिए तो उस व्यक्ति का तुम फिर योग्य पद्धती का वहाँ पे नियोजन करना चाहिए ऐसा मुझे लगता है
01:41यह हो गया पहला अब दूसरा विवादित बैन नितेश राने जी के दो है उन्होंने एक तो मनलार सर्टाफिकेट के बारे में कहा है और दूसरी बात ही है कि उनका कहना ऐसा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के कारे काल में एक भी मुस्लिम मावला नहीं था
01:55देखो नितेश भाई का क्या हुआ है कि जैसे कपड़े बदलते हैं वैसे वो भुमिका बदलते है कॉंगरेस में थे तब वो जो असली इतियास है जो लोगों के सामने आना चाहिए वो इतियास आगे लाने का खोशिश करते थे सावरकर जी के खिलाब भी उन्होंने वाप
02:25है और भुमिका भी उन्होंने बदल दी और उनका कैसा है की वो लोगों के
02:29बारे में कम शुचते और नेता उनके बारे में क्या शुचते जैसे
02:32देविंदर फरुनी साहब ये नितेश भाई के नेता है तो उनको
02:36उनके मद से आप सहमात हो कि मुस्लीम मावला नहीं था?
02:38अरे उनका इत्यास अरे यार आप अगर करोगे
02:40तो आज सबको मालूम है कि
02:42चत्रपति शिवाजी महाराज के
02:44जो आर्मी थी उसमें
02:46अठ्रा बगर जाती जमाती थे
02:48सब समाज के लोग वहाँ थे
02:50अगर वो गवर्मेंट है तो ।।।।।।।
03:20अगर वो गवर्मेंट है तो ।।।।।।।।।।।।।
03:50अगर वो गवर्मेंट है तो ।।।।।।।।।।।।।।।
04:20अगर वो गवर्मेंट है तो ।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।
04:50पर एक्स्क्लूजिव और इंसाइटफुल विडियो सब्सक्राइब तुम्हार निए चैनल एडिपी लाइव प्रीमियो