• 2 days ago
हमारी गाड़ी चोरी हो गई, तब हमें बिलकुल दुःख नहीं हुआ। ऐसा ही भाव हुआ की चोरी करनेवाला सुखी रहे और वह भी आत्मज्ञान पाकर हमारे जैसी सुख-शांति का अनुभव करे। ज्ञान के बिना ऐसे भाव होना नामुमकिन है।

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