बुलंदशहर - बुलंदशहर के तहसील शिकारपुर के गांव बोहिच में आलू भी शराब पीता है। दरअसल यहां आलू को मोटा बनाने और ठंड से बचाने के लिए दवा के साथ-साथ शराब पिलाई जाती है। दरअसल गांव बोहिच में आलू की फसल की पैदावार बहुत अधिक है। इस आलू को ठंड से बचाने और इसको मोटा बनाने के लिए ग्रामीण दवा के साथ शराब मिलाकर आलू की फसलों पर छिड़काव करते हैं यानी हम कह सकते हैं की ठंड में आलू भी पीता है। यहां के किसानों की मानें तो इससे आलू की पैदावार अधिक होती है। किसान कंचन कुमार शर्मा ने बताया कि मैं 7-8 साल से आलू की खेती कर रहा हूं। एक एकड़ में शराब की 200 ml की बोतल का उपयोग किया जाता है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है । वहीं किसान रामबाबू शर्मा ने बताया कि शराब के छिड़काव से आलू को पाले से बचाया जाता है और आलू की फसल भी सही होती है।
#BULANDSHAHR #AALOO #FARMERS #SHARAB #POTATO
#BULANDSHAHR #AALOO #FARMERS #SHARAB #POTATO
Category
🗞
NewsTranscript
00:00Sir, what are the medicines that are being mixed, which medicines are useful for whom?
00:06This is NPK.
00:30I don't know.
01:01This is the aloo kand, which is sprinkled on the potatoes.
01:06It is also used to protect the potatoes from the cold.
01:10We use one plant in one acre.
01:13We have been farming aloo for 7-8 years.
01:16That is why we use it.
01:17There is no side effect.
01:19This is the effect of the alcohol.
01:21It reduces the effect of the pali.
01:24It also gives the right effect.
01:26That's why we use it.
01:28We have been farming aloo for 4-5 years.
01:30Yes, it is useful.
01:31This is 1 pavda in 6 Bigha.
01:33That is 200 ml per kg.
01:36This is 1 pavda.
01:38There is no side effect.