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चेन्नई. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के कारण तमिलनाडु के तटीय जिलों में 8 नवम्बर तक भारी बारिश का अनुमान लगाया है। अगले दो दिनों में तेनकाशी, तिरुनेलवेली, तुत्तुकुडी और कन्याकुमारी जिलों में भारी बारिश की संभावना है। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण वैगै बांध में जल स्तर बढ़ गया है, जिसके कारण विशेषज्ञ कड़ी निगरानी रख रहे हैं। वहीं मुल्लापेरियार नदी से पानी का प्रवाह लगातार बढ़ रहा है। पिछले तीन दिनों में लगातार पानी के प्रवाह के कारण बांध का स्तर 64.34 फीट हो चुका है, जबकि इसकी पूर्ण भराव क्षमता 71 फीट है।

अधिकारियों ने की अपील

मदुरै के एक किसान मणिकंडन थेवर ने कहा कि वैगै के जल स्तर में वृद्धि हमें आशा देती है, क्योंकि सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने से हमारी धान की खेती को फायदा होगा। इसके अलावा, वराह नदी में जल स्तर बढ़ रहा है क्योंकि मुल्लापेरियार बांध से अतिरिक्त पानी छोटे जलाशयों में आ रहा है, जो अब पूरी क्षमता तक पहुंच चुके हैं। अधिकारियों ने लोगों को लगातार बारिश, उच्च जल स्तर व संभावित बाढ़ के कारण नदी किनारों से बचने और कुंभकरई झरनों में स्नान करने से बचने की सलाह दी है।

66 फीट पानी पर बाढ़ की चेतावनी

तमिलनाडु जल संसाधन विभाग ने घोषणा की है कि मुल्ला पेरियार बांध से पहली बाढ़ की चेतावनी तब जारी की जाएगी, जब जल स्तर 66 फीट तक पहुंच जाएगा, दूसरी चेतावनी 68.5 फीट और तीसरी चेतावनी 69 फीट पर होगी। जब परिस्थितियां अनुकूल होंगी, तो मदुरै जिले में सिंचाई के लिए वैगै बांध से पानी छोड़ा जाएगा। वैगै बांध तेनी, दिंडीगुल, मदुरै, शिवगंगा और रामनाथपुरम जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है। जल स्तर में वृद्धि इन क्षेत्रों के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है।

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