शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से है। 12 अक्टूबर को विजयादशमी मनाई जाएगी। पवन सिन्हा 'गुरुजी' ने विजयादशमी का महत्व बताया है। उन्होंने बताया कि यह विजया नामक शक्ति की उपासना का पर्व है। अगस्त्य ऋषि ने श्रीराम से विजया शक्ति का संधान कराया था और उन्हें 'आदित्य हृदय स्तोत्र' पढ़ने को कहा था, जिससे रावण पर विजय प्राप्त हो। विजयादशमी पर विजया शक्ति के पूजन और 'आदित्य हृदय स्तोत्र' के जप से बुरी शक्तियों को हराया जा सकता है। साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विजय प्राप्त की जा सकती है।
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00:00Vijayadashami is the day to worship the power known as Vijaya.
00:08Agastya Rishi had asked Shri Ramji to chant the power known as Vijaya.
00:16Along with that, he was told to chant the Aditya Hardesh Trot.
00:23By chanting this, the evil power, i.e. Ravana, will be victorious.
00:27The importance of Vijayadashami is to defeat the evil powers by chanting the Aditya Hardesh Trot.
00:38By worshipping the power known as Vijaya, the evil powers can be defeated and victorious.
00:46Not only that, you can be victorious in every aspect of life.
00:52Be it sports, education, or competitive exams, you will be successful in everything.