पुनर्जन्म की कहानी सिर्फ हिंदी में।
Category
🎥
Short filmTranscript
00:00क्या हुआ पंडिताइन?
00:02तुम क्यों इतनी नाराज हो?
00:03और गुढिया कैसी है?
00:05बहुत बड़ी होगी होगी, न?
00:07और देखो, उसके मनपसंद इमरती भी लेकि आया हूँ.
00:11देनी है उसे.
00:12अरे, तुम कौन हो?
00:15और हमारे बारे में इतना सब कुछ कैसे जानते हो?
00:18अरे, पंडिताइन, ये कैसी बाते कर रही हो?
00:23मैं, कृरिशना, तुमारा पती.
00:26क्या बखवास है ये?
00:28ये क्या बखवास कर रहा है?
00:30आप ये इसे तमीज नहीं सिखाई?
00:32कुछ भी बोले जा रहा है.
00:33देखिए, भैंजी, कुछ जराब.
00:36तो मतलब तुम्हें मेरी बातों का यकीन नहीं हुआ?
00:40ठीक है, अभी यकीन दिलाता हूँ.
00:46इस दुकान का लियाऊप मैंने बनाया था, न?
00:50मैं आज भी बता सकता हूँ
00:52कि पैसे वाले दराज में तुम पैसे नहीं रखती हूँ.
00:56याद है तुम्हें?
00:58ये नहीं हो सकता.
01:00क्या नहीं हो सकता, पंडिताइन?
01:02पंडिताइन, पंडिताइन, बोना बन करो.
01:04मुझे सिर्फ एक ही इनसान पंडिताइन बुलाता था, वो...
01:07वो मैं हूँ.
01:08अरे, तुम्हारा पती, रिष्णा.
01:12तुम्हें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा, न?
01:15ठीक है.
01:17याद है तुम्हें वो दिन,
01:18जब मैं नोकरी छोड़ के आय था?
01:23मैंने अपनी नोकरी छोड़ दी,
01:25हार्ड़वेर के दुखान खोल ली.
01:26तुम्हें भरोसा है न, मुझे पर?
01:29साथ दोगी न, मेरा?
01:34कुछ से जदा भरोसा है मुझे आपका।
01:36जब आप...
01:39महें नहीं हो.
01:41फांडि तायन, तुम्हें तो कहा था कि
01:43तुम्हें कुछ से जदा मुझे पर भरोसा है।
01:45तुम्हें कुछ से ज़्यादा मुझे पे भरोसा है?
01:49हज क्या हुआ?
01:51हज भरोसा नहीं है मुझे पे?
02:05मम्मी, ये लोग कौन है?
02:10पंडिता है?
02:16कितनी बड़ी हो गई है मेरी बुदिया.
02:18पूरे 12 साल हो गई तुझे देखेवे मेरी बच्ची.
02:24और ये देखो, तुम्हारी मनपसंद इम्रती.
02:27देखो, लो.
02:32पर आप हो कौन?
02:34अरे मैं, तुम्हारा पापा.
02:41पापा?
02:43माँ, तुम्हारा पापा.
02:46ये क्या पोल रहे हैं?
02:51ये मेरी पापा कैसे हो सकते है?
02:54मुझे कुछ समझ भी नहीं डिया न?
02:56मतलब, म...
02:57क्या मतलब?
02:59ये मेरा बेटा कृष्ना है.
03:03माँ की आँखे कभी धोका नहीं खा सकती.
03:06नहीं, माँ की आँखे कभी धोका नहीं खा सकती.
03:09अगर असल ये हमारा बेटा सोनु है.
03:14अम्मा जी, पूछे उससे कि अगर ये सच मुझ
03:18कृष्णराज मिष्रा है
03:21तो यहाँ ये एक बच्चे के रूप में क्यों आये?
03:24उन्हें तो गएवे 12 साल हो गये है.
03:27कौन है भाई? जो 12 साल के बाद आया है?
03:34कौन है ये सर्फ? क्या चल रहा है?
03:44ये बच्चा मेरे उफिस है और कह रहा था कि ये तेरे जीजाजी है.
03:52ने वो सारे चीज़ें बताई जो सिफ तेरे जीजाजी को बता थे.
03:57दिराज खोलयां भाँबे एक एक समान जो सिफ तेरे जीजाजी को बता थे.
04:02जाओ? और? और अमाजी. अमाजी के साथ मिला.
04:07जो सिर्फ ते जीज़ा जीज़ को बता थी.
04:10क्या?
04:11और अम्मा जी, अम्मा जी के साथ मिला.
04:15और उसे वही बाते की जो कृष्णा की आगर था.
04:20ये भी याद है.
04:27कि इसे क्या पता था?
04:29जीज़ा जी, इतने छोटे जीज़ा जी.
04:32ये बच्चा, तेरा जीज़ा, ये बच्चा.
04:39जीज़ा जी.
04:44किरिश्ना राजमिश्ला.
04:49सनो, बहुत हुआ तुम्हारा न?
04:55सुबह से कोई मिला नहीं क्या तुम्हें जो
04:57यहाँ ये नाटंकी करने आ गया हमारे घट.
04:59मयंक, अपने जीज़ा जी से ऐसे बात करते हैं?
05:03अम्मा जी, आप भी, बतुम आप भी
05:06इन बहरूपियों के बातों में आ गयें?
05:08ये बहरूपिया नहीं है.
05:11ये मेरा बेटा कृष्णा.
05:17अम्मा जी, अगर यही कृष्णा है
05:21अगर यही कृष्णा है, तो ये क्यों नहीं बताता
05:23कि यहाँ क्यों आ रहा है?
05:25मैं यहाँ अपने कातीलों को पता लगाने आ याँ.
05:30आपलों को क्या लगता है?
05:31कि मेरी मोत एक हाथसा थी, कि गलत है.
05:34मेरा खून हुआ था.
05:36मैं किसी से मिलने गया था, फिर वहाँ पर मेरे पीछे...
06:07इसलिए मैं अपने कातीलों को पता लगाने आ याँ.
06:10बखवास है ये.
06:11जीजज़ जी की मोत एक हाथसा था.
06:14मडर नहीं हुआ था उनका.
06:17और तुम सब...
06:19तुम सब हमारे घर से निकल जाओ.
06:22और आप कोई पाड़ा तो निकल जाओ.
06:25वर्णा पुलिस को बुला के, धक्के मार के घर से निकल बाओंगा.
06:30समझे?
06:32मैं भी देखता हूँ कि मुझे मेरी अम्मा से...
06:36और हमारी पंडितायन से कौन दूर करता है?
06:46और हाँ पंडितायन,
06:48तुम्हारे हाथों की खीर खाने का बड़ा मान कर रहा है.
06:52हाँ खिला दो.
06:56और हाँ,
06:59तुम ना ये साड़ी में बिल्कोल अच्छी नहीं रखती.
07:03यादे वो लाल साड़ी?
07:07जो मैंने तुम्हें जी थी.
07:18लाल साड़ी में बड़ी गजब ढा रही हो, पंडितायन.
07:48मेरा खीला की खीला बेचना कि रख जानगएं
07:52मेरे खीला की खिला बिचना की खिला बिचना किरा
08:00मैंने यहें पर नहीं दुईसदो का हुए
08:03escalation
08:05मेरा कृष्णा वापिस आ गया है.
08:17मैंने तो कभी सोचा भी नहीं था
08:19कि मैं फिर कभी तुम्हें इस रूप में देख पाँगी.
08:24क्या हुआ, बहु?
08:26क्या सोच रही हो?
08:28अमाजी, मुझे तो कुछ समझ में नहीं हो रहा
08:31कि यह सब क्या हो रहा है?
08:33जो हो रहा है, बहुत अच्छा हो रहा है.
08:37इसलिए तो तुम मेरे कृष्णा की पसंद की खीर बना रहे हो.
08:41शायद.
08:43और आमन, क्या मुझे ढूंढ रहा है?
08:48वो मैं बस यह देख रहा था
08:50कि तुम सच बोल रहा है या जूट बोल रहा है.
08:53तो मतलब तुझे भी मेरी बातों का याखिन नहीं हुआ.
08:57चल ठीक है.
08:58एक बात बता, कि जिस राथ मेरा खून वा था
09:02उस दिन मैंने तुझे मदद के लिए फोन किया था.
09:07मगर तुझे नहीं आया था.
09:12अब तो यादा आया कुछ?
09:14कृष्णा, मैं आया था, लेकिन...
09:16लेकिन, तुझे बहुत देर कर दी थी.
09:20ख़ैर, कोई नहीं.
09:22अगर तुझे पहले से पता होता कि
09:24मेरी जान खत्रे में है, तो तु जरूर मुझे बचाने आता.
09:43इतनी एमेजन्सी में क्यों बुलाया मुझे यहाँ?
09:46यह पुछने के लिए कि जिस दिन मेरा खुण हो आता, उस दिन तुझे
09:50पैसो की बड़ी सक्त जरूर थी.
09:53और मैं दे नहीं पाया था.
09:56तो बस यही पुछना था कि उनका इंतिज़ाम हो गया था, न?
10:01यह पुछने के लिए कि जिस दिन मेरा खुण हो आता, उस दिन
10:05तुझे पैसो की बड़ी सक्त जरूर थी.
10:08और मैं दे नहीं पाया था.
10:11तो बस यही पुछना था कि उनका इंतिज़ाम हो गया था, न?
10:16बड़ी फिकर हो रही थी मुझे तेरी.
10:19मैंने किसी से, किसी से मांग लिया था मैंने.
10:23मैंने भी इंतिज़ाम कर लिया था.
10:24और वो ही देने आ रहा था
10:27कि यह सब कुछ हो गया.
10:32क्या हुआ, अमन?
10:36कुछ भी तो नहीं.
10:39देख अमन, तुझ जानता है
10:41कि ना तु मुझे से जूट बोल सकता है
10:43और नाई कोई बात शुपा सकता है.
10:45अब बच्छमन से जानता हूँ यार तुझे.
10:48कि यह तेरा हकलाना है तब भी शुरू होता है
10:52जब या तु जूट बोल रहा होता है
10:54या कोई बात शुपा रहा होता है.
10:56अब सच सच बोल, क्या बात है?
10:58कृष्णा, वो...
11:01तो मतलब तो अपने दोस्ट को भी नहीं बताएगा.
11:08मुझे माफ कर दे.
11:10मुझले 12 साल से मैं भी ये बोच ढोता आ रहा हूँ.
11:15कैसा बोच है, मन?
11:17मुझे नहीं बालूम था, तु मुझे पर इतना विश्वास करता है.
11:21मुझे अपना इतना उच्छा दोबध मानता है.
11:24मतलब?
11:27जिस दिन तेला खुन हुआ...
11:30उस किलिए मैं महा ओला था.
11:32पर जब मैं महा पहुँँछा, तो...
11:38कृष्णा!
11:40कृष्णा!
11:41कृष्णा!
11:43कृष्णा!
11:44पूरणा!
11:46पूर्णा...
11:47Vijay, उत्त.
11:49अरे कोई है!
11:50कोई है!
12:08यही!
12:10यही तेरी लाश पड़ी हुई थी.
12:17इन्ही हाथों में था तू.
12:20और मैं...
12:22मैं कुछ नहीं कर सकता.
12:30हाँ.
12:31मुझे कुछ यादा रहा है.
12:33उस दिन मैं किसी से मिलने...
12:36किसी काम के...
12:37फिर एक... एक बाइक की आवाज आयिथी.
12:51उसकी बाइक एकडंब पुरानी थी और...
12:55उस बाइक पे एक शेर का स्टीकर भी था.
12:57फिर वो आदमी पे पुराने खुश थी.
13:03उसकी बाइक की से मिलने...
13:04शेर का स्टीकर भी था.
13:06फिर वो आदमी..
13:20मैं वहाँ से भागा..
13:31और वो लोग मेरे पीछे पीछे थे.
13:34और मैं एक खाई में कूद या.
14:05वो भी मेरे पीछे थे.
14:07कैसे तैसे जान बजागे तो मैं भागा और फिर..
14:11लेकिन उन्होंने मुझे खनडर में पकर दे की
14:13आप पर नहीं बहुत बना जान बहगा.
14:14मैं उन्हां पर खनडर में पकर दे जान.
14:17वो भी मेरे पीछे थे.
14:18ऐसे-ऐसे जान बजाके मैं भागा और फिर...
14:23लेकिन उननोंने मुझे खणडर में पकल लिया.
14:26और वहाँ मैंने...
14:28फिर... फिर से उन दोगों से...
14:30लड़ाई जगड़ा किया और...
14:47और फिर मैं जान बजाते हुए मैं यहाँ आ गया.
15:17यही... यही जगड़ा.
15:19फिर इसी जगड़ा उसने मुझे गन तानी
15:23और अपना मास्क खटाया
15:26और मैं कुछ देख नहीं पारा था
15:28और धुवे मेंसे एक अवाज आई.
15:31उसने कहा कि...
15:33क्या कहा? या... याद कर.
15:34क्या कहा उसने?
15:36उसने कहा कि...
15:38जीज़ाजी!
15:40हा! यही कहा था उसने.
15:43और यही वो अवाज थी.
15:49जीज़ाजी!
15:57जीज़ाजी!
16:01जीज़ाजी!
16:02आ, मैं।
16:05मैं।
16:07नहीं, मैंने कुछ...
16:08मैंने किया था, इसलिए, उसके भी कोई नहीं बोलना.
16:12आम्हाईन्र!
16:13डीझेजाजी! डीझेजाजी!
16:15डिज़ेजाजी! दीजेजाजी!
16:16कहा लिए!
16:17हमने पूरा चारण कांता चिज़ा चूठने करें!
16:20आना किया था ना कि कुछ नहीं बोलना, हूँ?
16:23अमन!
16:24रे जीज़ा जी, जीज़ा जी, कहा, कहा?
16:27क्यों थटपड़ा रहा?
16:30छोड़, मयंग!
16:32कहा जा रहो?
16:35लगता है हर जनम में
16:37मेरे हाथ से मरने का ही शौक है आपको.
16:43तुने?
16:44आ, मैं नहीं.
16:46बार-बार बताओं, क्या बात हो परवाले के हाँ?
16:49फिर से भेज दिया तुझे?
16:52इददी सा जीज़ा बना के मेरा.
16:56बता है?
16:57जब-जब तुझे जीज़ा बोल रहा हूँ ना, तो मुझे
17:00हसी आ रही, हसी रुखी नहीं रही है.
17:02तो वो तुझे था?
17:03अरे, तो कितनी बार बोलू?
17:05हाँ, मैं ही था.
17:09मैं ही था वो.
17:11चल, तुझे मैं अपने मूझ से एक बार फिर से बताता हूँ.
17:13मैंने ही अपने ब्यारे जीज़ा जीज़ी को
17:16इन हातों से, इसी बदूख से मारा था.
17:21बता है क्यों?
17:23क्योंकि तु मेरे काले धन्दों के आगे आ रहा था.
17:25मुझे घ्यान बाट रहा था, मुझे रोक रहा था
17:28और मुझे धंकी दे रहा था कि
17:29अगर मैंने ये काले धन्दों बंद नहीं किये
17:31तो मुझे पुलिस के हवाले कर देगा.
17:33मुझे पुलिस के हवाले करना था तुझे.
17:36मैंने तुझे उपरवाले के हवाले कर दिया.
17:38जैसे कि अब दोबारा करूँगा.
17:41अभी, यही, चैसे, इस बार पहुंचोंगा.
17:47मयंक!
17:49हे?
18:02बेशरंग!
18:03रुख जाये, ऐस्पेक्टर साहा.
18:08बेशरंग, बेहया!
18:12तेरी जैसे बाय होने से तो अच्छा कि किसी का बाय हो ये नहां.
18:15हर रक्षाबनदन वे
18:17यही बादा करता था, न?
18:19कि मैं तेरी रख्षा करूँगा.
18:20और तूने ही मेरे पती को माड़ाला.
18:24क्यू?
18:28क्यू वो माड़ा?
18:29बोल!
18:32बता क्यू?
18:33क्यू?
18:35और आज भी तु वही करने चला था.
18:36वो तो भला हो आमन का.
18:39जो हमें यहाँ सही वक्त में लिया आया, वरना तू तू...
18:42दीदी...
18:43चूकार!
18:45खबर दा जो अपनी गढ़ी जबान से बुझे दीदी कहा तो.
18:51बारा साल बीद कर
18:53और मैं यही सोचती रही कि इनका एकसिदन्ट हुआ था.
18:56और खाई में गढ़ी गिरने के कारण
18:59ना उनका शरीर मिला
19:00और ना ही हम उनका
19:02दास अंसकार कर पाए.
19:04लेकिन हमें क्या पता था कि तू ने
19:06इतना बड़ा शट्यांद्र रचा है?
19:10देज़ेगे इंस्पेंटे साव इसे.
19:13पिलाल तो मैं इसे यहां से ले जा रहा हूँ.
19:14लेकिन क्रिषनराज जी के डियने की जिर्वत पड़ेगी.
19:16आपकी बेटी से मैच करके ही केस रेश्टर होगा.
19:18उससे केस हमारा स्टॉंग हो जाएँ.
19:20मैंसे लाश है कहाँ?
19:23मैं बताता हूँ.
19:24ले चले इसे.
19:54ले चले इसे.
20:23रुख ये.
20:24प्रिस्टे की बात करें, वो रिष्टा पुछले चल्द का था।
20:29मैं आपकी पत्नी थी, आप मेरे पति,
20:34यह आपकी बीटि और यह आपकी माँबु.
20:41मैं तो बात कर तुमने पतना चल रष्टा यी नहीं नाहीं चल रष्टा था,
20:45आप मेरे पती, ये आपकी बीटी, और ये आपकी माँ।
20:54लेकिन इस जन्म, वो आपका परिवार है.
21:01आप इनके बेटे हैं.
21:03पिछली जन्म का जो भी अधूरा काम था,
21:06वो आपने पूरा कर लिए.
21:08लेकिन इस जन्म का अधूरा काम अभी बात है.
21:12आपकी जिमेदारी अभी वो उस परिवार की तरफ बागी है.
21:20कनन तो...
21:22अम्मा जी, ये सिर्फ पिछले जन्में आपके बेटे थे.
21:29मैं इस बेटे से उतना ही ब्यार करते हैं, जितना कि आप कर दीते हैं.
21:34लेकिन बंडी ताइन, तुम्हारा घुडिया का और अम्मा का क्या होगा?
21:42आपने हमेशा मुझे हिम्मत दिया, होसला दिया है.
21:46उसी के साथ मैंने अपने इस परिवार को 12 साल तक संभाले रखा.
21:53और आगे भी संभालती रहूँगी.
21:54लेकिन आपको अपने इस परिवार को संभालना है.
22:02जहाँ आपने जन दिया है, और मुझे पूरी उमीद है
22:07कि जो प्यार, सम्मान आपने हमे दिया, आप अपने इस परिवार को पितेंगे.
22:14ठीक है पंडिताई, मैं दूँगा. जैसा तुम कहोगे, मैं वैसा करूँगा.
22:44अपना ज्यान रखे.
23:14जैसा तुम कहोँगे, मैं दूँगा. जैसा तुम कहोँगे, मैं वैसा करूँगा.
23:44जैसा तुम कहोँगे, मैं दूँगा.