बीजेपी नेता व राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की समस्या केवल चेहरे की नहीं है, बल्कि उनके सिद्धांतिक और राजनीतिक मुखौटे की भी है। लोगों को समझ नहीं आता कि उनका सच्चा चेहरा क्या है। उनके चाल, चिंतन, और चरित्र को पहचान लिया गया है। टीएमसी संसद के इस्तीफे की पेशकश पर शुभेंदु शेखर ने पहले ही सवाल उठाए हैं, और अब टीएमसी के अंदर से भी आलोचना शुरू हो गई है। यूपी में पत्थरबाजी पर अखिलेश यादव के बयान को लेकर, एमपी विधानसभा के समय अखिलेश ने कांग्रेस को चालू कहा था और कांग्रेस ने उन्हें चिरकुट कहा। अब आतंकवाद और पत्थरबाजों के मुद्दे पर एक-दूसरे को चंदन लगाने लगे हैं, जबकि इनका अपराधियों के साथ रिश्ता लैला-मजनू जैसा है। दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा गया कि वे वरिष्ठ नेता हैं, जो अपनी विचित्र मांगों के लिए प्रसिद्ध रहे हैं। 26/11 के हमले के समय, उनकी सरकार ने इसे आतंकवादी हमला मानने के बजाय आरएसएस पर आरोप लगाया था।
#CongressIssues #PoliticalFaces #TMCInternalCriticism #AkhileshYadav #DivergentViews
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00:00समस्या क्या है कि जैसे इंडि गटवन्दन लोकसमा चुनाव के दोरान अपना चेहरा नहीं तै कर पाया था
00:07कोंग्रेस पार्टी में समस्या हर्याना में सिर्फ चेहरे की नहीं है उनके चेहरे और मुखेटे दोनों की समस्या है
00:15उनका सैधानतिक चेहरा कौन है राजनेतिक चेहरा क्या है यह भी नहीं समझ में आता क्योंकि आप जमु काश्मीर में जाएं तो उस पार्टी साथ गटवन्दन में जो कहती दारा 370 म दुबारा लाएंगे
00:25अब आप यह सोचिये इसलिए मैं कहा रहा हूँ चेहरे को लेकर उनको एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग अब किस चेहरे को जंता पहुंचाने तो मुझे लगता है जंता उनका चाल, चिंतन, चेहरा, चरित्र भली बात भी समझे
00:40समाजवादी पार्टी और उनके सईयोगी
01:10अगर एक मामने मिलको साफ है यात करिये मद्धबर्देश का चुना हुआ था तो अखिलेश जी ने क्या बोला था कॉंग्रेस के लिए बहुत चालू पार्टी है और कॉंग्रेस दे क्या कहा था चिरकुट पार्टी है ठीक ये चिरकुट और चालू कहकर एक दूसरे का कर
01:40उमर उदुला वो भी इनके साथ है और यहां पर तो इनकी हालत ये हो गई है पिंडी गटबंदर पालों की अखिलेश आदो जी की वो लैला मजरू कहानी सुनी था न अगर पत्थर उनके पढ़े तो लैला के उपर चोट लग जाती थी तो मुझे लगता वैसाई क
02:10अधिकार चेष्टा माँगे करते रहे हैं इसके लिए वो बहुत विख्षात रहे हैं विख्षात लंबे समय में और उनका जो अपरिमित घ्यान है कि कारवाई होती नहीं और वो बता देते हैं कि यह होने वाला है
02:20यात करिए न एक उधारण देना चाहता हूँ 26-11 का हमला हुआ उनकी सरकार ने का आपिसाईद ने कराया दिविज़े सिंगी ने का आरेसिस ने कराया तो इतना अदबुत घ्यान जिन बरिशनेता के उपर हो तो उसमें टिपनी करना मैं अधिकार चेष्टा माँग
02:50जो एक वैकल घ्यान के आधार के उपर स्वास्तिकों समर्ख्यित करने का प्रयास कर रहा है
02:55आरोकी बार्थी का काम उस दिशा में एक मील का पत्थर है
02:58जो प्रधान मंत्रि शी नरेंद मोधी जी के आने के बाद भारत में पहली बार आयुर वेद का आयुर विज्ञान संस्थान बना
03:03CGHS में आयुर वेद यूज भी कोविट काल में आते देखा पूरी दुनिया में आयुर वेद का विस्तार हुआ
03:08और WHO ने अपना International Centre for Traditional Medicine का केंडर भारत ने बनाया तो मैं कहा जाकता हूँ ये बदलते भारत का एक नया सुरूप अमरत काल में हमें इस कारिकर्म के मातरण से देखते हैं