कोटा, बूदाढीत. पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (पीकेसी-ईआरसीपी) के पहले बांध नौनेरा में जल भराव की टेस्टिंग का काम रविवार को शुरू हो गया है। कालीसिंध नदी पर बने इस बांध के गेट लगाने पर पानी का भराव शुरू हो गया है। टेस्टिंग का काम 12 सितम्बर तक चलेगा।
217 मीटर भराव क्षमता वाले इस बांध में शाम तक 210 मीटर से अधिक पानी आ गया था। नदी में पानी की लगातार आवक हो रही है, इससे बांध का जल स्तर बढ़ रहा है। औसतन एक घण्टे में आधा मीटर जल स्तर में वृद्धि हो रही है। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम मौके पर डटी रही और एक-एक गेट का परीक्षण किया। इस दौरान बांध में जल भराव स्तर, डूब क्षेत्र सहित गेटों का परीक्षण किया गया। बांध में कुल 226 मिलियन घन मीटर पानी का संग्रहण किया जाएगा।
पहले दिन डूबी बड़ौद पुलिया
स्टेट हाइवे 70 को जोड़ने वाली चम्बल ढीपरी पुलिया बांध के गेट बंद करते ही डूब गई है। यहां आवागमन शनिवार को ही बंद कर दिया था। पुलिस प्रशासन ने पुलिया का रास्ता बेरिकेट्स लगाकर बंद कर दिया है और सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
प्रशासन हाई अलर्ट
बांध में पानी की आवक बढ़ने के बाद प्रशासन ने डूब क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी नयन गौतम ने बताया कि हल्का पटवारी एवं ग्राम विकास अधिकारियों की गठित टीमों द्वारा डूब क्षेत्र में आने वाले गांवो की निगरानी रखी जा रही है।
21 जिले होंगे लाभान्वित
नौनेरा बांध से प्रदेश के 158 बांध-तालाब और अन्य जल स्रोत तक पानी पहुंचेगा। जल संसाधन विभाग ने 21 जिलों के लिए नए सिरे से तैयार डीपीआर में छोटे-बड़े बांधों के अलावा तालाब व अन्य जल स्रोतों को भी जोड़ा जाएगा।
नौनेरा से ऐसे पहुंचेगा बीसलपुर-ईसरदा बांध में पानी
नौनेरा बैराज से नहर के जरिये बीसलपुर और ईसरदा तक पानी पहुंचाया जाएगा। रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज, नौनेरा में नहरी तंत्र और पंपिंग स्टेशन, मेज नदी पर पपिंग स्टेशन बनाया जाएगा। साथ ही 2.6 किलोमीटर लंबी टनल भी तैयार की जाएगी, जो 12 मीटर चौड़ी होगी। इसकी लागत करीब 9600 करोड़ रुपए आंकी गई है। दूसरे चरण के लिए भी होमवर्क कर रहे हैं।
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बांध की टेस्टिंग शुरू हो गई है और अपेक्षा के अनुरूप ही पानी की आवक हो रही है। स्काडा सिस्टम से निगरानी की जा रही है। टेस्टिंग का काम सुचारू चल रहा है।
अनिल यादव अधिशासी अभियंता नौनेरा बांध, वृत्त जल संसाधन विभाग
217 मीटर भराव क्षमता वाले इस बांध में शाम तक 210 मीटर से अधिक पानी आ गया था। नदी में पानी की लगातार आवक हो रही है, इससे बांध का जल स्तर बढ़ रहा है। औसतन एक घण्टे में आधा मीटर जल स्तर में वृद्धि हो रही है। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम मौके पर डटी रही और एक-एक गेट का परीक्षण किया। इस दौरान बांध में जल भराव स्तर, डूब क्षेत्र सहित गेटों का परीक्षण किया गया। बांध में कुल 226 मिलियन घन मीटर पानी का संग्रहण किया जाएगा।
पहले दिन डूबी बड़ौद पुलिया
स्टेट हाइवे 70 को जोड़ने वाली चम्बल ढीपरी पुलिया बांध के गेट बंद करते ही डूब गई है। यहां आवागमन शनिवार को ही बंद कर दिया था। पुलिस प्रशासन ने पुलिया का रास्ता बेरिकेट्स लगाकर बंद कर दिया है और सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
प्रशासन हाई अलर्ट
बांध में पानी की आवक बढ़ने के बाद प्रशासन ने डूब क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी नयन गौतम ने बताया कि हल्का पटवारी एवं ग्राम विकास अधिकारियों की गठित टीमों द्वारा डूब क्षेत्र में आने वाले गांवो की निगरानी रखी जा रही है।
21 जिले होंगे लाभान्वित
नौनेरा बांध से प्रदेश के 158 बांध-तालाब और अन्य जल स्रोत तक पानी पहुंचेगा। जल संसाधन विभाग ने 21 जिलों के लिए नए सिरे से तैयार डीपीआर में छोटे-बड़े बांधों के अलावा तालाब व अन्य जल स्रोतों को भी जोड़ा जाएगा।
नौनेरा से ऐसे पहुंचेगा बीसलपुर-ईसरदा बांध में पानी
नौनेरा बैराज से नहर के जरिये बीसलपुर और ईसरदा तक पानी पहुंचाया जाएगा। रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज, नौनेरा में नहरी तंत्र और पंपिंग स्टेशन, मेज नदी पर पपिंग स्टेशन बनाया जाएगा। साथ ही 2.6 किलोमीटर लंबी टनल भी तैयार की जाएगी, जो 12 मीटर चौड़ी होगी। इसकी लागत करीब 9600 करोड़ रुपए आंकी गई है। दूसरे चरण के लिए भी होमवर्क कर रहे हैं।
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बांध की टेस्टिंग शुरू हो गई है और अपेक्षा के अनुरूप ही पानी की आवक हो रही है। स्काडा सिस्टम से निगरानी की जा रही है। टेस्टिंग का काम सुचारू चल रहा है।
अनिल यादव अधिशासी अभियंता नौनेरा बांध, वृत्त जल संसाधन विभाग
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