Bhaiya Ji / Bade_Bhai_se_PANGA_Lena_pad_gaya_Mehenga___Bhaiyya_Ji__2024__Movie_Explained_in_Hindi(360p)

  • 2 days ago
Bhaiya Ji full movie explained
Transcript
00:00तो आज मैं explain करने वाला हूँ हालही में Zee5 पे रिलीज वी
00:03मनोज बाज़पाई की एक एक्शन थ्रिलर फिल्म भईयाजी
00:06पर वीडियो स्टार्ट करने से पहले आप लोगों से एक रिक्वेस्ट है
00:09के वीडियो को लाइक भी करें चैनल को भी सब्सक्राइब करें
00:11तो मुझी के शुरुवात में हमें बिहार राज के एक शहर को दिखाया जाता है
00:14जहां हम मुझी के में करेक्टर रामचरन त्रिपाठी को देखते हैं
00:17जिसकी शादी की तयारी हो रही थी
00:20और उसकी शादी मैथली नाम के लड़की के साथ होती है
00:23वो रामचरन से प्यार करती है
00:25रामचरन का छोटा भाई है देवान्त
00:27जो अपने दोस्तों के साथ फिलहाल दिल्ली में है
00:29और वो वापस बिहार आ रहा है
00:31वेदान्त अपने बड़े भाई को चिड़ाने की कोशिश करता है
00:34वो अपनी भावी से कहता है कि आप नैशनल शूटर हो और भाई आपके लाइक नहीं है
00:38ये सुनका रामचरन गुस्सा हो गया था
00:40लेकिन वेदान्त तो बस मजा कर रहा था
00:42अगले सीन में हम अभीमन्यू नाम के आदमी को देखते हैं
00:44जो अपने दोस्तों के साथ दारू पीते वे गाड़ी चला रहा था
00:47अभीमन्यू और उसके दोस्त स्टेशन की तरव जा रहे थे
00:50जहां वो अपने दोस्तों के साथ पराठे खाने के लिए जाता है
00:54इधर वेदान्त भी बीहार जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुँझ गया था
00:57लेकिन उसे फिर से उसके भाई रामचरन उसे फोन करके पूछते है के
01:01तुमने ट्रेन पकर लिया क्या?
01:03लेकिन वेदान्त कहता है कि अभी टाइम है
01:06पराठे खाने के लिए आया हूँ
01:07रामचरन अपने छोटे भाई से बहुत ब्यार करता है
01:10और वेदान्त रामचरन का सौतेला भाई है
01:12इधर रामचरन के घर में हम देखते है कि शादी की पूरी तयारी हो ही गई थी
01:16क्योंकि अगले ही दिन उसके और मैथली की खलदी की रसम होने वाली थी
01:20पूरा परिवार जशने में डूबा हुआ था
01:22लेकिन थोड़ी देर के बाद रामचरन फिरस अपने भाई को फोन करने की कोशिश करता है
01:27और उसका हल-चाल पूशने की कोशिश करता है
01:29लेकिन वेदान्त फोन नहीं उठारा था
01:31रामचरन थोड़ा सा टेंशन में आ गया था
01:33अगले सीन में हम चंदरभान को देखते हैं
01:35जिसे पता चलता है कि एक लड़की ने उसके बेटे अभिमन्यू के खिलाफ पूलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है
01:41और उसके बेटे ने उसके साथ जबरदस्ती की
01:43यहाँ पूलिस वाले भी चंदरभान के साथ मिले वे थे क्यूंकि चंदरभान एक बहुती पावर्फुल इनसान है
01:49अगली सुबह हम देखते हैं कि रामचरण के दो आदमी नियाज और भोला दोनों रेल्वे स्टेशन वेदांथ को लेने के लिए पहुँझाते हैं
02:01लेकिन वहाँ उन लोगों को पता चलता है कि रेल्वे स्टेशन पर वेदांथ पहुँझा ही नहीं
02:06जब ये बात रामचरण को पता चलती है तो वो बहुत जदा घबरा जाता है क्योंकि वेदांथ का फोन भी स्विच आफ आ रहा था
02:12रामचरण वेदांथ के दोस्त को भी फोन लगाने की कोशिश कर रहा था पर वो भी फोन नहीं उठा रहा था
02:18तब ये बात रामचरण को पता चलती है तो वो बहुत जदा घबरा जाता है क्योंकि वेदांथ का फोन भी स्विच आफ आ रहा था
02:24रामचरण वेदांथ के दोस्त को भी फोन लगाने की कोशिश कर रहा था पर वो भी फोन नहीं उठा रहा था
02:29ये जानकर वेदांथ की मा याने के रामचरण की छोटी अम्मा बहुत जदा घबरा रही थी और सोच रही थी कि आखिर उसके बच्चे को क्या हुआ होगा
02:36रामचरण अपनी छोटी अम्मा को समझाता है कि वेदांथ को कुछ नहीं हुआ है तभी रामचरण को दिल्ली के पुलिस टेशन से फोन आता है और रामचरण को बताया जाता है कि उसके भाई वेदांथ का एकसिडेंट हुआ है और उसे तुरंत दिल्ली आना होगा ये ज
03:06दोड़ते वे मुर्धा घर पहुँशता है और जब वो वेदांथ की डेट बोड़ी देखते हैं तब भोला कहता है कि ये हमारा वेदांथ नहीं है
03:12मगन बताता है कि उसी का छोटा भाई है वेदांथ
03:14मगन उन लोगों को बताते है कि कल रात दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर आपके भाई का एकसिडेंट हो गया था
03:20और अब उसकी बोड़ी मुर्धा घर में रखी हुई है
03:22ये सुनकर तो राम चरण का होष उड़ गया था
03:24वो दोड़ते वे मुर्धा घर पहुँशता है और जब वो वेदांथ की डेड बोड़ी देखते हैं तब भोला कहता है कि ये हमारा वेदांथ नहीं है
03:32पूछता है कि यहां जो लड़के की लाश रखी वी थी वो कहा है इंचार्ज कहता है कि उस लड़के को अभी तुरंट जलाने के लिए जाय गया है पिर वो सभी वहां से भागते हैं और शम्शान घाट पहुँशते हैं और इधर हम शम्शान घाट में देखते हैं कि चं�
04:02डेंट अभी मन्यू ने किया था चंद्रभान वेदान्त की बोडी को जलाने के लिए अंदर भेजेता है और वो सभी वहां से चले जाते हैं थोड़ी दिर में रामचरण वहां पहुँच जाता है और देखता है कि उसके छोटे भाई वेदान्त का अंतिम संसकार करवा दि
04:32जाते हैं और वहां रामचरण वेदान्त के दोस्तों से मिलता है दोनों दोस्त पूरी कहाणी बताते हैं और यहां हमें पता चलता है कि जिस रात वेदान्त अपने दोस्तों के साथ रिल्वे स्टेशन पराठे खाने के लिए गया था वहां पर अभी मन्यू अपने आद्म
05:02अबी आचानक अभी मन्यू का एक आद्मी बंदूक निकाल लेता है और उन दोनों को मारने की धंकी देता है अभी मन्यू भी वहां पहुंच गया था और तीनों लड़कों के साथ वो जगडने लगता है लेकिन वेदान्त अपने दोस्तों को बचाने के चक्कर में अभी म
05:32वेदान्त की वही पर मौत हो गयी थी और ये सब देखकर वेदान्त के दोस्त वहां से भाग गये थे
05:36ये पूरी कहानी सुनने के बाद रामचरन को पता चल गया था के उसकी भाई की एकसिडेंट नहीं बलके ये तो माडर था
05:42नियाज मैथली को फोन करके बता देता है के वेदान्त की मौत हो चुकी है ये सुनकर तो मैथली भी हैरान हो गयी थी और वो ये बाद छोटी अम्मा को बता देती है
05:52अगले दिन रामचरन वेदान्त की अस्तिया लेकर घर पहुँझता है और अस्तियों को देखकर छोटी अम्मा बहुत रोने लगती है
05:58रामचरन अपने भाई की अस्तिया नदी में बहा देता है लेकिन वेदान्त की आत्मा उसे हर जगा दिखाए देने लगती है
06:04अपने घर में वो वेदान्त के नाम का अन्न पक्षियों को चड़ाता है लेकिन कोई भी पक्षी उस अन्न को खा नहीं रहा था
06:10ये देकर छोटी अम्मा समझ गई थी के उसके बेटे वेदान्त की आत्मा को शांती नहीं मिली है और उसकी आत्मा भटक रही है
06:17कि रामचरण सोच लेता है कि वो अपने भाई की मौत का बदला लेकर रहेगा और जिसने भी ये मर्डर किया है वो उसे मौत के घाट उतर देगा
06:24कि रामचरण अपने पूरे परिवार को कहानी बताता है और कहता है कि उसके पिता देवचरण गाउं के सरपंच के मुनीम थे और गाउं के सभी लोग उन्हें इजद देते थे
06:33लेकर उनका बड़ा बेटा यानि के रामचरण अपने पिता से पूरा उल्टा था और वो अपने पिता के बताएवे रास्ते में चलता तो था लेकर अगर कोई भी अगर उसके परिवार के उपर संकट बनके आता था तो रामचरण उनको सबक सिखाता था और पूरे गाउ
07:03आज के बाद से दंगा फसाद मारपीट करना छोड़ दिया था लेकर अब वो अपने भाई वेदान्त का मौत का बदला लेने के लिए अब वो अपने पुराने रूप में आ चुका है और उसके घर में एक खांदानी निशान भी है जिसे पूरे गाउ में दिखा दिया जा
07:34मगन सब कुछ बता देता है के चंदरभान का बेटा अभिमन्यू ने आपके भाई को मारा और उसका मोबाईल नंबर भी दे देता है ये सब जानने के बाद रामचरन मगन को छोड़ देता है
07:43मगन तुरंथ चंदरभान को फोन करके बता देता है के उसने खुद वेदान के घरवालों को बता दिया के उन्होंने वेदान को मारा है चंदरभान पूछता है के उसका नाम क्या है मगन कहता है के सभी लोगों से भाईया जी कैकर बुलाते है चंदरभान अपने आद्मिय
08:13बारे में सब कुछ बता देते हैं के वो किस तरह का इंसान है और बहुत से गुंडे मवालियों को उन्होंने मौत के घाट उता रहा है और वो यहां आकर सभी को मार डालेगा
08:22अगले दिन भाईया जी अपने गाउं में सभी लोगों के साथ चंदरभान के घर पहुंच जाते हैं और अभिमन्यूक को वहां से ले जाना चाते थे लेकिन चंदरभान कहता है के मेरे बेटे से भूल हो गई और उसके लिए वो माफी मांगता है और भाईया जी को मू मां
08:52तांडव होगा और ये कहकर भाईया जी अपने सारे आद्मियों को लेकर वहां से चले जाते हैं
08:56रामचरण के साथ और भी बुजुर्ग लोग थे जो वेदान से बहुत प्यार करते थे और उसकी मौत का बदला लेना चाते थे
09:02लेकिन रामचरण उन सबी को वापस घर जाने को बोलते हैं क्योंकि उन लोगों की ऐसी हालत नहीं है के वो लोग लडबाएं
09:09इसके बाद रामचरण से मिलने चंद्रभान के घर में काम करने वाला बावर्ची आता है और कहता है के वो अभीमन्यू विदेश जाने की तयारी कर रहा है फिर वो सबी अभीमन्यू को मारने के लिए प्लैनिंग करते हैं
09:19इधर हम देखते हैं के एक गुंडे के गैंग को कोई फोन करके अभीमन्यू को मारने को बोलता है इधर अभीमन्यू विदेश जाने के लिए निकलता है और घर का बावर्ची रामचरण को फोन करके बता देता है के अभीमन्यू विदेश जाने के लिए निकल चुका है औ
09:49र खुद अभीमन्यू को पकड़ने के लिए चला जाता है अभीमन्यू उन गुंडो से अपनी जान बचाते वे भागता है और सामने उसे रामचरण दिखाए देता है लेकिन तबी हम देखते हैं के चंदरभान अपनी गाड़ी लेकर पहुँच गया था पता चलता है के ग
10:19गोली चला देता है जिसे के रामचरण पूल के नीचे पानी में गिर जाता है
10:23ये सब कोछ दूर से नियाज और भोला देख रहे थे और रामचरण को बचाने के लिए निकल पड़ते हैं
10:28और तुरंथ नदी में जाकर रामचरण की बोडी को उठाकर निकालते हैं
10:32उसी रात को जब चंदरभान पूल के नीचे आता है रामचरण की लाश ढूनने के लिए तो उसके आदमी को रामचरण की लाश नहीं मिलती
10:38इसलिए वो अपने आद्मियों से कहता है के सभी हॉस्पिटल में जाकर रामचरण को ढूनने की कोशिश करो
10:44इधर भोला और नियाज दोनों बहुत जदा घबराए हुए थे क्योंकि रामचरण को गोली लगी हुई है और चारो तरफ चंदरभान के आदमी उसे ढून रहे थें
10:52उन लोगों को समझ नहीं आ रहा था के अब वो लोग करेंगे क्या
10:55इधर नियाज मैतिली को फोन करके बता देता है के भईया जी को गोली लगी है और उनकी हालत बहुत खराब है ये सुनकर मैतिली और चोटी अम्मा दोनों रामचरण को देखने के लिए निकलाते हैं
11:05इधर बुड़े लोग भी आपस में प्लैनिंग करते हैं के उन लोगों को पता चल गया था के रामचरण को गोली लगी है और उसे किसी भी हालत में बचाना होगा
11:13इधर पूरे शहर में चंदरभान के आदमी रामचरण को ढूनने की कोशिश कर रहे थे
11:17इधर मैथिली और चोटी अम्मा दोनों रामचरण के पास पहुशते हैं तभी वहाँ पर चंदरभान का एक आदमी उन लोगों को देख लेता है और वो चंदरभान को खबर कर देता है के रामचरण का पता मिल गया
11:27इधर चंदरभान तुरंत अपने आदमियों को रामचरण को मानने के लिए भेज देता है चोटी अम्मा तुरंत रामचरण को हॉस्पिटल भेजने का प्रबंद करती है और एक गाड़ी में प्रेस का फोटो लगाकर रामचरण को हॉस्पिटल में लेकर चली जाती है तक
11:58और उन दोनों के बीच हुए दुशमनी के कारण उनकी पार्टी को भी नुखसान उठाना पड़ सकता है
12:03इसलिए पार्टी का एक आदमी चंदरभान को फोन करके बताता है के भईयाजी आपके सामने कुछ भी नहीं है और हम सब आपके साथ है और पार्टी के लिए फर्ण्स मांगते हैं
12:11चंदरभान पार्टी के लिए फर्ण्ड भेजने का प्रबंद करते है इधर चीफ मिनिस्टर सभी से कहते है के इन दोनों को आपस में भिडने दो हमें हमें इनके बीच में नहीं पढ़ना चाहिए
12:20इधर होस्पिटल में देखते हैं के रामचरण का इलाज चल रहा था रामचरण को जब होश आता है वो बहुत रोने लगता है क्योंकि वो अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहता था और वो मैतली से कहता है के तुम किसी और लड़गे को पसंग कर लो और उससे शाद
12:50के लिए इधर चंद्रभान अपने सारे आद्मियों के साथ मिलकर मीटिंग करता है और पाटी को फंड पहुंचाने की तयारी करता है लेकिन चंद्रभान मगन को बाहर बैठने के लिए कहता है क्यूंकि मगन एक नमबर का डर्पोक आद्मी है और वो अगर रामचरण से ड
13:20हो सकता है हमें कहीं दूर जाना होगा जहां हम दोनों शांती से रह पाएं फिर मैथली और भोला मिलकर रामचरण को लेकर एक ऐसी जगा चले जाते हैं जहां कोई भी नहीं आता जाता था और भोला रामचरण के लिए दवाई लेने के लिए चला जाता है इधर पंडित को
13:50मैथली के ऊपर हमला कर देता है और उसे जान से मारने इवाला था
13:53के तबी महारामचरण पहुंझाता है और अपने भाले से
13:56उस गुण्डे को माड़ देता है रामचरण पूरी तरह से
13:59ठीक हो चुगा था और अगले दिन मगन रामचरण से
14:03और रामचरण के साइड आ गया था क्योंकि उसे पता चल गया था के
14:06चंद्रभान अब मगन के उपर भरोसा नहीं करता
14:09इसलिए मगन अब रामचरण की मदद करने का फैसला कर लेता है
14:12और बता देता है के चंद्रभान पार्टी फंड पोचाने के लिए
14:15रेल्वे यार्ड जाने वाला है
14:17इधर अभी मन्यू अपने सारे आद्मियों के साथ फंड लेकर
14:20रेल्वे यार्ड पहुंच जाता है और सारा फंड पार्टी को देने की तयारी करता है
14:24तभी वो लोग देखते हैं के वहाँ पर रामचरण पहुंच गया था
14:28इधर नियाज और भोला भी सारे आद्मियों को माने लगते हैं
14:31और रामचरण अभी मन्यू के साथ लड़ता है
14:33और अपने सिगरेट से अभी मन्यू का चेहरा जला देता है
14:36और उसे लेकर रेल्वे की पट्री में चला जाता है
14:39लेकर अभी मन्यू अपने पिता को फोन लगाता है
14:41और वीडियो कॉल में रामचरण देखता है कि उसकी चोटी अम्मा चंद्रभान के कभजे में है
14:46रामचरण अभी मन्यू को लेकर चंद्रभान के घर पहुंचता है
14:49चंद्रभान अपनी आद्मियों से कहता है कि रामचरण के उपर गोली चलाने
14:52लेकर देखते हैं कि रामचरण के गाड़ी के उपर रामचरण ने अभी मन्यू को बांद रखा था
14:57ये देकर चंद्रभान अपने आद्मियों से गोली चलाने से मना करता है
15:01रामचरण देखता है कि उसकी चोटी अम्मा को लटका के रखा गया था
15:05और नीचे चारो तरफ आग जला हुआ था
15:07रामचरण अभी मन्यू को नीचे गिरा देता है और अपनी चोटी अम्मा को आग से जलने से बचा लेता है
15:13दोना अपनी जान बचा कर वहाँ से भागते हैं और चोटी अम्मा रोने लगती है कि तुमने मुझे क्यूं बचाया
15:18वेदान तब इस दुनिया में नहीं है और मैं भी इस दुनिया में रहकर क्या करूँगी
15:22चंद्रभान वहाँ पर आकर बताता है कि मैंने वेदान को जिन्दा जलाया था ये सुनकर चोटी अम्मा बहुत जाधा गुस्से में आजाती है और रामचरण से कहती है कि मुझे मेरे बेटे का बदला चाहिए
15:32एक आदमी बंदुक लेकर रामचरण को मारने के लिए आता है तब ही हम देखते हैं कि मैथली वहाँ पर पहुंच जाती है और अपनी बंदुक से सभी को निशाना लगाकर गोली मारने लगती है पिर वहाँ पर बुढ़े लोग भी आजाते हैं जो चोटी अम्मा को लेकर
16:03बंदुक निकाल कर सभी को पर हंम्ला करता है जैसे वो habit री के अंदर पहुँँँ टा है वहाँ पर उसे आत का
16:08निशान दिखा देता है और वहां पर उसे बंदुक मिलता है जिसे के वो सभी को मारने लगता है यदर मैथली भी सभे गुंढों
16:14ऽढर रही थी। रामचरण चन्दरभान को दूण लेता है और उसा माड़ने लगता है।
16:18और वहाँ पर अभी मन्यू भी पहुँच गया था।
16:20लगन रामचरण उसे भी बे धडडख माड़ता है।
16:22चंदरभान अपना हतियार निकाल कर रामचरण के उपर हमला करने लगता है
16:26रामचरण अपने भाई को याद करता है
16:28और अपना भाला उठाकर दोनों के उपर हमला करता है
16:31और दोनों को आग के अंदर फेंग देता है
16:33जिससे के दोनों बाब बेटे की वही पर मौत हो जाती है
16:36और इस तरह रामचरण ने अपने भाई के मौत का बदला भी ले लिया
16:40फिर वो सभी लोग अपने घर लोट आते हैं
16:42और देखते हैं कि रामचरण फैसला करता है
16:44कि आज के बाद से वो हिंसा करना बंद कर देगा
16:46और इसी के साथ यही फिल्म यही पर एंड हो जाती है
16:49तो आपको यह वीडियो कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं
16:52वीडियो पसंद आया तो वीडियो को भी लाइक कर दे
16:54चैनल को भी सबस्क्राइब कर दे
16:55मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में टेक केर

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