देते रहे नोटिस, बसती रहा बस्तियां
-रास्तों में भरा पानी, घरों में कैद हुए लोग
अजमेर. फॉयसागर से आनासागर को जोड़ने वाली बांडी नदी के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण कर बनाए गए सैकड़ों मकान अब कॉलोनियों का रूप ले चुके हैं। बांडी नदी सिने वर्ल्ड चौराहे के सामने से लेकर फॉयसागर तक कई कॉलोनियां व रेजीडेंसी हैं। हाल ही कई स्थानों पर कृषि भूमि पर भूखंड भी काटे जाकर बेचे जा रहे हैं।
‘पत्रिका’ ने उठाया था मुद्दा
अवैध निर्माणों को लेकर ‘राजस्थान पत्रिका’ ने गत वर्षों में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। अजमेर विकास प्राधिकरण ने सर्वे कर जीरो पॉइंट लगाए। बाद में करीब 70 मकान मालिकों को सिर्फ नोटिस देकर इतिश्री कर ली।
जोखिम में रह रहे लोग
इन दिनों फॉयसागर की चादर चलने के बाद डूब क्षेत्र में निर्मित मकानों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा पैदा हो गया है। कई मकानों के आगे कई दिनों से जलभराव होने से नीवों में पानी जा रहा है। सीलन खत्म नहीं हो रही। ऐसे मकानों में लोगों को जोखिम में रहना पड़ रहा है।
-रास्तों में भरा पानी, घरों में कैद हुए लोग
अजमेर. फॉयसागर से आनासागर को जोड़ने वाली बांडी नदी के बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण कर बनाए गए सैकड़ों मकान अब कॉलोनियों का रूप ले चुके हैं। बांडी नदी सिने वर्ल्ड चौराहे के सामने से लेकर फॉयसागर तक कई कॉलोनियां व रेजीडेंसी हैं। हाल ही कई स्थानों पर कृषि भूमि पर भूखंड भी काटे जाकर बेचे जा रहे हैं।
‘पत्रिका’ ने उठाया था मुद्दा
अवैध निर्माणों को लेकर ‘राजस्थान पत्रिका’ ने गत वर्षों में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। अजमेर विकास प्राधिकरण ने सर्वे कर जीरो पॉइंट लगाए। बाद में करीब 70 मकान मालिकों को सिर्फ नोटिस देकर इतिश्री कर ली।
जोखिम में रह रहे लोग
इन दिनों फॉयसागर की चादर चलने के बाद डूब क्षेत्र में निर्मित मकानों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा पैदा हो गया है। कई मकानों के आगे कई दिनों से जलभराव होने से नीवों में पानी जा रहा है। सीलन खत्म नहीं हो रही। ऐसे मकानों में लोगों को जोखिम में रहना पड़ रहा है।
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