बांग्लादेश की सच्ची घटना
यह वीडियो CAA (नागरिकता संशोधन अधिनियम) की आवश्यकता के पीछे की चौंकाने वाली सच्चाई को एक दिल दहला देने वाली कहानी के माध्यम से उजागर करता है। यह वीडियो बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों द्वारा झेली गई कठोर वास्तविकता को सामने लाता है, जो CAA के माध्यम से प्रताड़ित समुदायों को आश्रय प्रदान करने की महत्ता को उजागर करता है।
इसमें हम अनिल चंद्रा के परिवार की दुखद कहानी पर ध्यान देंगे, जो बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न का शिकार हुए। जानें कि 8 अक्टूबर 2001 को क्या घटनाएँ घटी और क्यों CAA कमजोर अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
इस वीडियो में शामिल हैं:
1. पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू जनसंख्या में कमी
2. तस्लीमा नसरीन और उनके उपन्यास "लज्जा" की कहानी
3. पड़ोसी देशों में हिंदुओं के खिलाफ अनरिपोर्टेड अत्याचार
4. अल्पसंख्यक उत्पीड़न के बारे में जागरूकता का महत्व
इस संवेदनशील लेकिन महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा में शामिल हों। CAA के बारे में अपनी राय कमेंट में साझा करें।
DISCLAIMER: इस वीडियो में संवेदनशील सामग्री शामिल है और यह सभी दर्शकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। दर्शक अपनी विवेकाधीनता का प्रयोग करें।
Discover the shocking truth behind the necessity of CAA (Citizenship Amendment Act) through a heart-wrenching story from Bangladesh. This video exposes the harsh reality faced by Hindu minorities in neighboring countries, highlighting the importance of CAA in providing sanctuary to persecuted communities.
We delve into the harrowing tale of Anil Chandra's family, victims of religious persecution in Bangladesh. Learn about the incidents that transpired on October 8, 2001, and understand why the CAA is crucial for protecting vulnerable minorities.
This video also touches upon:
1. The decline of Hindu populations in Pakistan and Bangladesh
2. The story of Taslima Nasrin and her novel "Lajja"
3. Unreported atrocities against Hindus in neighboring countries
4. The importance of awareness about minority persecution
Join the discussion on this sensitive yet crucial topic. Share your thoughts on CAA in the comments below.
DISCLAIMER: This video contains sensitive content and may not be suitable for all viewers. Viewer discretion is advised.
#caa #citizenshipamendmentact #bangladeshhindus #minorityrights #religiousviolence #taslimanasrin #lajja #hinduinbangladesh #southasianpolitics #refugeecrisis #minoritypersecution #humanrights #indianlegislation #hinduprotection #unreportedatrocities #pakistanminorities #bangladeshminorities #secularism #religiousfreedom #caadebate #bangladesh #bangladeshprotest #bangladeshnewsupdate #bangladeshcrisis #SubscribeNow #hinduism #youtubevideo #viral2024 #youtubefeed #trending2024 #history #moralstories #viral2024 #trending2024 #mostviewedonyoutube #topvideos #sanatanfamily_official #youtubefeed #youtubehomepage #youtubesearch
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इसमें हम अनिल चंद्रा के परिवार की दुखद कहानी पर ध्यान देंगे, जो बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न का शिकार हुए। जानें कि 8 अक्टूबर 2001 को क्या घटनाएँ घटी और क्यों CAA कमजोर अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
इस वीडियो में शामिल हैं:
1. पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू जनसंख्या में कमी
2. तस्लीमा नसरीन और उनके उपन्यास "लज्जा" की कहानी
3. पड़ोसी देशों में हिंदुओं के खिलाफ अनरिपोर्टेड अत्याचार
4. अल्पसंख्यक उत्पीड़न के बारे में जागरूकता का महत्व
इस संवेदनशील लेकिन महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा में शामिल हों। CAA के बारे में अपनी राय कमेंट में साझा करें।
DISCLAIMER: इस वीडियो में संवेदनशील सामग्री शामिल है और यह सभी दर्शकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। दर्शक अपनी विवेकाधीनता का प्रयोग करें।
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We delve into the harrowing tale of Anil Chandra's family, victims of religious persecution in Bangladesh. Learn about the incidents that transpired on October 8, 2001, and understand why the CAA is crucial for protecting vulnerable minorities.
This video also touches upon:
1. The decline of Hindu populations in Pakistan and Bangladesh
2. The story of Taslima Nasrin and her novel "Lajja"
3. Unreported atrocities against Hindus in neighboring countries
4. The importance of awareness about minority persecution
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00:00बांगलादेश में जो अभी चल रहा है उसे देखकर बहुत से लोगों को समझ आ गया होगा कि CAA क्यों जरूरी था
00:06पर जो घटना मैं आज बताने जा रहा हूँ उसे शायद कोई मा बाप सुन भी न पाए
00:11इस घटना को सुनने के बाद आप बताना कि CAA जरूरी था या नहीं
00:15एक मा जब बलादकारियों को कहती है कि अबदुल अली एक एक करके करो वरना वह मर जाएगी
00:20वह महस चौदा साल की है तसलीमा नसरीन जिनने इस सत्य घटना को अपने लज्जा उपन्यास में बताने पर अपने वतन से निर्वासित होना पड़ा
00:278 अक्टूबर 2001 जगह बांगलादेश अनिल चंदर और उसके परिवार दो बेटियां जिसमें एक 6 साल और दूसरी 14 साल की पूर्णिमा यह परिवार इतना सक्षम था कि अपने परिवार को अच्छे से पाल रहा था क्योंकि उसके पास इतनी जमीन थी कि उसे किसी प्रकार
00:57एक को अब्दूल अली, अल्टाफ हुसैन, हुसैन अली, यासीन अली, रिटर्न शेख अब्दूल रूफ और अन्य कुछ लोग अनिल चंदरा के साथ जमीनी विवाद करने लगते हैं
01:05लेकिन असल में उनका मकसद जमीनी विवाद नहों कर कुछ और ही था
01:09यह लोगों ने अनिल चंदरा के साथ मारपीट शुरू कर दी जब उसकी पतनी उसे चुड़ाने के लिए आई तो उसे भी मारना शुरू कर दिया और दोनों को वही बांस से बात दिया
01:17उसके बाद वह हैवान महज़ उस 14 साल की बच्ची पर तूट पड़े और वह सब कुछ करने लगे जो लफ़जों में बता भी नहीं सकता
01:23यह देखकर उस माँ के मुह से लिखले शब्द पूरी इंसानियत को जख्जोर कर रख देने वाले
01:29उन हैवानों के अत्याचार को देखकर मा ने कहा अब्दुल अली एक एक करके करो नहीं तो वह मर जाएगी
01:35वह अभी 14 साल की ही है अभी उनकी हैवानियत कहां खत्म होने वाली थी उन सभी हैवानों ने उसकी छोटी बहन जो मात्र 6 साल की थी
01:41उसके साथ भी वही सब कुछ किया और वहाँ के आसपास के लोगों को धंकी दी कि अगर किसी ने भी उनकी मदद की तो उनके साथ भी ऐसा ही होगा
01:49ये होता है किसी शांती दूर देश में फिर वह पाकिस्तान हो या बांगला देश पता नहीं कितनी ही पूनिमा जैसी बेटिया ऐसे दरिंदों के भीट चड़ी होगी
01:59हिंदू जन संख्या 30 प्रतिशत से 8 प्रतिशत रह गई और पाकिस्तान में हिंदू जन संख्या महस 20 प्रतिशत से घट कर 2 प्रतिशत रह गई
02:07अगर आप भी अपने आप को सेकुलर हिंदी मानते हैं और आपको भी लगता है कि भारत में अलप संख्यक सुरक्षित नहीं है तो कभी बांगला देश या पाकिस्तान की किसी पूनिमा को इंटरनेट पर सर्च कर लेना ऐसी बहुत सी घटनाएं आपको मिल जाएंगे
02:1965 वर्षिय पुजारी आनंद की मंदिर जाते हुए हत्या देगायल के निखिल चंडर के हत्या
02:252001 में नेशनलिस्ट पार्टी और इसलामी जमात के गुंडो ने महस 6 साल की रीता राणी के साथ जो किया वह सब को पता ही है
02:33नीज चैनल इन सब घटनाओं को कभी नहीं बताया क्योंकि इन सब के लिए उन्हें रुपय नहीं मिलते हैं
02:39हाँ ऐसी खबरों को दबाने पर रुपय जरूर मिल जाएंगे
02:43अब मेरा आपसे शुरू में पूछा गया वह सवाल की क्या CAA जरूरी है या नहीं
02:47कममेंट में जरूर देखें