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00:00हम लोगबद हमारा अपना था अल्लिए.
00:13छयणा है बस तक उसकी फियसाण के अमानत है
00:15और जिन्दगी मावत के अमानत है
00:17लोग जर्वत के मुतावेक स्टेमाल करते हैं
00:19और हम ये समस्ते हैं कि लोग हमें पसंद करते हैं
00:21यही तो भ्रम है जिन्दगी का
00:23दुनिया की सबसे बेहतर दोड़ा है जिम्मेदारी है
00:26एक बार लेके तो देखिए जिन्दगी फ़र धखने नहीं देगी
00:29तभी तद पुछे जाओगे जब तद काम आओगे
00:32क्योंकि चिरागो के चलते ही तिल्ली को बुज़ा दिया जाता है
00:36इस दिन्या में सभी महिलाही अपने बेटी को सरवन बनाना चाहती है
00:40लेकिन अपने पती को सरवन बनते नहीं देख सकती है
00:43पैसों से मिली हुशी कुछ समय के लिए रहते है
00:46लेकिन अपनों से मिली हुशी जीवन में साथ रहती है
00:49किसी की बुराई तलास करने वाले इंसान की मिसाल उस मक्खी की तरह है
00:53जो सारे खुब सुरत जिस्म को छोड़ कर केबल जखम पर ही बैठती है
00:57सरी कृष्ण कहती है जिसे जाना है उसे जाने दे
01:00अगर वा आज रुक भी गया तो कल चला जाएगा
01:03किसी को नजरंदाज करने में और व्यस्ट रहने में बहुत फर्क होता है
01:07खुब सुरती इसमें नहीं कि हम कैसे देखते हैं
01:10बलकि खुब सुरती इसमें है कि हम दूसरों से कैसे बहवार करते हैं
01:14खुद खुसी स्विकार करने वाला समाज खुद की खुसी से की गई
01:17साधी कभी स्विकार नहीं कर पाता हूँ
01:19अगर किसी की आदत देखनी है तो उसे इजट कर
01:22और अगर किसी की फितरत देखनी है तो उसे आजाधी दो
01:25मुझे कमजोर समझने के गलती बत कर रहा है
01:27मैं प्यार और वार वक्त आने पर दोनों करने चाहता हूँ
01:31खामोशियां कभी बेवज़न नहीं होती है
01:33कुछ दर्ब यह ऐसे होती है जो अब आज तक छीन लेते है
01:37जिंदिगी में महबब भले ही खो जाये
01:39लेकिन महबब के लिए कभी जिंदिगी मत खो जाये
01:41अंधकार के अंधे इनसान को ना तो अपनी गलतियां दिखाये देती है
01:45और ना ही दूसरे इनसानों में कुछ अच्छाई दिखाये देती है
01:49आज तक बहुत भरोसी तुटे
01:51लेकिन भरोसी के आदत अब तक नहीं छोटे
01:53लोगों से रिष्टे निभाकर बस एक ही बात सीखिये
01:57अगर किसी की हद से ज़्यादा फिक्र करोगी
01:59तो वो इनसान आपको रद्दी के भाव समझने लग जायेगा
02:03जो लोग दूसरों को हर समय नीचा दिखाते रहते हैं
02:07उनको ये एहसास नहीं है कि वो ऐसा करके खुद कितनों नीचे गिर रहे है
02:11खामोशी का मतलब यहाज भी होता है
02:13पर कुछ लोग इसे कमजोरी समझ रहते हैं
02:15मुझे गमन्ड नहीं है किसी बात का
02:17क्योंकि मैं जानता हूँ कि एक रात जिंदिगी में ऐसी भी होगी
02:21जिसकी बात कोई सवेरा नहीं होगा
02:23जिंदिगी में दो लोग बहुत तकलेव होगी
02:25एक वो जिससे प्रेम ना और उसके साथ रहना पड़े
02:29दूसरा वो जिससे हद से ज़्यादा प्रेम और उसके बिना रहना पड़े
02:33बहुत खास होते हैं वो लोग जो वक्त आने पर अपनों को वक्त देते हैं
02:38मज़ा कों पैसा
02:39काफी सोच समझ कर उड़ाना चाहिए
02:41वादा अगर निभाना सको तो किसी से किया भी मत करो
02:44इस खेल में आपका तो सिर्फ वादा तोड़ता है
02:47लेकिन कोई अंदर तक तोड़ जाता है
02:49वो इंसान आपकी वैल्यू कभी नहीं समझेगा
02:51जिसके लिए आप हमेसा उपलंद रहेंगे
02:54इंसान अपनी मर्झे से खवंश नहीं होता
02:56वो किसी ना किसी बात से अंदर तक सिताया जाता है
03:00एक बात हमेसा याद रहता है
03:02हम किसी के लिए एक समय तक ही खास रह सकते हैं
03:04जैसे ही उसका इंटरेस्ट ख़तू है
03:06वैसे ही वो हमें इन्हों करने जाते हैं
03:08अपनी नज़ार हमेशा उस चीज़ पर रखो जिसे तुम पाना चाहते हैं
03:12कहते हैं जिंदगी का आग नहीं ठिकाना विश्वर का घर है
03:15कुछ हिच्छा कर लीजिये
03:16क्योंकि किसी के घर खाली हाथ नहीं जाते हैं
03:18आप अपनी मर्झे से किसी को चाहतो सकते हैं
03:21लेकिन अपनी मर्झे से किसी को बुला नहीं सकते हैं
03:23अजनवी रहना ही बैदर है
03:25क्योंकि करीब आकर लोग सिर्फ चोट हो जाते हैं
03:27जो हमें समझ नहीं सका
03:29उसे हग है कि वो हमें बुला ही समझे
03:31किसी के पीछे इतना में पागल मत हो जाना
03:34कि वो सच में तुम्हें पागल समझे
03:36इजट बहुत महंगी चीज है
03:38इसके उमेद घटिया लोगों से कभी मत करना
03:40लोगों की बात में आकर
03:42किसी की गलत इमेज अपने दिमाद में बनाना
03:44सबसे बड़ी वेब्कुफी है
03:46जो अपनी अवकात नहीं बना पाता
03:48उसे या तो किसी की गुलामी करने पड़ती है
03:50या दुनिया उसे अपनी अवकात दिखाती है
03:52कुछ लोगों को कितना भी अपना
03:54बनाने के कोशिस करें
03:56लेकिन वो साबिद कर देते हैं कि वो हमारे कभी नहीं बन सकते है
03:58वक्त रहते ही कुछ को बदल लेने में ही बलाई है
04:00क्योंकि अगर वक्त ने बदला
04:02तो बहुत पकलीफ होगी
04:04आज की दौर का वही भगवाण है
04:06जिसके पास पैसा नहीं पाता है
04:08आज रिष्टे का दूसरा नाम पैसा गंधी है
04:10गर में कितने भी गंधी कियों था
04:12अगर आपके पास पैसे है
04:14तो आपके अनपढ़ता, आपके बुरे गर, आपका बुरा वैवार
04:17सब कुछ माफ कर दिया जाएगा
04:19यह कल युग है
04:20यहां बुरे के साथ बुरा हो या ना हो
04:22लेकिन अच्छों के साथ बुरा अवश्य होता है
04:24कुछ लोग मदलों के लिए हर रिस्ता जोडते हैं
04:27अपना काम मिला कर सच्ची लोगों के दिल दोडते हैं
04:30वो समस्ते हैं उनसे जाना चालाग कोई नहीं है
04:32पर हककती में वो अपनी किस्मत ओडते हैं
04:35अगर उन्हें जाना है तो जाने दो
04:36क्यों पकरता रहा है?
04:37रिस्तों में प्यार अच्छा रहता है
04:39भेक मांगना नहीं
04:40पतनी को उड़ने के लिए पंकों के नहीं
04:42बल्कि अपने पती के साथ और अपने पन की जरुरत होती है
04:45जिन्दगी में सब लोग दोस्त या रिस्तिदार बन कर नहीं आते हैं
04:48कुछ लोग सबक बन कर भी आते हैं
04:50किसी दूसरे की तारेफ क्या तारेफ
04:52जब अपना हमसफर ही लाजवाब हो
04:55वक्त कभी एक जैसा नहीं रहता
04:57उन्हें भी रोना पड़ता है
04:58जो बेवजह दूसरे को रुयाते हैं
05:00उस इन्सान का भी तो दर्द समझो
05:02जो तुम से अब कुछ नहीं कहता
05:04किसी के इतना करीब है मत जाओ कि उसे तुम्हारी दूरी अच्छी लग रही है
05:07वो गलतियां बहुत दुख देते हैं
05:09जिनकी माफ्य माँने का वक्त नितल चुका है
05:11अगर कोई अगला है
05:13तो इसका मतलब ये नहीं कि उसे कोई पसंद नहीं करता
05:15भलकि वो अगला इसलिए है
05:17क्योंकि वो इस तुम्हारी अच्छी से जान चुका है
05:19किसी के लिए इतना भी मत गिरो
05:21कि जिस इन्सान के लिए तुम गिरते हो
05:23वो तुम्हें उठाने से ही वोकर जाए
05:25कुछ लोग बाहर से बहुत फुफ्सूरत होते हैं
05:27लेकिन दिल से उतनी जहरी है
05:29अकेले रहने पर आप इतना दुखी नहीं होगे
05:31जितना आप एक गलत इंसान के साथ रहने पर हो सकते हैं
05:33गलत होकर खुद को सही सावित करना उतना मुश्किल नहीं होता है
05:35जितना कि सही होकर खुद को सही सावित करना होता है
05:37किसी की आदत होना प्यार से ज़्यादा खतरनाक होता है
05:39जो थोड़ा सावी किसी और कहो वो मुझे ज़्यादा सावी नहीं चाहते है
05:41कुछ लोग इतनी भोले बंकर बात करते हैं
05:43जैसे हमें उनकी काली कर्तूतों का पता ही नहीं है
05:45किसी ने सच ही कहा है
05:47वो लोग आपका मोल कभी नहीं समझ पाएंगे
05:49जिसके लिए आप हमेशा हाज़े रहते हैं
05:51थोकर इसलिए नहीं लगती कि इंसान गिर जाए
05:53थोकर इसलिए लगती कि इंसान समझ जाए
05:55जादा सिधा होना अच्छी बात नहीं है
05:57सीधे व्रिक्ष पहले काट लिये जाते हैं
05:59जबकि तेड़े व्रिक्ष बच जाते हैं
06:01कटीवी तेहडिया कहाँ चाओ देती है
06:03हद से जादा हुमीदे हमेशा घाओ देती है
06:05अपनी जिंदिगी में एक किसी को अपनी आदक मत बनाना
06:07क्योंकि जब वो इंसान बदलता है
06:10जब तक किसी अपने से घोखा ना मिले
06:12तब तक समझ ही नहीं आता
06:14कि जिंदिगी क्या है
06:16छोड़ दिया मैंने लोगों के पेछे चला
06:18क्योंकि मैंने जिसको जितनी जादा इच्छन ती
06:20उसने मुझे उतना ही गिरा हुआ समझा
06:22एक बार जब आपको लगने लगे
06:24कि आप किसी के द्वारा ताले जा रहे है
06:26तो उन्हें फिर कभी बरेशान वद कर
06:28जिनोंने आपको कश्ट दिया है
06:30कश्ट तो उन्हें भी मिलेगा
06:32और विश्वास रखना आपको ये देखने का
06:34मौका भी मिलेगा
06:36उन्हें फिर कभी बरेशान वद कर
06:38जिनोंने आपको कश्ट दिया है
06:40कश्ट तो उन्हें भी मिलेगा
06:42और विश्वास रखना आपको ये देखने का
06:44मौका भी मिलेगा
06:46एक हथ तूट जाने के बाद इंसान अपने हथ में आए
06:48खुशिया भी ठूप्रा देता है
07:07लेकिन जब बात आत्मसंवान की हो
07:09तो वहाँ रिस्ता ख़तुं कर देना ही सही होता है
07:11सहारे इंसान को खुंखला कर देते हैं
07:13और उमिदे इंसान को कबजोर कर देते हैं
07:15इसलिए अपनी ताकत के बलपर जीने में शुरू करो
07:18क्योंकि आपसे अच्छा साथी और हमदर्ध आपका कोई और नहीं हो सकता
07:22ऐसा लगता है हमें तो सारे फरिश्टे ही हो रहे हैं
07:25अपनी जिन्दिगी में कोई गलती करता ही नहीं है
07:27हमेंसा गलती हमारी नहीं होते है
07:29जिन्दिगी में एक बात अच्छे से सीखे
07:31जिसे जान से ज़्यादर चाहो वो इनसान हमेशा बदल जाना है
07:34श्री कुष्ण कहते है गलतिया कीजिये वो सबसे होती है
07:37लेकिन अभी किसी के साथ गलत मत केजिये
07:40किसी के छोड़ जाने पर चिंता मत करना
07:42गलत लोगों को जाना पड़ता है
07:44ताके आपके जिनगी में सही लोग आ सके
07:46जब कोई रिस्ता आपको बोज लगने लगे
07:48तो उसे तोड़ देने में ही समझदारी होती है
07:50इश्वर रोकी चाहे कभी देवा
07:52लेकिन उन लोगों से बजा के रखना जो
07:54अपना बोलकर पीट भीचे बार करते है
07:56अगर सुखी जीवन जीना चाहते हैं
07:58तो दूसरों का कहा दिल पर लगाना छोड़ दो
08:00लोग तो नाम तक भूल जाते हैं
08:02जब उनका आप से काम लिगल जाता है
08:04उदासियों तुम पर बीटेगी
08:06तो तुम भी जानोगे कि कितना दर्द होता है
08:08किसी को नजरताज करने के लिए
08:10सबसे जादर दर्द कब होता है
08:12जब आपको पता लगता है
08:14कि आप किसी के दोरा इस्तेमाल किये जा रहे हैं
08:16और जिस पर आपने सबसे ज़्यादर बरूसा किये
08:18इसने आपसे जूट गोड़ा है
08:20जूट गोड़ा है
08:22बात करने का तरिका ही बता देता है
08:24कि रिष्टों में कितनी गेहराई है और कितना अपनापन है
08:26परिवार में चल रहे है बातों को भिराज रखना चाहिए
08:28वरना ऐसी बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:30परिवार में चल रहे है बातों को भिराज रखना चाहिए
08:32परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:34परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:36परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:38परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:40परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:42परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:44परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:46परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:48परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:50परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:52परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:54परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:56परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
08:58परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:00परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:02परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:04परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:06परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:08परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:10परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:12परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:14परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:16परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:18परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:20परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:22परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:24जिन्दिगी में अक्सर उसी इंसान को धोखा मिलता है जो किसी को धोखा देनी की सोच भी नहीं सकता
09:29जब नए लोग मिल जाते हैं तो पुराने बोज लगने लगते हैं
09:32परिवार में चल रहे है बातों को लोग बड़ी दिलचस्पी से फ़िलाते हैं
09:34लोगों पर नहीं क्योंकि धोखा लोग देते हैं भगवान नहीं
09:37आजकल धोखा भी लोग बड़े ध्यान से देते हैं
09:40इधर प्यार जिताते हैं और दिल कहीं और लगाते हैं
09:42अब डर सा लगता है हूँ लोगों से जो कहते हैं
09:45मेरा यकीन तो करो मैं हर दुख में तुम्हारे साथ हूँ
09:48जिस्म पर जखन दे दो तो चलेगा
09:50लेकिन आत्मसम्मान पर खरोज बिल्कुल भी बरदास्थ नहीं है
09:53खुलकर जीना है तो कभी किसी पर मत मरे
09:55किसी को force मत करो कि वो तुम्हें याद करें
09:58कुछ दिन खामोष रहे देखो
10:00उसकी जिन्दी में आपके कितने वैलियों है
10:02एक बात बोलो अगर आप किसी को हर्ट करो
10:04और उन खामोष सोच रहे थो
10:06तो समझ रहे हो कि वो खुद से भी ज़्यादर आपको प्यार करता है
10:08अपनी जोपडी में राज करना
10:10आपको दूसरों के महल में गुलावी करने से गही ज़्यादर प्यार करता है
10:12प्रसंसा से भिहलना माता
10:14और क्रोध से जलना माता
10:16अपनी बुढ़ाई से वलना माता
10:18और किसी के मीठे सब्दों में फिसलना माता
10:20अकेले रहना बहुत सही है
10:22अपने लोगों के साथ रहने के जो आपके कदर नहीं करते
10:24किसमा और अगलों का कोई भारूसा नहीं है
10:26ये दोड़ों कभी भी बनट सकते
10:28नरम दिल के लोग जल्दी रूप पड़ते
10:30जल्दी रूप जाते और जल्दी से मान भी जाते
10:32उम्मेद करना गलत नहीं होता
10:34लेकिन हमसे गलती यह होती है
10:36कि हम गलत लोगों से उम्मेद लगना बैठते
10:38सब्द का अपना ही एक स्वाध है
10:40बोलने से पहले खुद चक्रें जाए
10:42अगर खुद को अच्छा ना लगे
10:44तो दूसरों को कैसे अच्छा लगेगा
11:02वही इंसान पीछे से वार कर देता
11:04मतलब ना हो तो लोग गोलना तो दोर
11:06देखना भी छोड़ देते
11:08बिना मतलब के कोई आपको इजजट नहीं देता
11:10इसलिए खुद को इतना सफल बना
11:12कि बिना मतलब के लोग आपके इजज़ट करें
11:14कुछ भी नहीं बदलेगा यहाँ
11:16मेरे बिना दो चार लोग रोईँ
11:18सिर्फ दो चार दिनों के लिए
11:20जो बिना मतलब के बात करें
11:22ऐसे इंसान के तलाज से हुझे
11:24नींद देख निलाम हो जाती है दिलों के लेखे
11:26अक्सर वही दिये हाथों को जला देते हैं
11:28जिसको हम आवास लेकर बचा रहे होते हैं
11:30आप किसी से सिर्फ उतना ही मिलो
11:32जितना वह आप से मिलना चाहता है
11:34किसी ने मुझे से पूछा पूरी जिंदिगी क्या किया
11:36मैंने हसपर जवाब दे कि
11:38किसी के साथ मैंने धोका नहीं किया
11:40जब भी तुम्हारा होसला आस्मान तक जाएगा
11:42याद रखना कोई न कोई तुम्हारे पंग
11:44काटने अवस्य आएगा
11:46भले ही जीवन भर अपेले रहने न लेकिन
11:48जबर्डस्ति किसी से रिस्ता निमाने की जित
11:50मत करना मैंने सबसे ज़ाद धोका
11:52अपनी अच्छाई सिखा रहा है
11:54सामने वाले को वैसा ही नाल लिया जैसे दिखा
11:56लेकिन बाद में पता चला यहां के लोग
11:58दिखते कुछ और है और मोते कुछ और है
12:00ना जाने क्यों इतनी दर्दप गोती है ये महपत
12:02कि एक हसता हुआ इन्सान भी रोने की दुआ वालता है
12:06आपका दुख आपके दिमाग के उपज है
12:08आप जितना जादर सूचेंगे
12:10दुख उतना ही जादर बढ़ता जाए
12:12किसी को मिला कर सूझाना इतना हसान नहीं होता है
12:14मैं तो इसलिए चुप हूँ
12:16कि कोई तमाशा ना बने
12:18और तुम समझते हो कि मुझे कोई सिखायत नहीं है तुम से
12:20सुभह होने तब
12:22फुलों को भी पता नहीं होता है
12:24कि मंदिर जाना है या कबर पर है
12:26इसलिए जिंदिगी जैसी भी है जिसे हस खेल कर जेंगे
12:28क्योंकि जिंदा करके आप कुछ भी नहीं बदल पाऊगे
12:30क्या आप माफ कर पाऊगे उसे
12:32जिसने आप से प्यार तो किया पर आपका साथ नहीं थी
12:34उसका वादा भी अजीब था
12:36कि जिंदिगी बर साथ निवाएंगे
12:38मैंने भी ये नहीं पूछा कि मुझे
12:40साथ या यादों के साथ
12:42ताकत के असली पावर उसको शुपाने में है
12:44ना कि उसको दिखाने में
12:46भरूसे में इतने भी अंधे मत बन
12:48कि पास वाले का असली रंगे आपको दिखाने नाते
12:50सही वक्त पर सही बात समझने बाद
12:52गलत वक्त पर सही बात समझने बाद
12:54बहुती मुश्कल से बलता है
12:56जिन्दगी हमेशा अपने हिसाब से जीओ
12:58अगर लोगों के हिसाब से जीओगे
13:00तो ना लोगों के रहोगे और ना खुद के रहोगे
13:02भरूसा एक एसी चीज है
13:04जिसके तोटने पर कोई आवाज तो नहीं होती
13:06लेकिन उसकी गुञ्ज जिन्दगी भर सुनाई देती है
13:08उमेद जिन्दा रखे
13:10देखना आज हसने वाले कर तालियाँ जाएगे
13:12जो हर किसी पर मर जाये
13:14वो मर ही जाये तो अच्छा है
13:16जिन्दगी में तब पक कुछ नहीं बदलेगा
13:18जब आप खुद को नहीं देखे
13:20जब हम किसी के लिए कुछ अच्छा कर रहे होते हैं
13:22तब हमारे लिए भी कहीं कुछ अच्छा हो रहा होता है
13:24बहुत समय पहली की बात है
13:26एक नगर में एक ब्राह्मन ब्राह्मनी रहते था
13:28ब्राह्मनी ने घर में एक नेवला पाल लेका था
13:30उसे नेवला बहुत प्यारा लागता था
13:32और वह उसकी पूरी देखबाल कर दी थी
13:34नेवला को पूरे घर में भूमने की आजादी थी
13:36कुछ समय पश्चाद ब्राह्मनी के घर एक लड़ा बेदा हुआ
13:38तब ब्राह्मन ने अपनी पत्पे सीखा है
13:40देखो हमारे घर में एक प्यारे सी बच्चे नी ज़र्मने है
13:42अब इस नेवले को घर से निकाल देते है
13:44कहीं यह नेवला अपने बच्चे को लुखसान ना पहुचा दे
13:46ब्राह्मनी ने ब्राह्मन की बात नहीं बाने
13:48क्योंकि उसी नेवला बहुत प्यारा था
13:50नेवला घर में पहले जैसे ही रहने लगा
13:52बच्चा घर पर पालने के सुझ रहा था
13:54और नेवला पास में ही आराम कर रहा था
13:56इतने में कहीं से सामप आया
13:58और बच्चे के पालने की तरफ बढ़ने लगा
14:00नेवले ने सामप को बच्चे की तरफ आता देखता
14:02सतर्फ हो गया
14:04नेवला तो वैसे भी सामप का दुश्मान हो था
14:06नेवला सामप के उपर फोट बढ़ा
14:08बहुत देर सामप से लड़ाई करने के बाद
14:10नेवले ने सामप के टुकड़े तुकड़े कर दिया
14:12इस कारण घर में हर तरफ भूल के चीटी विकर गया
14:14नेवला महुती खुश हो गया
14:16कि उसने अपने मालिक के बेटी की जान बचा रहा था
14:18वह अपनी बहादरी दिखाने के लिए घर के दरवाजी पर बैट गया
14:20ताकि ब्राह्मनी जब आए गया तो उसने इस काम के लिए
14:22शावासी देखी
14:24कि उसने अपने मालिक के बेटी की जान बचा रहा था
14:26वह अपनी बहादरी दिखाने के लिए घर के दरवाजी पर बैट गया
14:28ताकि ब्राह्मनी जब आए गया तो उसने इस काम के लिए
14:30शावासी देखी
14:32जब ब्राह्मनी कुए से पानी लेकर लोगे
14:34तो उसने दरवाजी पर फूल से सने वे नेवले के लिए देखा
14:36या देखकर बहुत करवा गया
14:38उसने सुचा किस दुश्ट नेवले ने मेरे बेटी को मार दिया है
14:40इसलिए वह गुस्ति से आग बगुला हो गया
14:42उसने पानी से भरेवे गड़ी को नेवले के उपर जोर से पटक दिया
14:44और नेवला की वही तुरंत मिर्ति हो गया
14:46ब्राह्मनी रोती हुए घर के अंदर भागे
14:48तो उसने देखा बच्चा तो अराम से पालने में सो रहा था
14:50तो उसने देखा बच्चा तो अराम से पालने में सो रहा था
14:52और पास में ही मरे में सांप के दुपनी पड़े हो था
14:54यहाँ देखते ही उसने अपनी भरू में बालो था
14:56ब्राह्मनी अग पस्ताने लगी की नेवले के अच्छे
14:58काम के बदले मैंने उसके जान है
15:00ब्राह्मन जब शाम को घर लोटा तो सारी बात बताई
15:02उसने ब्राह्मनी से कहा
15:04बिना सोचे विचारे जो काम किया जाता है
15:06उसका ऐसा ही परिणाम होता है
15:08दोस्तों हमारे जीवन में भी बहुत सारे ऐसे पलात है
15:10दोस्तों हमारे जीवन में भी बहुत सारे ऐसे पलात है
15:12जिसमें हम आवेश में आ जाते है
15:14ऐसे में भावनाओं में बहे बगे
15:16पहले सोचे समझे और फिर निर्मेंगे
15:18क्योंकि कुछ के बाद हमें अपनी गलती का एहसास होता है
15:20दोस्तों इस वीडियो में बस इतने है
15:22मिलते हैं अगले वीडियो में
15:24अपना ख्याल न कियेंगा
15:26जय स्रे कृष्णा