अकेला जीना सीखना बहुत जरूइ है@SriKrisnavani-kg5qj #shrikrishnamotivationalspeech

  • 2 months ago
अकेला जीना सीखना बहुत जरूइ है‎@SriKrisnavani-kg5qj  #shrikrishnamotivationalspeech, Deepak Sharma, Sanjay Sharma online news India#motivation#SriKrishna motivational quotes#Sri Krishna motivational

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00:00आपकी समस्या यह है कि आप उन लोगों के लिए भी समनदर पार दर लेते हुँ
00:07जो आपके लिए एक पुल तक पार नहीं कर सकते हुँ
00:10अपमान करके दुस्मन बनाने से अच्छा है
00:13प्यार करके दोस्त बनाना
00:15जो लोग तुमसे कहते हैं कि मेरे पास वक्त नहीं है
00:18असल में उनके खास रिस्तों के गिंती में आपका नाम ही नहीं है
00:23पतचड़ होए बिना पेर पर नए पर्ते नहीं आते
00:26फिक उसी तरह कठिनाई और संगर्स सहे बिना इनसान के अच्छी दिन नहीं आते
00:31आपकी राय बहुत जरूरी है नहीं तो आप खामोस रहेंगे
00:34और लोग अपनी मनमानी करते रहेंगे
00:37मुर्ख इनसान अपना तो नुखसान करता ही है
00:39लेकिन जो उसकी मदद करता है उसके भी नुखसान करता है
00:43कहते हैं कि धर्म पैसों से बढ़कर होता है
00:46लेकिन मंदिर में जल्दी धर्शन करने के लिए अधिक पैसे देने बढ़ते हैं
00:50जरूरी नहीं कि सारा सबक खिताबों से ही मिल
00:52कुछ सबक जिंदगी और रिष्टे सिखा देते हैं
00:55मतलब से भरी दुनिया में तुम किसी एक का होना चाहते हैं
00:59तो खुद को दर्द देने के लिए तयार रहना हो
01:01किसी भी इंसान को अगर जाधा सुधारना चाहोगे
01:04तो वो आपका दुस्मन बन जाएगा
01:06तुम्हें हर पल उसकी याद, उसकी बाते सताती हैं
01:09जिसे तुम्हारे होने और ना होने से
01:12कोई फर्क नहीं पड़ता है
01:13चाहे कुछ ठीक हो नहों, पर सब ठीक है
01:16ये कहने की आदत आपको आगे ले जाएगी
01:19खुद को इतना कमजोर मत होने दो
01:21जो तुम्हें किसी और के एहसान की जौरत पड़े
01:24गट्या लोगों की सबसे बड़ी पहचान यही होती है
01:26कि आप उन्हें जितना जादे इजद दोगे
01:29वो आपको उतने ही चादा तकलीफ देखे
01:31दर आपको जीवन में कभी भी आगे नहीं बढ़ने देगा
01:34इसलिए इनसे कभी मत नरना
01:36सबसे पहला है गरेवी करने
01:38गरेवी होने से कभी मत नरी आगे बढ़िये
01:40दूसरा डर है माउत करने
01:42इस काम को करने से कही मेरी मौत तो नहीं हो जाएगी
01:44इस बात के कारण आप उस काम को करते ही नहीं है
01:46तीसरा डर है आलोजना करने
01:48अगला डर है बुड़ाबे का
01:50मेरी तो उम्र हो गयी है
01:52अब उससे यह नहीं होगा
01:54हर उम्र में वेक्ति कुछ भी कर सकता है
01:56और अंतिन डर है जो सबसे महत्तु पुर्म है
01:58किसी की खो जाने का डर
02:00कि यदि वो मेरे जीवन में नहीं रहेगा
02:02लेकिन एक सफलता ही है
02:04जो ठोकर लगने के बाद मिलती है
02:06बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है
02:08लेकिन अच्छा आदमी बनना
02:10बहुती बड़ी बात है
02:12भदरामी का डर तो उस वेक्ति को लगता है
02:14जिस वेक्ति में नाम कमाने के हिम्मत नहीं होती है
02:16किसी को भरूसा देकर फिर उसका भरूसा तोड़ना
02:18सबसे बड़ा पाप होता है
02:20सबसे जाधर दुखी अपनों का परायापन करता है
02:22बड़ा आदमी बनना अच्छी बात है
02:24लेकिन अच्छा आदमी बनना बहुती बड़ी बात है
02:26भदरामी का डर तो उस वेक्ती को लगता है
02:28जिस वेक्ती में नाम कमाने के हिम्मत नहीं होती है
02:30जिस जगह पर आपका सम्मान ना होता है
02:32वहाँ पर कभी नहीं जाना चाहिए
02:34और जो वेक्ती आपका सम्मान करे
02:36उसे कभी भुलाना नहीं चाहिए
02:38किसी को भरोसा देकर फिर उसका भरोसा तोड़ना सबसे बड़ा पाप होता है
02:42सबसे जाधर दुखी अपनों का परायपन करता है
02:45जवरत में वो जाधर राम आते हैं
02:47जिनका हमें अंताजा भी नहीं होता है
02:49जहां पारिश ना हो वहां फसल खराब हो जाते है
02:52और जहां संसकार ना हो वहां नसल भी खराब हो जाते है
02:56जिंदगी ने समझदार बना कर सिर्फ समझते करना ही सिखाया है
03:00ध्यान रहे बातों से जाधर आपका काम बोलता है
03:03जिंदगी सिर्फ एक है अब आप देखें उसे हस कर जीना है या फिर वो कर जीना है
03:08जहां आदर ना हो वहां जाना नहीं और जहां आदर हो वहां किसी का अनादर करना नहीं
03:13छूटी सूच वाले इनसान खुद भी आगे नहीं बढ़ता और साथ बालों को भी आगे नहीं बढ़ने देता
03:18अपने मन को इस तरह से तैयार करो कि आप हर किसी बात अपने उपर लेना बंद करतो
03:23बुरी आदाते अगर वक्त पर ना बदली जाए तो ये आदाते आपके वक्त को ही बदल देती है
03:28अकेले रहना तुम्हें यह भी सिखाता है कि वास्तव में तुम्हारे पास खुद के अलाबा कुछ भी नहीं है उसे छोड़ देना ही सही है जिसे आपकी कीमत ही नहीं बदला
03:38कभी किसी को खास मत समझतो क्योंकि सारे परिसानों की जड़ यही से सुरू होती है
03:44किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए क्योंकि समय गमंड को भी तोड़ देता है और बात करने लाइग भी नहीं छोड़ता है दूसरों की जिंदगी में अपनी जहर भूंडना बंद करता है
03:53विश्वास रखो आप हमेशा खुस रहोगी मैंने बहुत करीब से देखा है रिस्टों में लोग यहां पल भर में ही पराया कर लेते हैं
04:01अगर आप चाहते हैं कि लोग आपको अच्छा कहें तो अपना नावी अच्छा रखो क्योंकि दूसरा और कोई रास्ता नहीं है जिंदगी में कभी कभी सफल लोगों के साथ भी बैठना चाही है क्योंकि उनके पास एहंकार नहीं होता बल्कि अनुभब होता है मैंने वक
04:32पैसे नहीं होतो रिसते बहुत बहुत में लिखल रखी हूं अच्छा होना आज कल की जमाने में बो्री अतिलबाद डश्याची मात पर हम नियाव Yi
04:43चोटी चोटी बातों पर हम रो पड़ते हैं
04:46क्योंकि हम दिमाग से नहीं दिल से लोगों के पारे में सोचते हैं
04:49मैं अन्दर से अलग और बाहर से अलग नहीं जीपाता हूँ
04:53इसलिए कई बार अकेला न ज़राता हूँ
04:55जितना दिखाते हो उससे अधिक तुम्हारे पास होना चाहिए
04:59और जितना चाहते हो उससे कम तुम्हें होना चाहिए
05:03जब नीद नहीं आती तो पता चलता है
05:05यह दौलत और सुभरत से ज़धर सुकून कीमती है
05:08किसे इंसान को यह किसी रिष्टे को बरतना हो
05:11तो बस इतना कह दो कि मैं तकलीब में हूँ
05:14जो हद से जादा बढ़ जाए वह सिर्फ बर्वादी हिलाता है
05:17फिर चाहे वह इसक हो या गुरूर हो
05:19गलत फहमी है लोगों की कि रावन सिर्फ घमंड की वजह से मारा गी
05:23जब अपनों में गद्दार हो तो रावन घमंड की वजह से नहीं भरूसी की वजह से मारा जाता है
05:29कभी कभी मन में यह विशार आता है कि तोता तो मिर्ची खाकर भी मीठा मोता है
05:33और इंसान चीनी खाने के बाद भी इतना कड़वा कैसे बोल रहता है
05:38सचे लोग दिल में उतनी जगह नहीं बना पाते
05:40जितनी जगह मतलवी और चापलोस लोग बना लेते हैं
05:43सबसे ज़्यादा करीब और बहुती ज़्यादा करीबी हमेसा रहते हैं
05:47देख लिया यारों की यारी और दुनिया की दुनिया दारी
05:50यहां सब अपना अपना देख लेते हैं
05:52और वक्त आने पर सब साथ छोड़ देते हैं
05:55कल की फिक्र मत करो जिसे भगबान ने आज तक संभाला है
05:58आगे भी संभाल लेंगा
06:00जहर में उतना जहर नहीं होगा
06:02जितना कुछ लोग दूसरों के लिए अपने अंदर लगते हैं
06:04देर से बलो लेकिन कुछ जरूर बलो
06:07क्योंकि वक्त के साथ लोग खैरियत नहीं पूछते हैं
06:10हैस्यत पूछते हैं
06:11सोटी सी जिंदगी से बड़ा सा समक मिला है
06:13रिष्ते सब से रखो पर उमीदे किसी से मिले
06:16राजा की तरह जीने के लिए गुलामों की तरह मेहनत करनी भड़ती है
06:20मत सोना किसी की गोद में सर रखते हैं
06:22क्योंकि जब वो छोडता है तो रेसल के तक्ये पर भी नीद नहीं आते है
06:25दूसरों पर काबू करना असली ताकत नहीं होते है
06:28खुद पर काबू करना असली ताकत होती है
06:30हुनर होने से कुछ नहीं होता
06:32सफरता को पाने के लिए
06:34आपको अपने हुनर का अस्तवाल करना बड़ेगा
06:37खोईवी चीज़ को याद मत करो
06:39और जो मिला है उसे परभाद मत करो
06:41हमारी हार इसमें नहीं कि कोई दूसरा हमें नहीं पहचानते
06:44हमारी हार इसमें है कि हम खुद खुद को नहीं पहचानते
06:47मौत से पहले भी एक मौत होती है विच्छर कर देखो
06:50जरा एक बार अपनी महवबत से भरोसे नहीं
06:53इतने भी अंधे मतवणों कि पास वाले का असली रखा आपको दिखाये ना देखो
06:57जो बफ़दार होते हैं वो हर किसी के लिवाने नहीं होते हैं
07:00लिवाने वाले ही तो नहीं मिलते हैं चाहने वाले तो हर मोर पर घड़े हो रहे हैं
07:04अच्छी लोगों की पहचान कभी मत लेजी क्योंकि वो पानी की तिला होते हैं
07:08जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो तूटते नहीं हो बलकि फिसलते हैं
07:12अच्छी लोगों की पहचान कभी मत लेजी क्योंकि वो पानी की तिला हो रहे हैं
07:16जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो पानी की तिला हो बलकि फिसलते हैं
07:20जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो पानी की तिला हो बलकि फिसलते हैं
07:24अच्छी लोगों की पहचान करते हैं तो वो पानी की तिला हो रहे हैं
07:28जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो पानी की तिला हो बलकि फिसलते हैं
07:32जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो पानी की तिला हो बलकि फिसलते हैं
07:36अच्छी लोगों की पहचान करते हैं तो वो पानी की तिला हो रहे हैं
07:40जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो पानी की तिला हो बलकि फिसलते हैं
07:44जब आप उन पर चोट करते हैं तो वो पानी की तिला हो बलकि फिसलते हैं
07:48दूसरों की सहता करने का वक्त किसी के पास नहीं है
07:51लेकिन दूसरों के काम में बाधा डालने का वक्त सब के पास है
07:54लोग आईना देखना छोड़ते हैं
07:56अगर आईने में चित्र की जगन चरित्र दिखाएं थे
07:59समय और अपने में जब दोनों एक साथ चोड़ पहुच जाते हैं
08:02तो वेक्ती बाहर से नहीं अंदर से भी पूर चला है
08:05किसी वेक्ती के लिए अउरत भी अजीब चीज़ा है
08:08मिल जाये तो नज़र नहीं आती
08:10अगर नहीं मिले तो उसके अलाबा कुछ नज़र ही नहीं आती
08:13किसी को मिला कर आज तक कोई हस नहीं पाया है
08:16यही विदी का विधाव है
08:18जिंदगी में अगर बड़ा आदमी बनना है
08:20तो छोड़ों लोगों के मुझ कभी मतलब नहीं है
08:22अगर आपको वक्त का पता ही नहीं चल रहा है इसका पता
08:25आपका वक्त अच्छा चल रहा है
08:28जहाँ पर सबके हिम्मत ख़त्म हो जाती है
08:31वहाँ आपको पता ही नहीं चल रहा है
08:34अगर आपको वक्त का पता ही नहीं चल रहा है इसका पता
08:37अगर आपको वक्त का पता ही नहीं चल रहा है इसका पता
08:40आपका वक्त अच्छा चल रहा है जहाँ पर सबके हिम्मत ख़त्म हो जाती है
08:43वहाँ पर इत्हास रचने वालों की सुवात होती है
08:46अगर कुछ बदलना है तो अपना सुवात बदलें
08:49अगर कुछ बदलना है तो अपना सुवात बदलें
08:52जगह और लोगों को बदलने से कुछ नहीं होगा
08:55उनका अच्छा वक्त जरूर आता है जो किसी का बुरा नहीं जाहते है
08:58रफतार दो गुनी हो जाते है जब जिंदगी दाओ पर लगी होती है
09:01अपना पंचल के लिए किसी के आँखों में ऐसा कोई एक ही मिलता है उन आँखों में
09:04एहंकार के अंधे इंसान को ना तो अपनी गल्तियां दिखती है
09:07ना ही दूसरे इंसानों के अच्छी बाते हैं
09:10याद रखना कोई नहीं मरता किसी के बिना
09:13क्योंकि ये वक्त सबको जीना सिखा देता है
09:16जिंदगी एक बार मिलती है यह बात बिलकुल गलत है
09:19सिर्फ माँत एक बार मिलती है जिंदगी तो हर रोज मिलती है
09:22रोए बगेर तो प्याज भी नहीं करता है
09:25ये तो जिंदगी है साभार ऐसे कैसे कर जाएगी
09:29वक्त तो खामखा बदनाम है बदलता तो सिर्फ इसान है
09:32बहतरी निसान अपनी सची बातों से जाना जाता है
09:35अच्छी बातों तो दिवारों पर भी लिखी होती है
09:38बाहर से शांत दिखने के लिए अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है
09:42वक्त तो खामखा बदनाम है बदलता तो सिर्फ इसान है
09:46बहतरी निसान अपनी सची बातों से जाना जाता है
09:49अच्छी बातों तो दिवारों पर भी लिखी होती है
09:52बाहर से शांत दिखने के लिए अंदर से बहुत लड़ना पड़ता है
09:55नाराज़ की तो तब रहेगी ना जब हम नज़र आए
09:58अगर हम हो गए तो कभी मिल नहीं भी पाएगी
10:01पहले खुद पर देना था फिर वक्त मिले तो लोगों पर ध्यार हो दे
10:04वो मतलब से मिल रहे थे और हमने मतलब भी खातु कर दे
10:08बुरा बगत एक ऐसी तिज़ोरी है जहां से सफलता के हक्यार मिलते है
10:11आप उनके लिए जीना सिखो जो आपके लिए मरने को भी तयार है
10:14आपको कितने लोग पहचानते हैं उसका कोई महत्त नहीं है
10:17मगर क्यों पहचानते हैं इसका महत्त है
10:20अच्छा सोचोगे तो अच्छा होगे बुरा सोचोगे तो बुरा होगा
10:24आप वही बनते हैं जो आप दिन भर सोचते हैं
10:27इसलिए जिन्दवी में हमेशा अच्छा सोचोगे दिन बड़ा बड़ा जाये
10:31बाते तुस से भी बड़ी बड़ी कर रहते हैं
10:33पेर में लगने वाली चोट हमें संभाल कर चलना सिखाती है
10:36और वही मन में लगने वाली चोट हमें संभाल कर जीना सिखाती है
10:40आवाज में कितनी अजीब शक्ती होती है
10:43कड़वे बोलने वालों का शहद भी नहीं बिकता हो
10:45अगर नीद ना आये तो सब कुछ याद मिला देते हैं
10:48इस संसार में मैं किसी के बाए में अच्छा सुनने पर भरम रहते हूँ
10:52चक्की बुरा सुनने पर यकीर देते हूँ
10:54इनसान को बढ़ान खाने से उतनी अकल नहीं आगे
10:56जितनी अकल धोखा खाने से आगे
10:58पैसा एक ऐसी चीज़ी है जो इनसान को उपर तक ले जा सकता है
11:02लेकिन इनसान पैसों को उपर नहीं ले जा सकता है
11:05हमेशा याद रखना कि पहार पर चड़ने वाला व्यक्ति
11:08हमेशा जुप के चलता है
11:09लेकिन कोई व्यक्ति अगर अकर कर चल रहा है तो इसका मतलब साब है
11:13अग वह असफर्ता के ओर नीचे के ओर आगे बढ़ता चला जा जाता है
11:17याद रखना कि अभिमान की ताकत भगवान को भी शैतान बना देती
11:21पर नरमता की ताकत एक शैतान को भी भगवान बना देती
11:25परिवार लोग कहते हैं कि जो नसीव में लोगा वहे मिले
11:27लेकिन स्रिकर्ष्म कहते है कि मनुष्य को कभी भी नसीव में कुछ नहीं छोड़ना चाहिए
11:31बलकि अपनी मेंनत में भरोजा रहते है
11:34कि बिला विवस्ता के काम करने वाले लोग ना तो कभी सफल होते है
11:37नहीं कभी उन्हें कोई सुख प्रात होते है
11:39बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
11:41बलकि धन को सफल करने लोग ना तो कभी सफल होते है
11:43नहीं कभी उन्हें कोई सुख प्रात होते है
11:45बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
11:47बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
11:49बलकि धन को सफल करने लोग ना तो कभी सफल होते है
11:51बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
11:53बलकि धन को सफल करने लोग ना तो कभी सफल होते है
11:55बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
11:57बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
11:59बलकि धन को सफल करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:01बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
12:03बलकि धन को सफल करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:05बिला विजड धन खर्च नहीं करना चाहिए
12:07बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:09बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:11बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:13बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:15बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:17बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:19बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:21बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:23बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:25बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:27बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:29बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:31बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:33बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:35बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:37बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:39बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:41बिला विजड धन खर्च नहीं करने लोग ना तो कभी सफल होते है
12:43आप सब जानते हैं कहते हैं कि आपके एकशा के बिना एक पत्ता में नहीं हिलता
12:47मुझे तो लगता है कि आप छोटी सी छोटी बात भी नहीं जानते हैं
12:49आपको ये भी नहीं पता कि खेती बारी कैसे करते हैं
12:51अगर आप जानते होते हैं
12:53तो हर समय जो बाड, आंदी और तुफान रहते हैं वो कभी नहीं होता
12:57आप नहीं जानते कि कितना लुक्षान उठाना पड़ता हैं हम किशानों के
13:01यदि आप मेरे हाथ में यह शक्ती दे दे
13:03कि जैसा मैं चाहूँ मैं मौसम वैसा कर दू
13:05पिर आप देखना मैं अन्नी के बंदार लगा दू
13:07भगवान इस किसान के लीखे वाद के सुलकर मुस्कुला रहे था
13:11और किसान के सामने परकप होकर बोली
13:13मैं आज से तुझे यह शक्ती देता हूँ
13:15तुम अपनी खेतों पर तुमारी जैसे इक्षा होकर
13:17तुम ऐसा नौसर करते हैं
13:19मैं बिल्कुल भी दखल नहीं दोगा
13:21तुमारी एक्षा से इसका कुछ होगा
13:23किसान बोल खुस होगा
13:25किसान ने गेहु के फसल अपने खेत में बोला
13:27जब उसे लगा कि खेतों को धूप चाहे तो खेतों को धूप वे
13:29किसान के खेत में इस वर्स ऐसी फसल भी जैसे कभी नहीं हो थी
13:31हरी भरी लहलहाती फसल को
13:33मनी मनु बहुती खुस हो गया
13:35और सोचने लगा अब समूत के साथ दिखाऊगा भगवाद
13:37इसे कहते हैं शक्ती का सही उप्योग
13:39मेरी सुफलता देखकर उन्हें अपनी नियम जरूर बढ़ने पड़े
13:41कुछ दिन बुज़े लगा
13:43फसल कटने को तयार हो गया
13:45किसान भुत उत्सुपता के साथ फसल को कटने लगा
13:47बर जैसे ही उसके नजर गेहु की बालिया पड़ गया
13:49किसान भुत उत्सुपता के साथ फसल को कटने लगा
13:51बर जैसे ही उसके नजर गेहु की बालिया पड़ गया
13:53तो उसने अपना सर पीट लगा
13:55वह रोले चिलने लगा
13:57गेहु की एक भी बाली के अंदर गेहु का जाना नहीं था
13:59सारी बालिया अंदर से खाली थे
14:01किसान बहुत दुखी हो गया
14:03उसने भगवान को रोती हुए कुछ बाला
14:05हे परभुब तुमने मेरे साथ क्या किया
14:07क्या तुमने मुझे कोई सजा दिया
14:09भगवान बोले पुत्र ये तो होना ही था
14:11तुमने पौधों को संगर्स करने का मौका ही कहा दिया
14:13तुमने पौधों को संगर्स करने का मौका ही कहा दिया
14:15ना तो तुमने उन्हें आंधियों से जोचने का मौका दिया
14:17ना ही तेज़ बारिश सहने दिया
14:19ना ही धूब में तपने दिया
14:21एक भी चुनौति का सामवरा तुमने उन्हें नहीं करने दिया
14:23इसलिए सारे पौधे अंदर से फूते रहे हैं
14:25जब आंधी, दुभान, तेज़ बारिश और धूब पढ़ती है
14:27तभी ये पौधा अपने अस्तित्तु को बचाने के लिए संगर्स करते है
14:29और इसी संगर्स से एक मल पैड़ा होता है
14:31जिसमें शक्ती होती है, उर्जा होती है
14:33और यही उर्जा पूढती है तेरे गेहु के दानों की तरह
14:35जो नहीं फूटे
14:37तुने उन कथीन परिस्तित्यों से गुजरने ही नहीं दिया
14:39जहां उनका अस्तित्तु का जनम होता है
14:41सारी बालियां इसलिए खाली है
14:43इसमें एक भी गेहु का गाना इसलिए नहीं है
14:45क्योंकि तुमने अपने पौदे को संगर्स कराया है
14:47याद रखे, स्वर्म में स्वर्म्य अभात तभी आती है
14:49जब वो आग में तपने, गलने और अथोडे से
14:51पीटने जैसे संगर्सों से गुजरता है
14:53याद रखे, स्वर्म में स्वर्म्य अभात तभी आती है
14:55जब वो आग में तपने, गलने और अथोडे से
14:57पीटने जैसे संगर्सों से गुजरता है
14:59कोईले का टुकडा हेरा तभी बनता है
15:01जब वो उच, डाब और उच टाब के
15:03मुश्किल परस्तितियों से गुजरता है
15:05इसी तरह यदि हमारे जिन्दिगी में
15:07कोई संगर्स ही ना हो, कोई चुनोती ही ना हो
15:09तो हम भी केहु के बालियों के तरह
15:11कोई अस्तित्व नहीं होगा है
15:13विपरीत के परस्तितियां, चुनोतियां, समस्यां
15:15हमें और अधिक दिखारते हैं
15:17यदि जीवन में कठी परस्तितियां और चुनोतियां आए
15:19तो गभराना मत, मलकि सामना करना
15:21विश्वास करना कि आप और अधिक लिखर जाओगे
15:23और अधिक मज़्बूत बिच जाओगे
15:25किसी ने सही कहा है
15:27जिंदगी जीना आसान नहीं होता
15:29बिना संगर्स कोई महान नहीं होता
15:31जब तक न पड़े हथोड़ी की चोट
15:33तब तक पत्थर भी भवान नहीं होता
15:35दोस्तों, इस वीडियो में बस अपने
15:37मिलते हैं, अगले वीडियो में
15:39अपना ख्यार रखे
15:41जाय स्री पिष्णा

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