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00:00कई बार भगवान हमारे रिष्टे खुद तोड़ देता है ता कि कोई हमारे जिंदगी खयाग ना कर सके
00:09दुनिया में सबसे खुस वही लोग हैं जो ये जान चुके हैं कि दूसरों से किसी तरह की अमेद करना बेकार है
00:15जिंदगी में थोड़ा दुख भी जरूमी हैं हमेसा सुखी मिलता रहेगा तो आप कभी जिंदगी में आगे नहीं बढ़ पाऊगे
00:21ये गलत सुझ है इंसानों की कि एक अकेला इंसान क्या कर सकता है पर देखो जरा उस सुरज को जो अकेला ही सारी दुनिया को रौसल करता है भाग्किसाली वो नहीं होते जिनने सब कुछ अच्छा मिलता है बलकि भाग्किसाली वो होते है जिनने कुछ भी मिलता है उसे वो
00:51जो सकायत बार बार करता है और जीता वो है जो कोशिस हजार बार करता है
00:56जिस इंसान को हम बेहत प्यार करते हैं वही इंसान हमारा सबसे जादा फायदा उठाता है
01:02क्योंकि वो इंसान जानता है कि हमारे कंजोरी क्या है इतने समझदार बनो कि किसी को माफ करतो
01:08लेकिन इतने वेपकुफ मत बनो कि धोखा देने वाले पर दुबारा विश्वास कर बैटा
01:13उमीद मत छोड़ना कल का दिन आज से बेहतर होगा
01:17जिंदगी में उस लेवल तक पहँँछो कि लोग आपको खो कर बचता है
01:21जीवन में कभी नहीं किसी से अपनी तुलना मत कीजिए आप जैसे हो सर्व स्रेष्ट होगा
01:26क्योंकि इश्वर की हर एक रचन सर्वुत्तम होती है
01:29खुद को किसी से कम समझना इश्वर की रचना का अपमार है
01:34इंसान का मन ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन और उसका सबसे बड़ा दोष्ट होता है
01:38यदि मन आपसे जीतता है तो आपका दुश्मन बन जाता है
01:41और यदि आप मन से जीतते हो तो आपका सच्चा दोष्ट बन जाता है
01:45यदि कोई आपको नजर अंगाज करें तो बुरा मत मांगा
01:48क्योंकि लोग अक्सर अपनी हैस्यत के हिसाब से चीजों को नजर अंगाज करते हैं
01:53उन लोगों के पीछे कभी मत भागता
01:55जिन लोगों को आपकी कोई बुर्वाह हैं
01:58स्री कृष्ण कहते है गलती हर इनसान से होती है
02:01लेकिन गलतियां सुधारता वही इनसान है
02:04जो दिल का साभ होता है और रस्टों को खोना नहीं चाहता
02:07जिनदगी का सबसे बड़ा धप्पर किसी से की गई उमेद मारती है
02:11कभी कभी इनसान ना तूपता है ना विखरता है बस हार जाता है
02:16कभी खुद से तो कभी किस्मा से तो कभी अपनों से
02:20हर जिनदगी में खुद को समय जरूर देखा
02:22क्योंकि पहली जवरत आप खुद हैं
02:24याद रखना कि जवरत से जादा अच्छे बनोगे
02:27तो जवरत से जादा इस्तमाल की जाओंगे
02:29गरिश्ते चाहे कितने भी वोय हो उन्हें कभी मत तोड़ना
02:33क्योंकि गंदा पानी प्यास बुजाने के काम नहीं आता
02:36पर आग बुजाने के काम जरूर आता है
02:38जमाना जब भी मुष्पिलों में डाल देता है
02:41तो परमात्मा आजानो रास्ते निकाली देता है
02:43विश्वास करने वाले से जादा वेपकुप विश्वास को तोड़ने वाला होता है
02:48क्योंकि वह सिर्फ एक छूटे से स्वार्थ के लिए एक अच्छे इनसान को खो देता है
02:53भलाई करते रहो पानी की तरह
02:55बुराई खुदी किनारे लग जाएगी गजरे की तरह
02:58जब कोई समझे नहीं तो उसे समझाने की जरुवत ही क्या है
03:02जब कोई माने नहीं तो उसे बताने की जरुवत ही क्या है
03:05सच्चे दिल से किसी जरुवत मंद की मदद करके तो देखो
03:08अगर दिल को सुकों ना मिले तो कहना
03:11जिसे जाना है उसे जाने दो
03:13अगर वो आज रुक भी गए तो कल चला जाएगा
03:15इंसान को इंसान से दूर कर देने वाली सबसे पहली चीज़
03:19जुभान है और दूसरी चीज़ पैसा है
03:21जिने सपना देखना अच्छा लगता है उनकी राज छोटी बढ़ जाते हैं
03:26और जिने सपने पूरा करना अच्छा लगता है उनके दिन छोटी बढ़ जाते हैं
03:30किसी की आदर देखनी है तो उसे इजित और किसी की अगर फितरत देखनी है तो उसे आजादी दो
03:35हर इंसान में कोई ना कोई परदिवा जरूर होती है पर लोग अच्छर इसे दूसरी जैसा बनने में नस्ट कर देते हैं
03:43महंगे इतने भी मत मनों कि लोग तुम्हे बुला न सके और सस्ते इतने भी मत मनों कि लोग तुम्हे नचाते ही रहे हैं
03:50खामोसियां कभी वे जुबाग नहीं होते हैं कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो आवाज तक छील लेते हैं
03:56आजकल के लोग आपकी एक गलते के पीछे आपकी सारी अच्छाईयां भूल जाते हैं
04:01जितने लोगों को समझाते जाओगे उतना ही अगरापन और भी अच्छा लगता जाएगा
04:06खत्म हो जाएँगे वो भी रिश्दें जिन से मिलकर लगता है कि ये उम्र अगर साथ नहीं है
04:11स्री कृष्ण कहते हैं एहंकार किसी भी चीज का हो सरवनास करके ही छोड़ता है
04:16खाली बक्त में तो हर कोई बात कर लेता है प्यार तो तब होता है
04:20जब कोई आप से बात करने के लिए आपका अपना सारा वक्त खाली करते हैं
04:24सब कुछ ठीक करने का इतजार करोगे तो बैठे ही रह जाओगे
04:28आप हिम्मत खोड़ो अपनी जिंदिगी में सब कुछ ठीक करते होगे
04:32लोग पहचानना ही भूल जाये
04:34इससे पहले अपनी पहचान बना रहनी चाहिए
04:37एक बार एक राजा ने भगवान स्री कृष्ण का मंदिर बन बाया
04:40और उसमें मुर्थी की पूजा करने के लिए एक पंडित को रखा
04:44हर रोज अपनी मंतरी से कहकर मंदिर में एक माला भीजवाता था
04:48और पंडित जी को वो माला स्री कृष्ण को चड़ाना होता था
05:07और उससे कहो कि आज मेरी तब्यत खळाग है
05:10मैं आज मंदिर नहीं आ सकता तो परतिक्षा ना करें
05:13फिर राजा का सेवाग वो माला लेकर पुजारी के पास के और पूरी बात बता थी
05:17पुजारी जी ने वो माला मुर्थी को चड़ाई और सोचने लगे
05:21इतनी सालों से ये बरंपरा चली आ रही है
05:23लेकिन मैंने कभी भगवान का माला उठान कर खुद नहीं पहने
05:26सायद आज भगवान के यही इच्छा है कि ये माला मैं पहने
05:30इसलिए भगवान ने आज राजा को नहीं भेचा
05:32इसलिए आज अच्छा मौका है
05:34ये माला मैं निकाल कर खुद पहन लेता हूँ
05:36फिर उस पंडित ने भगवान के मुर्थी से माला निकाल कर खुद पहन ले
05:40इसी बीच राजा का सेवक दौड के पंडित के पास आया
05:43और पंडित जी को कहने लगा कि राजा जी को ठीक नहीं लग रहा है
05:46उनकी तवियत और भिगर गई है इसलिए अब वो पर्भुः के दर्शन करना चाहते है
05:50वो आ रहे है उनकी सवारी जल्दी अभी नंदिर में आएगी
05:54उन्हें लगा कि ये ब्रह्मपरा कले तूट न जाए
05:56इसलिए वो आज भी नंदिर में आ रहे है
05:58जब पंडित जी को इस बात का पता चला
06:00तो वोने फटा-फट माला अपने गले से मता रहे
06:02और जाकर फिर से भगवान की मुर्थी को चला दी
06:04फिर कुछ देवाद राजा वहां आये
06:06अब राजा ने उस माला को देखा
06:08तो उस माला में एक सभेद बाल लज़र आया
06:10राजा ये समझ गए कि ये बाल पढ़ित का है
06:12राजा ने पिजारी से पूछा
06:14क्या ये माला आपने पहनी थी
06:16इसमें सभेद बाल कहां से आये
06:18राजा ने पिजारी से पूछा
06:20क्या ये माला आपने पहनी थी
06:22इसमें सभेद बाल कहां से आये
06:24यह सुनकर पुजारी जी दंबरा गए
06:26उन्हें लगा अगर मैं सत्ते बता दू
06:28तो राजा मुझे दंड देगे
06:30इसलिए वह पुजारी ने कहा
06:33उसने कहा तुम जूद बोल रहे हूँ
06:35भगवान के बाल सफेद कब से हो रहे हूँ
06:37राजा ने कहा मैं फिर कल हूँगा
06:39और सिंगार के समय देखूँगा
06:41कि उनके बाल सफेद है ये काल है
06:43अगर बाल काले निकले और सफेद नहीं निकले
06:45तो आपको कल ही विर्तियो दंड दिया जाएगा
06:47क्योंकि आपने मुझे से जूद बोला है
06:49राजा ने कहकर वहाँ से चला गया
06:51इधर पुजारी भगवान के चर्मों में
06:53गिरकर रोने लगे कि हे परभो
06:55मुझे माफ कर दीजिये मैं लोग में आ गे था
06:57मुझे लगा मुझे ये माला पहल लेने जाएगा
06:59मुझे बचा लेजीए नहीं तो कल
07:01राजा मुझे मार देगा
07:03वो पुजारी पुरी राथ भगवान के चर्मों में
07:05गिरकर रोने लगे बिंती करने लगा
07:07कि परभो मुझे बचा लेजीए
07:09अगली सुबहर राजा बंदर पहुचा
07:11राजा ने बगवान के मुर्थी के उपर से
07:13मुकुत निकाला और उनके बाल देखे
07:15राजा चौक पहुँ
07:17क्योंकि बगवान के मुर्थी के उपर सफेद बाल थे
07:19राजा ने सुचा ये पुजारी की कोई चाल है
07:21ये पुजारी की कोई चाल है
07:23इसने मुझ की सजा से बचने के लिए
07:25बगवान के बाल सफेद कर दिये
07:27राजा ये बाल असली ये नकली
07:29इसकी जान्स करने के लिए बाल तोड़ने लगे
07:31जैसे राजा ने कुछ बाल तोड़े
07:33मुर्टी में से खुण की धारा बहने लगे
07:35राजा भगवान के चर्णों में गेंगे
07:37और छमा मांगने लगे और उनने लगे
07:39कहा मुझे वाफ कर दीजिये
07:41तभी मुर्टी से एक आवाज आए
07:43राजा तुने सिर्फ मुझे मुर्टी माना
07:45इसलिए मैं तुम्हारी लिए सिर्फ एक मुर्टी हूँ
07:47लेकिन बुजारी ने
07:49मुर्टी में साखचात भगवान देखा
07:51इसलिए मुझे मेरे भक्त की रखचा करने के लिए
07:53मेरे बाल सफेध करने के लिए
07:55और खुण की धारा बहने लगे
07:57ताकि मैं समझा पाऊंगु
07:59कि जहां भाव आये भाव भगवान है
08:01अगर आप वाकई में भगवान का स्मर्फ करते हैं
08:03उन्हें देखना चाहते हैं
08:05तो आपके अंदर सिर्फ भाव होना चाहिए
08:07ये एक छोटी से कहानी हमें सिख्षा देती है
08:09कि बगवान के आशिर्वात के सिवार कुछ भी समझ है
08:11अगर आप सच दिल से बगवान को पुकारते हैं
08:13तो बगवान आपके बदत के लिए जरूर आते हैं
08:15दोस्तों ये वीडियो यही समाप्त होती है
08:17मिलते हैं अगले वीडियो
08:19तब तक के लिए अपना ख्याल रखेगा
08:21जाय स्रिकिष्ण