कैसे करें मन वश?

  • 2 months ago
कार्य करते समय अपने मन को भटकने से कैसे रोके और पूरी निष्ठा और लगन से कार्य करके उसमें सफलता कैसे पाएँ? मन को भटकने से रोक कर उसे वश किस प्रकार करे?
Transcript
00:00जब मैं कोई भी काम करता हूँ उसे पूरी लगन और निष्ठा से नहीं कर पाता हूँ।
00:18मेरा मन हमेशा बैचेन में रहता हूँ।
00:21मन में हमेशा पुरानी बातें चलती रहती हैं।
00:24प्रभु मुझे कितनी इतनी शक्ती दीजिये
00:27कि मैं अपने मन को हमेशा अपने बस में रख सको।
00:31और मैं समाज में अपनी पहचान बना सको।
00:40आपको मन वश करना है।
00:42मन वश करके क्या फाइदा मिलेगा।
00:44क्योंकि मन में जब मैं कोई लगन के लिए सोचता हूँ
00:47कि मैं ये काम करता हूँ
00:50मन हमेशा भटकता रहता है कि
00:53मन इस काम को छोड़ दे, कोई दूसरा काम
00:56फिर मैं उस काम को नहीं कर पाता हूँ
00:59जिस काम मैं अपने निष्टा समझता हूँ
01:01कि मुझे ये काम करना चाहिए।
01:03पर मन वश करने से वो काम नहीं होएगा.
01:06तो मन वश हो गया फिर भी काम तो संजोग नहीं मिलेंगे तो वाफ़स विगड़ जाएगा
01:10तो इसके आगे का रस्ता करो
01:13कि कृष्ण भगवान ने बताया
01:15प्रकृति हिंद्रिय से उपर मन है,
01:17मन से उपर बुद्धी है,
01:19बुद्धी से उपर एहंकार है,
01:22आत्मा को भी पालो तो फिर अपने आप मन वश हो जाएगा
01:25और मन इस संसार में कोई भी साधन से मन वश नहीं हो सकेगा
01:30कितना भी ध्यान करो, भक्ति करो
01:33मन घ्यान से वश हो सकता है
01:35अग्यान से मन बहेख जाता है,
01:37घ्यान से मन वश हो जाता है
01:40तो आप घ्यान ले लेंगे तो आपको कंट्रोल की चावी भी बता देंगे
01:44कंट्रोल सच मुझ कंट्रोल नहीं करते
01:46मगर मन को, मन सची बात क्या है,
01:48मन बिचार का बना हुआ रहता है
01:51और वो एकजोस्ट होने वाली चीज है
01:53मन एकजोस्ट होते रहता है
01:55और एकजोस्ट होते होते खतम हो जाएगा
01:57जब मन की बैटली खतम हो गई
01:59तो मुर्त्यू आ जाती है
02:01तो मन पूरा डिस्चार्ज है
02:03वो डिस्चार्ज के साथ कैसे जागरती रखनी
02:06वो समझ में नहीं आने के वाज़े से
02:08कि बात में परिशान आप खुद हो जाते हो
02:12मन तो उसका फंक्षन है
02:14हाइवे पे गाड़ी जाती है
02:16तो मन बताएगा एकसिड़ेट हो गया तो
02:18तो आप परिशान हो जाएगा
02:20मेरा हाथ तो कांपने लगा मैं ध्यान से नहीं चला पाता हूँ
02:22मेरे मन में बहुत खराव विचार आते है
02:24तो मन तो बताता है
02:26आप देखने वाले हो आपको जानने का
02:28कि मन ने ऐसे बताया
02:30तो मन को डाइवर्ट करने का
02:32तेरी बात सुनी तु सचसंग में जाके क्या फ्रस्चन पूछने वाले हो
02:34चलो लिस्ट बनाओ
02:36और ये लगन और निष्टा से काम करने के लिए
02:40दूसरा उपाय करो
02:42मन तो जो भी बिगर
02:44मन में दो प्रकार के विचार आते ही रहेंगे
02:46समझलो आपको सचसंग में पहुँचना है
02:48तो मन में दो प्रकार के विचार है
02:50नहीं जाना है
02:52जाना है
02:55तो फिर नेगेटिव विचार में सही मत करो
02:57कि तुम्हारी बात में हमारी सही नहीं
02:59हम तो जाने का निष्टे किया
03:01हम जाएगा ही जाएगा
03:03तो पॉजिटिव विचार में रहो
03:04नेगेटिव को कैंसल करते जाओ
03:06उसको सहमत नहीं रहो आप
03:08तो तुम्हारा विचार तुम बता था
03:10कि नहीं जाना चाहिए
03:12मुझे तो जाना ही है, मैंने निष्टे किया
03:14तो धिरे धिरे
03:16पॉजिटिव विचार में एकरी होते जाओ
03:18नेगेटिव में डिसकनेक कर दो
03:20तो रिजल्ट
03:22भले आज का जब दो गंटे का बढले
03:24चार गंटे में भी पहुँच हो गया
03:26समझ में आया

Recommended