Sorathi aur birjabhar ki katha (14 वां भाग-संपूर्ण कथा-part- 5)

  • 5 years ago
Indian tradition
दोस्तों जब रानी बिरजाभार को पहचान लेती है तब बोलती है पकड़ो बहू कहीं फिर न भाग जाए पकड़कर महल में ले चलो तब योगी बहुत कोशिश करता है अपने आप को छुड़ाने की लेकिन बहू ने हाथ नहीं छोड़ा और खींचते हुए महल के अंदर ले जाती है और पलंग पर बैठा देती है तरह-तरह के भोजन परोसती है लेकिन बिरजाभार भोजन की तरफ देखता भी नहीं है बहुत मनाती है तरह-तरह की व्यंजन पड़ोसी है लेकिन बीजाभार के लिए सब व्यर्थ होता है

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