भगवान गणेश के जन्म दिन के उत्सव को गणेश चतुर्थी ( Ganesh Chaturthi ) के रूप में जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। यह मान्यता है कि भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष के दौरान भगवान गणेश का जन्म हुआ था। अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार गणेश चतुर्थी का दिन अगस्त अथवा सितम्बर के महीने में आता है। इस त्यौहार को गणेशोत्सव या विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। पूरे भारत में भगवान गणेश के जन्मदिन के इस उत्सव को उनके भक्त बेहद ही उत्साह के साथ मनाते हैं।
पंडित एन एम श्रीमाली के अनुसार गणेशोत्सव पर्व के दौरान भगवान गणेश के भक्त अपने घरों में उनकी मूर्ति की स्थापना करते हैं और 10 दिन बाद गंगा जी में उस मूर्ति का विर्सजन करते हैं।
भगवान गणेश को प्रसन्न करने के पांच आसान उपाय
HOW TO MAKE GANESHA HAPPPY
शास्त्रों में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं। जिनसे आप भी भगवान गणेश जी को जल्दी प्रसन्न कर सकते हैं।
भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे सरल तरीका है। हर दिन सुबह स्नान पूजा करके भगवान गणेश जी को दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें। दुर्वा गणेश जी के मस्तक पर रखना चाहिए। चरणों में दुर्वा नहीं रखें। दुर्वा अर्पित करते हुए मंत्र बोलें इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः।
शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्रा पौधा है। जिसकी पूजा से भगवान गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री राम ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी। शमी भगवान गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित भगवान गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्धि होती है।
Ganesh Chaturthi Festival in India भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए अखंड चावल अर्पित करें। अखंड चावल उसे कहा जाता है। जो टूटा हुआ नहीं हो। उबले हुए धन से तैयार चावल का पूजा में प्रयोग नहीं करें। सूखा चावल भगवान गणेश को नहीं चढ़ाएं। चावल को गीला करें फिर, इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः मंत्र बोलते हुए भगवान गणेश जी को चावल चढ़ाएं।
सिंदूर की लाली भगवान गणेश जी को बहुत पसंद है। भगवान गणेश जी की प्रसन्नता के लिए लाल सिंदूर का तिलक लगाएं। भगवान गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। इससे भगवान गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।
जाने किस तरह मनाया जाता है गणेश चतुर्थी का त्यौहार
GANESH CHATURTHI
पंडित एन. एम् श्रीमाली के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्यौहार आने से दो-तीन महीने पहले ही कारीगर भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्तियां बनाना शुरू कर देते हैं। गणेश चतुर्थी वाले दिन लोग इन मूर्तियों को अपने घर लाते हैं। कई जगहों पर 10 दिनों तक पंडाल सजे हुए दिखाई देते हैं। जहां गणेश जी की मूर्ति स्थापित होती हैं। प्रत्येक पंडाल में एक पुजारी होता है। जो इस दौरान चार विधियों के साथ पूजा करते हैं।
!! लगाए यह भोग होंगे भगवान गणेश प्रसन्न !!
भगवान गणेश खाने के बेहद शौकीन थे। उन्हें कई तरह की मिठाईयां जैसे मोदक, गुड़ और नारियल जैसी चीजे प्रसाद या भोग में चढ़ाई जाती हैं। गणेश जी को मोदक काफी पंसद थे। जिन्हें चावल के आटे, गुड़ और नारियल से बनाया जाता है। इस पूजा में गणपति को 21 लड्डुओं का भोग लगाने का विधान है।
| 2018 में गणेश विसर्जन GANESH CHATURTHI |
गणेश विसर्जन गणेश चतुर्थी के त्यौहार के 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर पानी में गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन करे । गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी पर त्यौहार के अंत में किया जाने वाला अनुष्ठान
पंडित एन एम श्रीमाली के अनुसार गणेशोत्सव पर्व के दौरान भगवान गणेश के भक्त अपने घरों में उनकी मूर्ति की स्थापना करते हैं और 10 दिन बाद गंगा जी में उस मूर्ति का विर्सजन करते हैं।
भगवान गणेश को प्रसन्न करने के पांच आसान उपाय
HOW TO MAKE GANESHA HAPPPY
शास्त्रों में कुछ आसान उपाय बताए गए हैं। जिनसे आप भी भगवान गणेश जी को जल्दी प्रसन्न कर सकते हैं।
भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे सरल तरीका है। हर दिन सुबह स्नान पूजा करके भगवान गणेश जी को दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें। दुर्वा गणेश जी के मस्तक पर रखना चाहिए। चरणों में दुर्वा नहीं रखें। दुर्वा अर्पित करते हुए मंत्र बोलें इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः।
शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्रा पौधा है। जिसकी पूजा से भगवान गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री राम ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी। शमी भगवान गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित भगवान गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्धि होती है।
Ganesh Chaturthi Festival in India भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए अखंड चावल अर्पित करें। अखंड चावल उसे कहा जाता है। जो टूटा हुआ नहीं हो। उबले हुए धन से तैयार चावल का पूजा में प्रयोग नहीं करें। सूखा चावल भगवान गणेश को नहीं चढ़ाएं। चावल को गीला करें फिर, इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः मंत्र बोलते हुए भगवान गणेश जी को चावल चढ़ाएं।
सिंदूर की लाली भगवान गणेश जी को बहुत पसंद है। भगवान गणेश जी की प्रसन्नता के लिए लाल सिंदूर का तिलक लगाएं। भगवान गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। इससे भगवान गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।
जाने किस तरह मनाया जाता है गणेश चतुर्थी का त्यौहार
GANESH CHATURTHI
पंडित एन. एम् श्रीमाली के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्यौहार आने से दो-तीन महीने पहले ही कारीगर भगवान गणेश की मिट्टी की मूर्तियां बनाना शुरू कर देते हैं। गणेश चतुर्थी वाले दिन लोग इन मूर्तियों को अपने घर लाते हैं। कई जगहों पर 10 दिनों तक पंडाल सजे हुए दिखाई देते हैं। जहां गणेश जी की मूर्ति स्थापित होती हैं। प्रत्येक पंडाल में एक पुजारी होता है। जो इस दौरान चार विधियों के साथ पूजा करते हैं।
!! लगाए यह भोग होंगे भगवान गणेश प्रसन्न !!
भगवान गणेश खाने के बेहद शौकीन थे। उन्हें कई तरह की मिठाईयां जैसे मोदक, गुड़ और नारियल जैसी चीजे प्रसाद या भोग में चढ़ाई जाती हैं। गणेश जी को मोदक काफी पंसद थे। जिन्हें चावल के आटे, गुड़ और नारियल से बनाया जाता है। इस पूजा में गणपति को 21 लड्डुओं का भोग लगाने का विधान है।
| 2018 में गणेश विसर्जन GANESH CHATURTHI |
गणेश विसर्जन गणेश चतुर्थी के त्यौहार के 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर पानी में गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन करे । गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी पर त्यौहार के अंत में किया जाने वाला अनुष्ठान
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