मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
राजस्थान में ऐसा एकमात्र मंदिर है, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर। बालाजी का मतलब है हनुमानजी का मंदिर। यहां की खासियत ये है कि यहां भूत अपनी पेशी देते हैं। उनकी पेशी पर उनकी बाकायदा सुनवाई की जाती है। ये राजस्थान के दौसा में स्थिूत है। इसको मेंहदीपुर बालाजी के नाम से जानते हैं। यहां हमेशा ही ऐसा अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिलता है, जिसे देखकर एकबारगी आप डर भी सकते हैं।
भूत प्रेत से ग्रस्त लोग यहां बालाजी के सामने अपनी समस्या तक बोल डालते हैं। यहां आने वाले पीड़ित चीख-चिल्लाकर अपनी कहानी बताते हैं। ऐसी मान्याता है कि यहां आने के बाद लोग पूरी तरह से स्वस्थ होकर ही लौटते हैं। मंदिर को लेकर बताते हैं कि शाम के समय जब बालाजी की आरती होती है, तो भूत-प्रेत से पीड़ित लोग बुरी तरह से जूझते हैं।
राजस्थान में ऐसा एकमात्र मंदिर है, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर। बालाजी का मतलब है हनुमानजी का मंदिर। यहां की खासियत ये है कि यहां भूत अपनी पेशी देते हैं। उनकी पेशी पर उनकी बाकायदा सुनवाई की जाती है। ये राजस्थान के दौसा में स्थिूत है। इसको मेंहदीपुर बालाजी के नाम से जानते हैं। यहां हमेशा ही ऐसा अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिलता है, जिसे देखकर एकबारगी आप डर भी सकते हैं।
भूत प्रेत से ग्रस्त लोग यहां बालाजी के सामने अपनी समस्या तक बोल डालते हैं। यहां आने वाले पीड़ित चीख-चिल्लाकर अपनी कहानी बताते हैं। ऐसी मान्याता है कि यहां आने के बाद लोग पूरी तरह से स्वस्थ होकर ही लौटते हैं। मंदिर को लेकर बताते हैं कि शाम के समय जब बालाजी की आरती होती है, तो भूत-प्रेत से पीड़ित लोग बुरी तरह से जूझते हैं।
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