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00:00शिवानी राठी हैं
00:04कह रही हैं कि एक साधारण शादी कैसे की जा सकती है
00:11भारी भर कम शादियों से तो सब वाकिफ हैं
00:17लेकिन शादी का साधारण रूप कैसा होना चाहिए
00:19आपने एक दिन कहा था कि शादी तो ऐसी हो
00:26कि तुम्हें खुद ही याद नहाँ कि आज तुम्हारी शादी है
00:28तो सर ये बात मुझे बड़ी अच्छी ही लगी
00:32और मेरी दिली एक्छा भी है pigाしः जब शादी करों
00:35तो ऐसी ही हो कि मुझे ही याद ना हो कि आज मेरी शादी है
00:38लेकिन उसके लिए एक ऐसा ही ऐसी चेतना वाला इंसान भी तो मिले
00:45और अपने उधारण दिया था अपने भाई की शादी का जहां कभी रोणी चलाई गई थी
00:53तो ऐसे ही हम और क्या कर सकते हैं जैसे कि शादी फूहर न लगे
00:57जैसे कोई पूछ रहा हो कि जटका बहतर है कि हलाल हूँ हम कह रहे हैं बकरा तो कट आई है
01:20मुझे समझ में नहीं आई यह चीज को भी आप पूछ रही हैं आप जिस भावना पे पूछ रही हैं मैं उसका उत्तर दे दूँगा लेकिन
01:26मेरा दाइत तो है कि मैं थोड़ा व्यापक भी कुछ और समझाओं मुझे कभी समझ में नहीं आया कि एक
01:36इस तरी है एक पुरूश है
01:39उन्हें
01:44उन्हें साथ रहने के लिए
01:49किसी रस्म की जरूद के होना है
01:54मैं तो पूछा करता था कि
02:02जो आपके लड़कों से पूछता था कि हमारे जो दोस्त होते हैं
02:12मेल फ्रेंड्स तो फिर उनके साथ रहने के लिए भी कोई सामाजे के अधार्मिक लाइसेंस लगना चाहिए
02:20तो यह जो चीज है अब आपको जो करना हुआ आप करेंगे और कैसे करना चाहिए
02:34आपने एक मुद्दा चेड़ा है तो मुझे मौका मिल गया है कुछ और बोल लेगा
02:43थो आसा विशेश होता है स्त्री पुरुश संबंध अब उसमें हम कहते हैं हमें प्रेम हैं बहुत निजी बात है बहुत निजी बात है पुरुश-पुरुश्ष्ट
02:45थो आसा विशेश होता है इस तरी पुरुष संबंद
02:54अब उसमें हम कहते हैं हमें प्रेम हैं बहुत निजी बात है बहुत निजी बात है
03:10पुरुष पुरुष संबंध या महिला महिला संबंध उतना निजी नहीं होता है नहीं होता है आप अपने कोई कोई पुरुष है वो अपने पुरुष मित्र के साथ घूम रहा है साधारण दोस्त के साथ वो एक आंत नहीं तलाशेगा तो में निजीता की कोई बात ही है ठी
03:40दूसरे से बात करेंगे, पाँच लोग और सुनते हों तो सुने, पर स्त्री पुरुष का जब संबंध होता है, तो उसमें एक आंतरिक्ता होती है, आप उसमें नहीं चाहते कि मामला सारोजनिक हो, आप अपने पुरुष मित्र या महिला मित्र से मिलने जब जाओगे, विप
04:10बात भी करोगे, तो लाओड स्पीकर लगा कि नहीं करोगे, कुछ अमर्यादित सा लगता है, कुछ गरिमाहीन सा लगता है, अगर इसमें चीजें सारोजनिक होजाएं, और मुझे इसमें बड़ी सारोजनिक बात तो यही लगती थी, कि मैं किसी को बताऊं ही क्यों हूँ,
04:40या धर्म का लोकस स्टेंड़ाई क्या है इसमें, तुम होते कौन हो कि मैं तुमको कुछ भी बताऊं, और तुम सिर्फ यही नहीं चाह रहेगी तो मैं बताऊं, तुम तो यह चाह रहे हो कि मैं बाकाइदा तुमसे प्रार्थना करूं कि मेरे रिष्टे को सुईक्रति दे
05:10जो चीज जानने का भी तुमारा हक नहीं है, तुम उसमें जानना भी चाहते हो और चौधरी भी बनना चाहते हो, और तुम यह अधिकार भी ले लेना चाहते हो कि तुम चाहो तो मना कर दो कि यह रिष्टा हो नहीं सकता, तुम हो कौन?
05:27मैं क्यों कह रहा हूँ, मैं इसलिए कह रहा हूँ, क्योंकि जो आप शादियों में धुमधाम करते हो, वो एक तरीके से समाज और धर्म
05:39की अनुमति लेने
05:44का पूरा वो गाजा बाजा है
05:50आप कह रहे हो यह चीज ऐसी है कि
05:52यह कांत में करने की अनुमति नहीं है, तो लो भाई पांच हजार लोगों को बुलाया है
05:57और पांचों हजार लोगों से एक तरह से मैंने अनुमति ले ली
06:00कि अब देख लो, हम पती-पत्नी हो गए
06:03क्यों किसी को पताए
06:05तुम हो कौन
06:08तुम कौन हो
06:13सरकार टैक्स लेती है, हम दे देंगे
06:17समाज के और नियम काईदे हैं, उनको मान लेंगे
06:20मेरे दिल में समाज थोड़ी घुसा चलाएगा
06:23मेरे धर के अंदर समाज थोड़ी घुसा चलाएगा
06:27हाँ, जब हम सडक पे निकलेंगे
06:30तो जिस समाज की काइदें उनका पालन करेंगे लाल बत्ती कहीं पर है तो हम गाड़ी रोक देंगे
06:36सरकार ने अगर भोशित कर दिया कि फलाने दिन छुटी है तो उस दिन छुटी है ठीक है
06:48सरकार ने कह दिया गाड़ी चलाने के लिए लाइसेंस लगता है तो हम लाइसेंस बनवाएंगे
06:55यहां तक दूसरों का प्रवेश ठीक है
07:01यहां तक हम दूसरों की अनुमति लेंगे
07:06लेकिन अगर कोई कहे कि मुझे प्रेम है और उस प्रेम के लिए मुझे किसी की अनुमति लेने की जरूरत है तो मैं तो नहीं लूँगा
07:15एक दम नहीं लूँगा
07:17अनुमति लेना तो छोड़ दो मैं बताऊंगा भी नहीं तुम हो कौन
07:21तुम कौन हो, तुम्हें कुछ भी जानने का हक क्यों है
07:27प्रेम के बारे में जानने का हक तो उसको ही होता है
07:33जिससे प्रेम का रिष्टा हो, जिस दिन तुमसे भी हमारा प्रेम का रिष्टा हो जाएगा
07:39उस दिन हम खुद ही तुमको आकर सब बता देंगे
07:41और अगर हमारा तुमसे प्रेम का रिष्टा नहीं तो तुम धौस दिखाकर
07:46चौधराहट दिखाकर तुमसे कुछ भी नहीं पाओगे
07:50शादियों की धूमधाम कोई खुशी बाटने के लिए नहीं होती है
07:57गौर से समझिएगा
07:59आप पूरे महले को पूरे शहर को बता रहे हो
08:04कि भाई लोगों देख लो तुमसे छुपा के नहीं कर रहे हैं
08:08सब लोग देख लो ताकि बाद में कोई आपत्ती न करे
08:11हमें बड़ा डर लगता है कि तुम लोग बाद में आपत्ती कर दोगे
08:15कि एक महिला को साथ मिले के क्यों घूम रहे हो भाई
08:17तो तुम बाद में आपत्ति ना करो
08:20इसलिए हम सब को बुला कर दिखाए देते हैं
08:22उस देखो मंच पे हम चड़के बैठ गए हैं
08:24ताकि सब लोग ठीक से देख पाऊ
08:25उचा मंच है वहां खूब रोशनी कर दिए
08:27बड़ी-बड़ी कुरसियां वहां लगा दिए
08:30ताकि सब लोग बिल्कुल ठीक से देख लो
08:32कि हमारा ब्या हो गया है ये महिला हमारे साथ है
08:35बाद में कोई आपत्ति मत कर ना
08:39क्योंकि तुमने अगर आपत्ति कर दी तुम इतने डर पोख है
08:41कि हमारी ज्यान निकल जाएगी
08:43नहीं नहीं साथ
08:45छुपाने का में कोई शौक नहीं है
08:49कोई पाप नहीं कर रहे हैं कि छुपाना है
08:53लेकिन कुछ बातें
08:55प्रेम में ही बताई जाती है
08:58जिनसे आत्मियता है उनको खुद ही बता देंगे
09:03जिनसे आत्मियता नहीं है
09:05उनको सूचित भी नहीं करेंगे
09:08उनसे अनुमति लेना तो दूर की बात है
09:11उनको सूचित भी नहीं करेंगे
09:13तुम कौन हो
09:15आप इतनी शादियों में गए होगे
09:23आपका क्या रिष्टा होता है वो जो वहां उपर दुलह दुलहन बैठे होते हैं
09:26घटिया काम है
09:28उल्टी आती है मुझको
09:30क्यों गए हो वहां पर
09:33बाजार लगा है
09:35क्या हो रहा है
09:36रिष्टे की नुमाईश हो रही है
09:39प्रदर्शनी हो रही है
09:40कि यह एक पुरुष है यह एक इस्तरी है
09:43अभी आपस में संभोग करेंगे
09:44आव सब लोग देख लो भाई कि
09:46यह जो अब संभोग करने जा रहे हैं
09:48वो नाजायज नहीं है
09:49और जो अलाद पैदा होगी वो नाजायज नहीं है
09:52कुल मिला कर यह बात है खरी-खरी
09:54खरी we will be copulating, mating
09:59with Your due permission Sir
10:03I am such a slave that I do not even have the right
10:11to meet
10:13at my own free will
10:16my discretion, my volition
10:19even for such an intensely說
10:23personal matter
10:24I will come
10:28and take your
10:31due permission and sanctions
10:33sir
10:34I refuse to abide by this
10:37कोई सरकारी कानून है कि
10:44marriage का रिजिस्ट्रेशन कराना है
10:45वो करा लो
10:46वो ऐसा ही है जैसे कि
10:49घर में
10:51पानी की अगर टोटी भी लगवानी है
10:54तो ठीक है वहाँ पर
10:56जो
10:58जल विभाग है
11:02वहाँ पर आप एक
11:04कागस दाखिल कर देते हो
11:06उसी तरीके से शादी कर देए
11:08स्टेशन का कागस दाखिल कर दो भाई
11:10सरकार का नियम है ठीक है
11:12देश में रह रहे हो नियम चल रहा है
11:14तो कर दिया
11:14आत्मा हमसे छीन ली जाती है
11:21आत्मा का मतलब है वो जो सिर्फ हमारा है
11:23अगर आपका प्रेम भी सिर्फ आपका नहीं है
11:26तो अब आप आत्मस्त हो के कैसे जीओगे
11:30ये सारे रीत रिवाज, ये घिनोने है
11:33ये हमसे आत्मा छीनने के लिए है
11:37हैं यह में मजबूर करते हैं कि हम हंकार बनके जी हैं जुन्नू-लाल बनके
11:43जी हैं एक एक आदमी पाखंडी है नकली है शादी के उस उत्सव में
11:49आप गए हो आप जानते नहीं हो क्या नजाने कितनी तो वहां निगाहें होती
12:01हैं पंडाल में जो दुलहन का जिस्म नाप रही होती एक त्यक्कि उस
12:07दिन तो वह खास्तोर पर उत्तेजक बनाकर मंच पर चड़ाई जाती है
12:18और ज्यादा तर जो वहां जवान पूरुशों के निगाहें होती है वह शरील चटोल
12:23बोल रही होती है दुलहन का क्योंकि उनको भी पता है कि अब यह जो इतना सजी बजी है तो मंच से उतर के सीधे बिस्तर पर ही जाने वाली है
12:32उन पुरुषों को भी क्या दोश दें स्क्रिप्ट इतनी तैश शुदा है कि आप अपने आप कोई कल्पना करने से कैसे रोब पाओगे कि अभी जितना इसने आभूशन अलंकार कर रखा है और वस्तर परिधान पहन रखे हैं अभी यह सब इसने उतारने के लिए पहन रखे
13:02कैशन, मेरी कोई दोस्त हो और वो विवा करने जा रही हो और वो कहे कि मैं इस तरीके का समарुब करूंगे अपने वहा में मैं उस से लड़ जाओ, मेरी उस से लड़ाई हो जाएगी ऑ� conten Где तो हमारी दोस्ती रहेगी या फिर तूस तरह जा
13:17करके अपना कोई समारोख कर ले क्योंकि मैं नहीं देख सकता यह वल्गारिटी तेरे साथ होते हुए
13:23आज से दशक दो दशक पहले पॉर्ण की एक सिरीज ही चला करती थी जो बाद में शायद बैन हुई सरकार को बैन करना पड़ा है ऐसा कुछ हुआ था बहुत पुनानी बात हो गई
13:39उसका नाम ही था सविता भावी भावियों को ऐसी नदर से देखा जाता है वो जो वहां मंच पकड़ी ना भावी माल लग रही है
13:49और लगे ही रही है उसको वहां बनाये ही है माल
14:09कि जो ब्राइडल मेक अप करते हैं उनसे आगे पूछिए वो कहेंगे ब्राइडल में जो चीज बहुत तेजी से उभर के आ रही है वह बिकिनी वैक्सिंग
14:19एक एक पुरुष यह सब बातें जानता है बच्चे जानते हैं टीनेजर जानते हैं मैं तो बीस साल पहले की बात कर रहा हूं अब तो सोशल मीडिया ने चीज़ें पता नहीं कहां पहुचा दी होंगी
14:34भावी अपने आप में एक पॉर्ण केटेगरी भावी मेरी तो कह रहा हूं ना दोस्त हो बहन हो भान जी हो भती जी हो मैं तो उसे कभी ना करने दूं यह सब
14:52जुन्नों की यह दुनिया जानवर जैसे लोग हम इनको हक दें अपनी निजी जिन्दगी के बारे में अशलील कल्पनाए करने का
15:06और यह लोग ऐसे हैं कि किसी को भी सिर्फ यह देह की तरह ही देखते हैं क्योंकि खुद यह देह बन कर जीते हैं
15:18बॉडी इडेंटिफाइड मुरांस यह क्या है हम देह हैं तो इनके सामने कोई भी आता है ओ देह ही होता है
15:28अशलीलता का उत्सव देह का उत्सव
15:36मैंने पूछा था मैंने का बड़े उत्सव तब क्यों नहीं करते हो
15:44जब चेतना के तल पर कोई उंचे काम करते हो
15:48चेतना की उधारण के लिए एक बीमारी है डर
15:55कोई बड़ा डर हो आपके जीवन में आपने उस डर को जीत लिया
15:58आप बड़ी भारी पार्टी दीजिए ना लगाईए पांडाल वो बैंकेट हॉल बुक करिए और दीजिए ना बड़ी पार्टी
16:05कि शादियों में क्यों बड़ी पार्टी दे रहे हो जुन्नुओं को बुला करके दें उत्सब मनाना है
16:15जिस दिन आप अपना पहला आर्टिकल लिखें पोयम लिखें जिस दिन आप अपनी किताब पूरी करें पहली उस दिन दीजीए ना एक अदार लोगों को पार्टी
16:29आप पहाड पे चढ़ने से डरते थे, आपने ट्रेकिंग कर डाली
16:33आप पानी में कूदने से डरते थे, आपने स्विमिंग सीख ली
16:37ये चीजें हैं जहां हमने अपनी चितना को चनौती दी और जहां भारी उत्सव मनाया जाना चाहिए
16:42वहाँ तो हम कुछ करते नहीं है
16:47देखो समझो, प्रीम का मामला बहुत महीन होता है
17:05प्रीम नहों ना तो ग्यान भी बहुत बार बोला है मैंने
17:09लकवा खा जाता है
17:11जानों के विटी तब न, जब जानने की इच्छा उठेगी
17:15उसी सही इच्छा को प्रेम बोलते हैं
17:23जीवन में जो भी सही इच्छा हो उसको ही प्रेम बोला जाता है
17:26वो ग्यान से भी पहले आता है
17:28तो प्रेम भुत सम्विदन्शेल चीज है
17:32उसके साथ मजाग नहीं करते
17:36जिसने अपना प्रेम का मामला खराब कर लिया
17:46उसका आप कुछ भी ठीक नहीं चलेगा
17:48प्रेम के नाम पर आप जीवन में समाज को ले आए
17:53अब क्या करोगे जीवन ही खराब कर लिया पूरा
17:56कुछ नहीं बचा
17:57मतलगा वो अपनी नुमाईश भाई ये बहुत गंदे लोग है
18:03पुला तो ये हैं सब भाई बॉडी अडेंटिफाइड लोग हैं
18:07सब को ये एक्सरे वाली निगाहों से ही देखते हैं
18:10AI को लेकर के जो कई खतरे बताए जा रहे हैं
18:18उसमें से एक खतरा ये भी तो है
18:20कि आपने यूही जो अपनी तस्वीरें या वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिये थे
18:27उसको लेकर के AI सीधे आपके कपड़े उतार देगा
18:31वो AI किसने बनाया इन्ही जुन्नों नहीं तो बनाया
18:35AI का वो इस्तेमाल किसने किया इन्हीं लोगों ने किया
18:38इनकी सिर्फ एक चीज में रुची है किसी की देह मिल जाए क्योंकि ये खुद देह है खुद जानवर है ना इनकी रुची सिर्फ किसी की देह पाने में है
18:49इनकी आखें बस जिस्म तलाश रही होती है और जब नहीं मिलता तो फिर उसके लिए फिर फोटो की मॉर्फिंग कर दो उल्टी पुल्टी एडिटिंग करके कुछ कर दो तमाम इसमें लोग शिकार होते हैं महिलाएं खास कर और AI के बाद तो कोई सीमा ही नहीं है कि क्या कर
19:19पे और ट्विटर नहीं इंस्टाग्राम पे और यूट्यूब पर कुछ डेडिकेटेड प्रोफाइल्स हैं जो मुझे लेके मेरी ही आवाज में अश्लील कंटेंट एक के बाद एक डाल रहे हैं पहले उन्होंने ये काम सिर्फ तस्वीरों के साथ करा कि तस्वीरे ले ले
19:49और उल्टा-पुल्टा माने क्या उल्टा-पुल्टा माने ये नहीं कि कुछ और बस सेक्स
19:54कि आचारजी सेक्स पर बोल रहे हैं
20:00इन्हें नहीं सेक्स के अलावा कुछ दिखाई देता है आपका विवास हमारों इनके लिए
20:08एक सेक्शूल इवेंट ही है
20:13देखते हैं ये शादियों में आते हैं तो क्या करते हैं बाहर गाड़ी खड़ी करेंगे उस पर चार खड़े हो करके
20:24लफंगई कर रहे होंगे
20:28कोई बहुत मर्यादा का शालीनिता का चेतना का उत्सव होता है क्या ये सब
20:34पुखड़ता, अमर्यादा, अश्लीलता यही सब तो है
20:39सीधा साधा विवा कैसा करें?
20:50हो गया?
20:52बिन फेरे हम तेरे?
20:59जो साक्षी है भीतर उसने देख लिया
21:02उसकी अनुमते मिल गई
21:03क्रिष्ण स्वयम पुरोहित बन गए
21:07वही साक्षी है न?
21:10और जब क्रिष्ण पुरोहित बन के मिलन करा रहे है
21:13तो अब क्या करोगे तुम समाज के पंडितों का?
21:18जो रिष्टा आकाश में जुड़ा है
21:23उसकी अनुमती अब हम आकर के धर्टी के क्यों से लेंगे क्या?
21:30बाकी ठीक है कि जो देह बन कर पैदा हुए हो किसी समाज में
21:41किसी देश में तो वहां का जो नियम काईदा उसका पालन कर लो
21:46और पता होना चाहिए कि यो नियम काईदा बस उपर उपर का है आपचारिक है
21:52दिलों के रिष्टों में
21:57न समाज की कोई जगा होती न धर्म की कोई जगा होती न होनी चाहिए
22:05इन दो के साथ बस जिस तीसरे की जगा होती उसका नाम बताया था
22:18कृष्ण हम दो हैं और हमारा वो साक्षी तीसरा
22:23और हम तीन परयाब थें किसी चौथे की ज़रूरत नहीं है
22:28उस दिन बोला था न मैंने
22:31हम तुम और सत्य और हम तीन परयाब थें
22:44अब आप च्रीमत भगवत गीता के साथ हैं तो आप कह सकते हैं हम तुम और कृष्ण बस हो गया परयाब थें
22:55कि श्वेता हैं कैनेडा में रहती हैं कह रही हैं यहां कि शिक्षा व्यवस्था में सेक्स एजूकेशन पहली क्लास से पढ़ाना शुरू कर देते हैं तो मैं अपनी बेटी को यहां के महौल से कैसे बचाओं यहां के टीनेजर्स में बोध और विज्डम वगएरा नहीं है
23:25कि शेक्स एजूकेशन दी जा रहे ऊप और विज्डम एजूकेशन नहीं दी जा रही दूसरी बात है दोनों चीज़ों को गुत्फम गुत्था मत करिए कंफ्रेट मत करिए
23:34सेक्स एजुकेशन पहली क्लास ते दी जा रही है बहुत अच्छी बात है आप डरकाई को रही है इसमें ग्यान ही तो दिया जा रहा है ग्यान किसी के लिए बुरा होता है क्या
23:42नहीं तो वही बताना है क्या बेटी को क्यों पूछेगी मैं कहां से आई तो बोलेंगी कि एक दिन मैं बाग में भ्रमन को गई थी तो वहां गुलाब के फूल की एक पंखोडी पर ओस की एक बूंध पड़ी हुई थी
23:58मैंने उस ओसकी बूंध को चूम लिया तो तू पैदा हो गई इस तरह के उत्तर दिये जाते हैं
24:06क्यों क्या ज़रूरी है
24:14सेक्स एडुटेशन अच्छी बात है शरीर के बारे में कुछ बात बताई जा रही हैं उसमें क्या हो गया
24:20संस्कृत को खतरा पैदा हो गया है क्या हो गया है है बसक्राइज नहीं दे जा रही है यह गलत बात है
24:34अच्छी ही बात है अब भारत में अगर नहीं दे जा रही तो आप घर में दीजिये
24:40एिसी क्या उसमें चीज है
24:45कि हम बिलकुल
24:47खौफजदा हो जाते हैं कि
24:49हाईराम कैसे बता दो कैसे क्या बता दो
24:51कुछ नहीं है जैसे
24:51आँक है नाक है शरीर है वometimes ही है
24:55क्रियाएं है सब शरीर के आदमी सांस लेता है
24:57खाता है वphetसे ही प्रजनन होता है
24:59सब शारीरिक्रियाएं हैं
25:01उसमें इतना क्या हमें
25:03हैरत हो रही है कि हम नहीं बता सकते
25:05ग्यान है भई ग्यान
25:08लेकिन अगर वहां की
25:13education system में life education
25:15wisdom education नहीं है
25:17तो ये एक कमी है
25:19और ये बड़ी कमी है
25:21हम कुछ नहीं कर सकते हैं
25:25education minister तो हैं नहीं कैनेडा की
25:26वहां जाके बदल दें तो हम क्या करेंगे
25:28हम वह education घर में देंगे
25:30sex education school वालों ने दे दी
25:33बहुत अच्छा कर दिया
25:34wisdom education हम घर में दे देंगे
25:37तो आप उसको घर में पढ़ाईए
25:38किसी ने पूछा था एक बार
25:42तो मैंने 4-5 बच्चों की किताबों के नाम
25:44भी बता दिये थे हिद्व पतेश पंचतंत्र एसोप्स फेबल्स एलिसन वंडरलेंड और भी बहुत सारी हैं आप बस यह कर लीजिए कि
25:55फिफ्टी बेस्ट बुक्स फॉर किड्स अंडर दे इज ऑफ एट और टेन आ जाएंगी वह आप सब मंगा लीजिए पहले खुद पढ़ लीजिए उसमें से जो सही लगे वह बच्चे को दे दीजिए उसके साथ बैठके पढ़ा कर यह बड़ा मजा आएगा
26:11दो अलग बाते हैं यह ठीक है सेक्स एजुकेशन देना अच्छी बात है पर विजड़म एजुकेशन न देना गलत बात है
26:24और आप काफी स्केंडलाइजड लग रही है कि यहां के टीनेजर्स तो सरयाम किस करते रहते हैं
26:32तो माने अगर दर्वाज़े के पीछे किस करें तो कुछ गलत नहीं है दर्वाज़े कि खोल के कर रहे हैं तो उसमें स्कैंडल हो गया है यह हमारी जो इंडियान मोरैलिटी है ना यह क्या करें हम इसका है हाई दया गंदा काम है सबके सामने कर दिया अरे भाई उनके लिए
27:02हो यह गले मिलते हो उनके लिए बहुत सा अधरण बात है वह मिलेंगे तो है अपक अन्दचीक है यहां कि ऐसे गाल से गाल मिला दिया मेरी पहली नौकरी आईटी के बाद आईटी इंडस्ट्री में ही थी कि वहां पर मैंने अपनी आखों के सामने ऐसे एक दो मामले देख
27:32कि क्लाइंट होता था उनसे इंट्रैक्शन होता था जदातर तो यह कि ओफ शोर कई बार क्लाइंटे धर आ जाते थें अब गई हां आ रहे हैं उनके लिए वहां सधारण सी बात है कि अगर उनके सामने कोई कोई महिला आई है पुरुषबी है हूं तो उसे ऐसे यह जेंट
28:02उनके अफसाने शुरू हो जाते थे और कहते थे वो मुझे मर मिटी है मन ही मन मुझे अपना पती मान चुकी है
28:10कि क्यों उसने मेरे अप गाल से अपने गाल का सपरश किया मैं अच्छी तरह जानता हूं यह सत्यवान सावित्री का किस्सा है
28:19कि बेंतहा मुझसे प्यार करती है और यह राज वो किसी को बताया नहीं रही है मैं बोल रहा हूं दिली दिल वो मुझे अपना पती मान चुकी है
28:33कि भाई कुछ भी नहीं है कि कहे के लिए इतना उत्तेजित हो रहे हूं
28:43कि हुआ था एक बार वो
28:44कि वह आये तो उनका cultural sensitization होने लगा तो उसमें वही बात बोली गई
28:54कि इंडिया में यह पीडिया नहीं चलता पब्लिक डिस्प्ली ऑफ एक्शन उनको बोला गया कि इंडियांस डोंट किस तो बैचारी पुछती है ओ दे जस्ट फॉक उसको समझ भी नहीं है
29:10कि यह ही तो है कि उनकी किसिंग को देख करके हम इतने स्केंडलाइजड रहते हैं और जनसंख्या वृद्धी की दर सबसे आदा हमारी है
29:23क्यों है
29:26यह सब आप रहने दीजिए
29:37बेटी
29:41को आप भीतर से मजबूत और सिहतमंद बनाईए
29:48उसके बाद किसिंग होगी कि नहीं होगी आप छोड़ दीजिए
29:53एक परिपक को चेतना यह सब फैसले खुद करना जानती है
29:57मा को नहीं पताना पड़ेगा कि बेटी किस करना है कि नहीं करना है कि क्या है क्या है वो देख लेगी
30:03आपका काम है कि जो उच्चतम बोधसाहित्य है वो बेटी तक लेकर आएं
30:11मा का अपना फर्ज निभाएं
30:13दीरे दीरे जब वो समझने लगेगी तो एक समय ऐसा भी आएगा जब उसे आप गीता सत्रों से भी जोड सकती है
30:23हुँआ हजार खोट हैं उन में उनकी शिक्षा विवस्था में उनकी संस्क्रित में होंगी पर बहुत मामलों में न पश्यम की लोग हमसे कम पाखंडी हैं
30:43हम इस बात कोई लेके परिशान हो जाते हैं कि यह पब्लिक में किस क्यों कर रहे हैं लेकिन अगर उने सेक्स चाहिए होता है तो बोल देते हैं कि सेक्स की बात है हमारी तरह है वो प्रेम का नाटक नहीं करते
31:03और जिस रिष्टे में वो जान गए होते हैं कि कुछ है नहीं वो उस रिष्टे से निकल जाते हैं
31:21हमारी तरह है उसे घ्षीटते ढोते नहीं फिरते हैं कि मैं कोई उनका बहुत फैन नहीं हूं बड़ा समर्थक नहीं हूं बहुत बीमारियां अधर भी
31:40कि पर जो चीज जैसी है उसको वैसा देखना चाहिए
31:46कि हम आँ
31:47बस हो गया
31:51विशेवास नाहूर जीकर जनम गवाया बार
32:03विशेवास नाहूर जीकर जनम गवाया बार
32:15अब पच्छतावा क्या करे
32:19निज करनी कर या दिर सादो निज करनी कर या
32:23दिर सादो निज करनी कर या
32:25माया मरी नामन मरा
32:29मर्मर गया शरीर
32:33माया मरी नामन मरा
32:39मर्मर गया शरीर
32:45माया मरी नामन मरा
32:49मर्मर गया शरीर
32:55आशा त्रिश्णा नामरी
33:01कह गदास कबीर
33:05रिसादो कह गदास कबीर
33:13कर दो