बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठा दिए हैं.. निशिकांत दुबे ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमाओं से बाहर जा रहा है... देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सिर्फ सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है... अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ता है तो संसद और विधानसभा बंद कर देनी चाहिए। भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना इस देश में हो रहे सभी गृहयुद्धों के लिए जिम्मेदार हैं। जेपी नड्डा ने स्पष्ट किया था कि यह पार्टी का मत नहीं है। नड्डा ने निशिकांत को भविष्य में ऐसे बयान न देने का निर्देश भी दिया था। आज इसी मुद्दे पर सीधा सवाल में जोरदार बहस संदीप चौधरी के साथ
Category
🗞
NewsTranscript
00:00आप देख रहे हैं एबी बी नियूज नमस्कार मैं हूँ संदीब चौधी आज सीधा सवाल संडे स्पेशल में मैं एक बेहद ही गंभीर
00:27मसले पर बात करने वाला हूँ कुछ आरोप लगाए गए हैं गंभीर भी हैं संगीन भी हैं हास्यासपद भी हैं आरोप क्या लग रहे हैं ग्रिही युद कराने के धार्मिक युद देश में छिड़ा हुआ है जिम्मेदार किसे बताया जा रहा है सुप्रीम कौट को देश की
00:57नियाए धीश को समझ में आ रहा है देश में धार्मिक युद चल रहे हैं एक मुर्शीदाबाद की हिंसा को पूरे देश में धार्मिक युद चल रहा है ग्रिही युद हो रहे हैं और ये ग्रिही युद मुख्य नियाए धीश संजीव खनना भड़का रही हैं और ये को
01:27उसकी तफसील में आगया आपको देने वाला हूँ
01:29तो सुप्रीम कौर्ट अफ इंडिया को
01:31शारिया, शारियत कौर्ट अफ इंडिया
01:33बताया गया
01:34जो सुप्रीम कौर्ट का गुमबद है
01:36उसे मस्जिद की शकल दे दी गई
01:38ऐसे ऐसे सिर्पिरे
01:40ट्वीट करने वाले है
01:42वो कौकरोच हैं इस समाज के
01:45उनको आप हाशिये पर रख सकते हैं
01:48लेकिन
01:48अगर देश का
01:51सांसद
01:53चार बार का सांसद
01:55ये आरोप लगाए
01:57तो इन्हें नजर अंदाज तो नहीं किया जा सकता
02:01माईने क्या है इसके
02:04नौबत क्यों आई
02:06क्रोनोलाजी भी मैं आपको समझाऊंगा
02:08और बीजे पी के राश्रिया अध्याक्ष जगत प्रकाश नड़ा
02:12एक ट्वीट से कह देते हैं हमारा इससे कोई लिए न देना में
02:15हमारा पूरा सम्मान है
02:17सुप्रीम कौट के प्रती और बात खत्म
02:19किस्सा समाप्त
02:23ये किस्सा समाप्त है या एक बेहद ही
02:27खतरनाक अध्याय राजनीती का शुरू हो गया है
02:31ये शेर की सवारी है
02:34माक माई वर्ड्स
02:35क्या इसे रोकने के लिए हम तैयार है
02:39या गांदी जी के तीन बंदर बन जाएंगे
02:41इस पर आपकी राए आपके सुझाव
02:45और आपके सवाल क्या है
02:47उनका रहेगा इंतजार
02:48तो आज सीधा सवाल में बात करने वाला हूँ
02:50एक बीजे पी सांसद की
02:52सांसद के बिगडे बोल
02:53सुप्रीम कौट पर हला बोल
02:56चार बार के सांसद हैं
02:59निशिकान दुबे बीजे पी के
03:01गोड़ा से जारखंड से
03:04और उन्होंने सुप्रीम कौट पर
03:07बेहद ही गंभीर आरोप लगाए है
03:10आरोप क्या
03:12अपनी सीमा से बाहर जा रहा है सुप्रीम कौट
03:15सुप्रीम कौट की लक्षमन रिखा तै कर रहे हैं सांसद है
03:20धारमे की उद बनकाने के लिए सिर्फ सुप्रीम कौट जम्मेदार
03:25मुक्हिन आदी संजीव खुनना सभी ग्रिही उद के लिए जम्मेदार
03:31अब ये ग्रिही उद कहा हो रहे है
03:34ये धार में कियुद कौन कर रहा है बात पात पर हिंदु मुसल्मान कौन कर रहा है
03:42मुर्शीदाबाद में चिंता जाना कहसते थी
03:44पर मुर्शीदाबाद की भी टाइम लाइन अगर मैं आपके सामने पेश करूँ
03:49तो मुर्शिदाबाद में तो दंगे भड़के वो आठ अपरेल को फिर ग्यारा बारा चौदा ये टाइम लाइन है दो अपरेल को लोकसभा में पास हुआ वक्फ शंशोधन विदेयक और चार अपरेल को रज्यसभा में पास हुआ उसके बाद खानून बन गया हिंसा भड़
04:19वक्फ संशोधन कानून को लेकर ये सत्रा अपरेल को दिये कि भाई अभी फिलाल किसी भी वक्फ बॉर्ड में अवफ काउंसल में कोई नियुकती नहीं होगी
04:32पांच मई को तारीक ते की गई है एक एक हफ़ते का समय दिया गया के इंदर राज्जे और वक्फ बॉर्ड को
04:40और दूसरा कहा सुप्रीम कौट ने कि कोई रिजिस्टर्ड या अन्रिजिस्टर्ड वक्फ बॉर्ड यूज जो प्रॉपटी है उसे डी नोटिफाई नहीं किया जाएगा
04:51पर ये तो आठ अपरेल के नौदन बाद फैसला आया है इंसा तो भड़क चुकी थी
04:58तो ये कौनसी टाइम लाइन और क्रोनोलोजी मिला रहे हैं बीजेपी के सांसद निशिकान दूबे क्यों कर रहे हैं इसकी तेह में जाना भी ज़रूरी हो जाता है
05:15पहले उपराष्ट पती जगदीब धंकर बोले कि ये जो अनुचेद 142 है ये तो परमाणू मिजाइल है
05:28सुप्रीम कोट को हद में रहने की वो नसीफ देते दिखाई दिये
05:33अब अनुचेद 142 जो है वो कम्प्लीट जस्टिस पून इंसाफ न्याए की बिना पर सुप्रीम कोट किसी भी मामले पर कोई भी कानून बना सकता है
05:48अब निशिकान दूबे कह रहे हैं कि कानून बनाने का हक तो संसद का है तो संसद विदान सबाओ को बंद कर दो
05:56अब यहां आता है हमारा लोकतंत्र हमारे प्रजातंत्र जमूरियत का धाचा वो चार खंबो की बात हमें जिस खंबे का इस्सा मैं भी हूँ मीडिया उसको अभी साइड में कर देते हैं
06:08पर तीन जो एहम खंबे हैं कारेपालिका विधायका और न्याएपालिका इनके अधिकार इनकी सीमाय तेह हैं ये system of checks and balances है कि कोई एक खंबा एक ब्रांच सरकार का निरंकुष्णा हो जाए तो दूसरा उसे रोक सके
06:32कानून संसद बनाती है लागू करती है सरकार and is it good in law or bad in law
06:39समविधान की या special majority से अगर कोई कानून बना है
06:46हमारे समविधान के basic structure मूल भावना के खिलाफ तो कुछ नहीं बनाया जा रहा है
06:53वह ये थोड़ा है कि नंबर मिल गए तो आप कुछ भी कर दो
06:56वह हमने जेला है इंद्रा गांधी नहीं है इसी देश में emergency भी लगाई थी
07:01अब निशी कान दूबे कह रहे हैं कि नहीं ये तो सुप्रीम कोट के chief justice
07:10दंगे भड़का रहे हैं पहले उनका बयान सुनिए फिर एक और interesting बाग आपको बताने वाला
07:16इस देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए केवल और केवल सुप्रीम कोट जिम्मेबार है
07:24सुप्रीम कोट का एकमात रुद्देश है
07:26So me the face will show you the law
07:29सुप्रीम कोट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है
07:33सुप्रीम कोट की सीमा ये है
07:34कि भारत का संविधान जिस कानून को बनाया
07:38उस कानून की उसको व्याख्या करनी है
07:40और यदि व्याख्या नहीं कर सकती है
07:42और सब कुछ के लिए सुप्रीम कोट जाना है
07:44तो इस संसत का कोई मतलब दी है
07:46विदान सवा का आप कोई मतलब दिया उसको बंद देना चाहिए
07:48तो गिव देविल दे बेनिफिट ऑफ डाउट
07:53ऐसा भी होता है कि बही कोई बयान दिया गया
07:55कहीं पे कुछ कहा गया
07:56आउट उफ कॉंटेक्स तो नहीं है थोड़ी जबान फिसल गई
07:59सवाल कुछ ऐसा टेड़ा था
08:00यहां दर्शको आपको यह जानकर हैरानी होगी ताज़्यूब होगा
08:04यह एना एक न्यूज एजनसी है
08:07वो कोई ऐसे तीके सवाल नहीं पूछते हैं
08:10वो तो सिंपल आपका बयान लेने आते हैं
08:12तो निशिकान दूबे अपने मन से
08:15यह सारे बयान दे रहे थे और इन बयानों को
08:18काट काट कर अलग अलग जो इसके हिस्से थे
08:20जो कुछ बोला उसे एक्स पर खुद ट्वीट कर रहे थे
08:24कि देखें मैंने क्या कमाल का बयान दिया है
08:28सेल्फ प्रमोशन भी कर रहे थे
08:31और इनके सुर में सुर मिलाते दिखें दिनेश शर्मा
08:35उप मुक्य मंत्री रह चुके हैं उत्तर प्रदेश के वर इसनेता हैं
08:38राजे सबा सांसद है
08:39अब बीजे पी की तरफ से
08:44टोटल साइलेंस रेडियो साइलेंस
08:47देर रात
08:49ये कलका है पूरा वाकिया
08:51बीजे पी के राश्रिया अद्यक्ष जे पी नगड़ा कहते हैं
08:55ट्वीट करते हैं
08:57कि निशी कांट के बयान से पार्टी का कोई लेना देना नहीं
09:01नाही दिनेश शर्मा के बयान से
09:03सुप्रीम कौर्ट पर दोनों के बयान
09:06व्यक्तिगत बयान
09:07बीजे पी ऐसे बयानों को सिरे से खारज करती है
09:12बीजे पी ने हमेशा नहाय पालिका का सम्मान किया है
09:15देश की सबी अदालते लोक तंतर का अभिन अंग है
09:19और किस्ता खतम
09:22यह कोई अब मानना नहीं है कोई अब मानना है क्या
09:27कोई कारल बताओ नोटिस का जारी नहीं होना चाहिए
09:30कि निशिकान दूबे आपने ये बयान क्यों दिया
09:35एसी नॉबद क्या आ गई
09:40वही दिने शर्म का हाल
09:42और जो यह अभधान की अभधान दिया जा रहा है
09:52कुछ ज्यादा है आउट्रीच हो रही है क्या जुडिशल आउट्रीच उससे सरकार परिशान हो रही है क्या और उसे रोका जा रहा है क्या सोची समझी रणनी ती के तहट
10:03और इसलिए कल तो यह बयान आगया बीजेपी अध्यक्ष का लेकिन आज निशिकान डूबे
10:12डॉक्टर भी हैं यह S.R. में निदेशक भी रह चुके हैं 2009 में चुनाव लडने से पहले
10:17S.Y. कुरेशी देश के मुख्य चुनाव आयुक्त रह चुके हैं उन्होंने का
10:23वक्फ अक्ट इस अंडाउटिटली अ बलेटिंटली सिनिस्टर इवल प्लान ऑफ दे गर्वर्मन टू ग्राब मुस्लिम लैंड्स
10:30अब ये किसी के व्यक्तिगत विचार हैं कि भई सरकार की मन्चाय मुसल्मानों की जमीन हत्या लेगी
10:36तो निशिकान दुबे अब इसका पलटवार बिलकुल कर सकते हो भई अभी व्यक्ति की आजादी है देश में
10:43पर वो कहते क्या हैं आप चुनाव आयुक्त नहीं मुसलिम आयुक्त थे सुप्रीम कौर्ट दो रुपए के ट्रोल उसे शर्यत कौर्ट अफ इंडिया कहने लगेंगे
10:55यही सुप्रीम कौर्ट राम मंदर पर एहम फैसला देती है तो तालियां बजा रहे थे आज वो शर्यत कौर्ट हो गई
11:02ग्रिही युद करवाने वाली हो गई धर्म युद करवा रहे हैं चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और चुनाव आयुक्त हो जाते हैं मुसलिम आयुक्त
11:11और कोई रोक तोक नहीं तो यह राजनीती का कौन सा युग कौन सा अध्याए है जिसकी हम शुरुआत कर रहे हैं
11:22ऐसे में आज का सीधा सवाल और सवाल निशिकांद दूबे से जुड़ा है निशिकांद का विवादत बयान सुप्रीम कौट का सीधा अपमान
11:34और मुख्य नियाए धीश कराएं युद्ध राजनीती का कैसा युग चर्चा में मेरे साथ बीजेपी की तरफ से महेश वर्मा एंडिये के एहम घटक है जेडियू साजा सरकार भी चला रहे हैं अगवाई जेडियू ही कर रहा है बिहार में
11:55उनके युवा चेहरा और मुख्य प्रवक्ता राश्लिय प्रवक्ता हैं अभी शेग जा एल जेपी रामविलाज पासवान गुट के नैशनल वाइस प्रेजिडेंट और मुख्य प्रवक्ता सुप्रीम कौट में वकील भी है एक वाजपई अर्ष प्रीत खडियाल राश्
12:25और दबंग दिबांग हमारे साथ स्टूडियो में मौजूद हैं तो एक वाजपई क्योंकि आप सुप्रीम कौट में वकील भी है ये जो बयान दिया है ये बेतु का बिना सिर्पैर का सीधा अपमान है या नहीं है सुप्रीम कौट का और मुख्य नैदीश का
12:46देखें ये दुवे साब का व्यक्तिकत बियान है ये तो बड़ा किलियर हो गया लेकिन व्यक्तिकत बियान भी जो सुप्रीम कूट के खिलाफ है वो कंटेंप्ट की परदी में बकाइदा आता है हमें इसे कहने में कोई अतराज नहीं है और हम इसको strongly condemn भी करते हैं लेकि स�
13:16औरीच तो नहीं हो रही है फरक है पूरा इक दशा की यहीं चरचा हो रहाई थी ऑट वर्ड हम यूजरी करेंगे हम करेंगे कैजर अब कुल कर दी आमने उसको तो बिलकुल कर दी लस्का 3 मैं बेतुका यह बैण इसलिए
13:32भी है क्या कि आठ तारीक को आठ अपरेल को हिंसा बढ़क गई थी मुर्शीदाबाद में कौन से ग्री और दार में क्योद की बात कर रहे हैं
13:40ब्यान जो है वो तो बिलकुल इचड़ा है उसका कोई तरह मत्रब नहीं है इसका बार बार क्या पजीड़े भी बही है लेकिन हम इसकी जड़ में जा रहे हैं देखो समझे मैं समझे कामामला है समझदान का मामला है अगर सब की सिमाएं समझदान में बनी होई है
13:57मैं एक आर्टिकल पढ़ दूँ एक
13:59किलियर हो जाएगा कि ये सुप्रेम कोट
14:01ने किस तरह से
14:03इस तरह का ओडर पास किया है
14:04111 आर्टिकल है कॉंस्टिशन का
14:06प्रिजिडेंट शेल आइधर गिव
14:09एसेंट टू बिल
14:10विच देन बिकम लॉ
14:13और विदोल्ड एसेंट
14:15और रिटर्ल्स दे बिल
14:18फॉर रीकंसिटरेशन
14:20तीसरा बीच का वर्ड क्या है
14:22और विदोल्ड दी एसेंट
14:25यहाँ पर जर्शको
14:27एक सेकंड यह और मसला आ गया है
14:28जो एक वाजपई ने अब यहाँ पर छेड़ा है
14:31इसमें दरसल सुप्रीम कोट ने
14:33यह आदेश दिया
14:34कि भई कोई अगर
14:37बिलकोई विदेयक पास हो गया है
14:39तो तीन महीने के अंदर
14:41राश्टपती को उसका फैसला करना होगा
14:42अब इसकी प्रिष्ट भूमी बतानी जरूरी होगा
14:44बहुत बढ़ी है आप इसमें
14:46नहीं नहीं प्रिष्ट भूमी तो बता दूँ
14:47तमिलाडो विदान सबाने दर्शकों
14:502020 से 2023 के बीच
14:52बारा विदेयक पारित किये
14:53अब वहाँ पर विपक्ष की सरकार है
14:56पर राज्यपाल तो
14:58केंदर सरकार नियुक्त करती है
15:00और उनको निश्पक्ष होना चाहिए है
15:03पर वो दूत बन जाते हैं
15:05आज के लिए नया चलन है
15:06राज्यपालो का वो दूत बन जाते हैं
15:09जैसा सरकार कहें वही सही
15:10अब इन्हों ने
15:12विदेयकों की मन्जूरी
15:14वो राज्यपाल देंगे
15:16तो भेजे गए
15:19आरन रवी उनका नाम है
15:21राज्यपाल ने विदेयकों पर
15:23कोई कारवाई नहीं की
15:24तो सुप्रीम कौट पहुचा
15:25सुप्रीम कौट पहुची
15:28तमिलाडू सरकार
15:29राज्यपाल ने क्या किया
15:31दस विदेयक बिना साइं किये लोटा दी
15:34और दो विदेयक राश्टपती के पास बेज़ दिये
15:36वहाँ भी पढ़े रहे
15:36फिर सरकार ने
15:39दस विदेयक दुबारा से
15:41विदेयक दुबारा से पारित कर राज्यपाल के पास बेज़े
15:44वो सारे राश्टपती के पास बेज़ दिये
15:46अब ये 2020 से खेल चल रहा है
15:47अगर संसद और केंदर सरकार का काम कोई ऐसे रोकने लगे
15:52आप क्या कहेंगे यहां सवाल जो उठाया जा रहा है
15:55एक वाज़ पही निशीकान दूबे कह रहे हैं
15:57संसद लोकसभा, राज्यसभा और विदानसभाओं की जरुषत क्या हर चीज़ में अगर सुप्रीम कोट रोक दे
16:03तो तमिलाडू विदानसभा की जरुषत क्या है अगर एक राज्यपाली सब कुछ रोक देगा
16:08हम जबाब दे रहे हैं, देखो मामला दूसरी तरफ का है, इधर का नहीं है जो आप बताने की कोशिश कर रहे हैं
16:12देखे, सुप्रीम कोट को इसमें वर्ड लिख दे कि तीन महीने में करोगे
16:17क्या लिख सकता है सुप्रीम कोट?
16:19कोई टाइम लाइन नहीं होना चाहिए, जनता ने सरकार चुनी है, तमिलाडू की
16:24111 आर्टिकल जो है, इसमें सुप्रीम कोट का ज़द तीन महीने लिख सकता है, क्या सवाल इस बात का है?
16:32बहस इस बात की है, नहीं लिख सकता, सुप्रीम कोट को कोई
16:37मतलब राज्यपाल एक जनता द्वारी चुनी, द्वारा चुनी गई सरकार, वो कानून लाना चाहती है, उस पर बैठ जाएगा
16:44हम सवाल वो नहीं है ना, और क्या सवाल है, मैं आपके हिसाब से थोड़ा सवाल पूचूँगा, मेरा सवाल जायज है कि नहीं है, मुझे ये बताइए
16:52हमारा सिर्फ मूट कुश्चन ये है, क्या सुप्रिम कोट इसमें एड और डिलीट, फुल स्टॉप, कॉमा कर सकता है, क्या नहीं कर सकता है
17:01सरकार, थूद सॉलिसिटर जेनरल और अटर्नी जेनरल, वो राप्ता कायम कर सकती है, इन शंकाओं पर, बातचीत हो सकती है
17:10ये तीनों आम्स हैं, ये सिस्ट्रम आफ टेक्सन बैलंस हैं, एक सांसत का ये कहना क्या मतलब निकाला जाए
17:16हम सांसत पे नहीं जा रहे हैं, हम ने कंडम किया, हम इस पर जा रहे हैं, क्या सुप्रिम कोट इसमें एड और डिलीशन कर सकते है
17:20तो वो बात करिये, ना संकार बात करेगी, नहीं बात करेगी, अंसार इस नो, सुप्रिम कोट ने क्यों इसमें कानून का फुल स्टॉप कौमा लगाया, सवाल इस बात का क्भी रहे है
17:27धर्मियुद कहां से हो गया, सुप्रिम कोट अगर दो चीजों पर अंतरम अदेश दे रही है
17:32सुप्रिम कोट को पावार है, सुप्रिम कोट कंटम लेकर जो अमर जी करें, जो सरजाद दे सकते हैं, उसमें कहां दिक्का दे, उसमें कोई ना डिफेंड कर रहा है
17:38अब देखे, अब एक और विधायक हैं, अगनी मित्रा पॉल, वो आगे हैं, समर्थन में
17:44हाँ बिल्कुल, यह समर्थन में आ गए, बीजेपी में ही
17:50अद्यक्स पह रहे हैं नहीं है, हमारा कोई लेना देना नहीं
17:53लेकिन एक सरकार का ओडर है, वो बता रहा हूँ
17:58तो सम्रेंड लेकिन एप्ट है मेराइं दॉन नहीं है, मैं एक यह समय खाई रहा है हूं तक तक तक तक में हम अपर देहा हूं
18:23मेरेंडम मैं पढ़ रहा हूँ आपके लिए
18:25फेबरी फॉर्ट टूज़न वाज इसूट तो एंशूर था
18:28एक्स्पीडिश डिस्पोजल अफ स्टेट बिल्स रिजाब
18:31फॉर्ट असेंट अफ प्रेसिडेंट
18:33इट अप्लाइस तो बिल्स तट गवरनर्स
18:35प्रेसिडेंट कंसिडरेशन अंडर आर्टिकल
18:39टू हंडर ओफ दे इंडियन कोंस्टूशन यह होम निशी का वो है
18:43जिसमें लिखाए कि तीन महीने में पर इसमें दिल्चस बात यह आ रही है
18:46महेश वर्मा आपके राश्ट्री अध्यक्ष कह रहे हैं यह निजी बयान है हमारा कोई लेना देना नहीं हम सुप्रीम कौट का सम्मान करते हैं अब आपके एक और विधायक भी निशीकान दुबे के खुले-खुले समर्थन में आ गए हैं यह क्या गुड कॉप बैड कॉ
19:16सम्मान और अफ्मान की दीन और यह उस तरह की चीजों को नहीं कहा जो कभी आप याद करिए कि राहुल गांधी ने संसद में इसी निया गवस्ता के ओपर किस तरह के सवाल करा है क्या सवाल खड़े किये थे बताईए ना बारी संसद में किस तरह से ची रहरा ने किया क्या
19:46इसको दुरूस्त भी हम करेंगे ऐसी बात के लिए उन्होंने सपस्ट रूप से कहा था कि देश की निया ब्यावस्ता जो है वो भी एक पप्षिकार हो गई है वो भी एक परकार से जो है कहीं सिथिल पड़ गई है और सरकार उस्पाई पर भावित करना की संसद में यह बय
20:16सर अगर स्पवे करने के मातर की बिचार की अभी विउक्ती की जो
20:26कहीं भी अगर किसी पर ऐसा टीका किया जा रहा है जो अपमान जानक हो अप्सपंज हो जाता है इतनी संस्त की कर भाई तो आप जानते ही हैं अब दूसरी बात आ जाएए अब जब निश्चान जी की बात आ रही है तो उसको भी सुन देंड़ा
20:45निशेकान दुबे है, यह कह रहे हैं ना, कि धार्मी कियोद बढ़काने के लिए सिर्फ सुप्रीम कौड इसमेदार, कहां कहां धार्मी कियोद हो रहे हैं देश में?
20:56आप सुना, जबाब नहीं देने देते हैं, संदीर भाई आप, देखे, उन्होंने जो बात कही कि धार्मी क्योद या धरम जुद्ध किसी बात के लिए चिड़ रहा है, या कोई ऐसी बात हो रही है, वो अगर कहीं आहत हुए हैं, और आहत होके अगर वो कोई बात कह रहे हैं
21:26स्टेट में लोग खड़ा हो रहे हैं, अभी जब एस वाई क्रेशी के अपनाम ले रहे हैं, बाई सत्रा अप्रेयल को गलत तारीक तो नहीं दे रहा है, सत्रा अप्रेयल को दो अंतरे मादेश आए, वक्फ संचोधन कानून को लेकर, हिंसा तो मुर्शीदाबाद में आठ
21:56कानून को लेकर पहले से वहां मारकाट मची हुई थी, और उस मारकाट के बीच में सुप्रिम कूर्ट का जिस परकार से कानून को लेकर एक टीका टिपनी आई और उससे कहीं एक बेक्ती आहत हुआ, हम आहत हो या कोई भी आहत हो, हम अपनी असमती चताने का फुरा अधिक
22:26आपको SUPREME COURT को दोदो रूपे के ट्रोल्स, यहाँ वोँ शरीयत COART OF INDIYA कहने लग जाएंगे SUPREME COUT को, नहीं नहीं, देस के राशपती क्या करेंगे, राजये पाल क्या क्या क्रेंगे, क्या क्रेंगे, जो कर रहे थे, जो रवी साब कर रहे थे, 2020 से 2023, बारावीदे देर �
22:56सौ औरे जाब मैं कहा रहा हूँ बारा साल तक बारा साल के बारा साल तक कांग्रेस क्रिजिम में हजार खंड की एक मिशाल है उधारन है जो लंबित रहा हो कानून जो विधान सभा से पारित हुआ तो सवाल वो छोड़ दीजे अब आ जाई है इस बात पर कि जो धरम जुद क
23:26से अगर उन्होंने कुछ बोला ऐसा पार्टी ने नहीं बोला निजी बयान है आहत हुए वाहत हुए है आहत हो गए है तो चुनाब आयुक्त को मुस्लिम आयुक्त बताने लगे दार में कियो तो दरसल निशीकान दुबे बढ़का रहे हैं क्या आप सीधी बात पूच्छ
23:56बात करें आप आप हम चुनाब आयुक्त को मुस्लिम आयुक्त बोल देंगे हर जब कर रहे हैं इदी पौट कॉलिंग दरकेट करेंगे ने अरे भाई आप आप बोलने दिजे कम से कम सुप्रिम कोट्ट में मामला लंबित है तनसद से कानूल पाश हो गया उसके उपर इस
24:26कौन कर रहा है वही तो पूज रहा हूं निशिकान दुबे को टीका टिपनी करना जा जरू बयान देते है एनाई को खुद की सेल्फ प्रमोशन में अपने ट्विटर हैंडल से एक्स के हैंडल से बयानों को ट्वीट भी कर रहा हूं
24:39अच्छा एस्वाई कुरेशी कुछ बोल रहे हैं वो गलत पर निशिकान दुबे जो बोलते रहे हैं वो बिल्कुल थी उपर उन्हों ने रियक्षन दिया है
24:47उसे अगर कोई आदमी रेक्षन दे रहा है तो वो गलत हो गया है उसकी अभी व्यक्ति की आज़ादी तो सम्विधान भी देता है किसी की भावनाएं अगर आहत हो रही है वो उनका इजार कर रहा है तो पर इसमें दिक्कत क्या है
25:05देखिए ऐसा है कि अब तक भाते जन्दा पार्टी की कुछ लीडर्स ने तो यह कह दिया कि बयान गलत है हम इसे सहमत नहीं है लेकिन देश के परदानमंत्री अभी इस मुद्दे पे चुप है उन्होंने कंडेन नहीं किया
25:21अब बात यह साब कि भाते जन्दा पार्टी बयान दिलवा करके उसके बात कहती है जी हम तो इस बयान से सहमत नहीं है
25:49हमारी लाइन जी है कह भी दिया और कोंसेक्वेंस बच भी गई यह भाते जन्दा पार्टी का सिकनिछर मूव है डबल क्ले करने का तो जन्दा इससे बहुत अच्छे परीके से बाकभ है लेकिन बात यह here भाते
26:01पार्टी तर्ख देती होती है कोई हमारा लीडर को बियान देवे सारी पार्टी को
26:06अर्शप्रीट चुनाव लेकर निश्पक्ष्टा पारदर्शिता पर आप लगतार सवाल उठाते हैं सुपरीम कौट को लेकर आपने
26:23सबाल उठाए थे। राम मंदर पर जो फैसला आया और जज जी कैसे
26:27राज्यसभा के सांसड बन गए। आपके टाइम के चुनावा युकत
26:31कैसे राज्यसभा सांसद बनते थे यह सब बूल गए थे। तो
26:35यह तो आप करते आए हैं आज अगर बीजेजी सवाल उठा रही है कुछ सम्वेदानिक संस्ताओं पर तो दिक्कत क्या है देखिए बात यह है चौदी साहब कि पहली बात तो उनके लफजों को हमारे लफजों के साथ कंपेर करके देखिए एक कंस्ट्रॉक्टिव क्रेटिस
27:05कि 142 एक नुक्लियर मिसल है जो 24 इंटू 7 जुडिस्ट्री के पास अवैलेबल है यह अफमान हुद निशिकान दुबे नहीं कह रहे हैं बिलकुल बिलकुल कह रहे हैं बिलकुल कह रहे हैं हम तो साहब यह कह रहे हैं कि ऐसे ब्यान नहीं आने चाहिए जो देश की जुडि
27:35इधाई का संसद में लोगों को बेज़ती हैं वो कानून बनाते हैं उन कानून को इंप्लिमेंट कारेपालिका करती है और वो कानून आर दे गुड और बैड इन लौ और और श्प्रीत यही तो काम देखना है सुप्रीम कौट का उससे आगे क्यों जा रहा है कौट बात य
28:05दूसरी चीज़ इसकी टाइमिंग देखिए है जब कोट ने इंटरिम स्टे लगा दिया वकफ अक्ट की कुछ प्रोविजिन्स पे उसके बाद यह बयानात आने शुरू हो गए और भातिजिता पार्टी के केंपी जो जो जॉइंट पार्लिमेंट्री जॉइंट कमिटी ऑ
28:35आप ऐसे शब नहीं उसका सकते हैं कि सुप्रीम कोट टाइम लाइन या समय सीमा कैसे बांदेगी राश्पती को आदेश कैसे दे देगी आपको ये फैसला तीन महीने में करना ही होगा बताता हूं अब उसका जवाब यह है कि इसके दो चीज़ एक तो लीगल आंगल है एक
29:05सरकार जो लेखती ही है लोगों के दुवारा उसके बाद बिल लटका रहता था डिले पे डिले होता था मतलब की ना आगे जाता था ना पीछे जाता था वहाँ पे स्टेलमेट पे खड़ा रहता था अब जो टाइम लाइन है येस और नो होगा और आगे बढ़ सकेंगे प
29:35सुप्रीम कौट खुद भी संग्यान ले सकता है वकीलों ने तो अब मालना का नोटिस दे गया है उसमें अटर्णी जैनरल की इजासत भी चाहिएगी सुप्रीम कौट खुद संग्यान लेकर बेच सकता है शे महीने की सज़ा है
29:47बात यह कुछ भाते जद्धा पार्टी की लीडर्स कह रहे ना बयान गलत है कुछ कह रहे ना कंडेम करते हैं तो पार्टी मेंबर्शिप से बरखास क्यों भी किया इस चीज़ का जवाब पे बरखास करने तो बड़ी दूर की बात है शो का उस नोटिस तो नहीं दिया अ�
30:17फाई आर दर्ज होनी चाहिए निशिकान दूबे पर ये कह रहे हैं कॉंग्रेस के प्रवक्ता
30:21हाँ कॉंग्रेस के लोगों का नजरिया तो ऐसा ही होगा इसमें कोई बड़ी बात नहीं है बहराल ये जो मुद्धा है काफी सेंसिटिव मुद्धा है संदीब जी
30:34देश में हम निया पालेका को बहुत उपर मानते हैं और हम सब लोगों ने हमेशा कहा है कि नियाले की तरफ से कोई भी फैसला जब आता है तो सर्वोपरी होता है सर्वमान्य होता है सब लोग इसका सम्मान करते हैं
30:46अब देखिए न, लोक्तंत्र ने हमको अभिव्यक्ति की आजादी दी है, और हमने कई डिबेट्स किये हैं, जिनमें कई बयानों को लेकर चर्चा होती है, कि किसने सही, किसने गलत बयान दिया, अब अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब यह नहीं होता है, कि हम सीमा को लांग
31:16मैं सुन नहीं पाया संदीब ची, धमका रहे हैं न, सुप्रीम कोर्ट को मुख्य ने अधीश को, निशेकान दुबे, ने गलत, ने भाई, कोर्ट को धमकाने की हैसियत किसकी हो सकती है, धमकाने जैसा सब्साब, यह धमकी बहरे लएगा नहीं है, यह कोई विनिती की जा र
31:46लगाने का, संदीब जी, संदीब जी यह आरुक लगाने का बेहद गलत तरीका है, अब समझना यह है कि वफ शंशोधन बिल पेश होता है, सदन के अंदर पास होता है, बहस होती है, उसके बाद भी यह किसी पक्ष को दिक्कत है, तो हम कोर्ट जा सकते हैं, कोर्ट में भी �
32:16व्यक्तिगत निजी बयान है, क्या मामला खत्म हो जाता है, या हो जाना चाहिए, कोई शो काॉज नोटिस नहीं, कुछ नहीं, यह लोगतंतर की सेहत का सवाल है ना, मैं गलत तो नहीं कह रहा हूं, इसी पर तो हमारा लोगतंतर तिका हुआ है ना, इन तीन बाजुओं पर
32:46वह लोग हैं, जो सबको आइना देखाने का काम करते हैं, वह आइना आप अभी दिखा रहे हैं, इसके दो पहलोगों को समझना बेहत जरूरी है, एक निशिकान, दूबे जी एक आम इंसान नहीं है, वो भागतियंता पार्टी के चारबार चुने हुए सांसत है, तो होता �
33:16मसला अगर बनता है, जो कारवाई होगी, वो होगी, वो तो हर लेक्ती पर होगी, इसके सांसत किया है, अभी शेक जाहा, उस पर बहस की शुरूआत लोकसभा में, निशिकान दूबे करते हुए पाए गए है, ये छोटे मोटे कोई सांसत है, कोने में कहीं हाशिये पर पड
33:46संदीब जी, मैं फिर वही बात समझाने की कोशिश करूँगा आपको, और अदर्शकों को एक बार, कि एक पहलू आप ये देखे रहे हैं, कि भारती जनता पाटी के बहुत मजबूत और बहुत सांसत है, और दूसरा पहलू कि वो एक व्यक्ती भी है, पाटी ने पूरी त
34:16नीती का, अब ये हिंदो मुसल्मान धर्म युद, ग्रिही युद, धर्म युद की बात इस देश में नहीं हुई थी, धर्म युद और वो भी चीफ जस्तिस करवा रहे हैं, या निशिकान दूबे करवाने की फिराक में दिख रहे हैं, यही बचा था बस अब,
34:31संधीब जी, यह सब बहुत दुर्भागे पूर्ण है, दुर्भागे पूर्ण है कि इस तरह की चीजे आती हैं, और संसदीय मर्यादाओं को तार-तार तो पहले किया गया है, हमने कई बार इंद्रिश्यों को देखा और उसके बाद सरवोच नियाले पर ऐसी टिपनी अती
35:01साथियों ने कई बार ग्रोथ किया है, लेकिन इस तरह की शैली का समर्थन कोई भी नहीं कर सकता है, हम भी नहीं कर सकते हैं, और जिस तरह जिस हालात में हम हैं, हर बात पर एक सिकलब शेख, अनुराग बात बात पर हिंदू मसल्मान हो रहा है, घमसान मचा हुआ है, दंग
35:31देश में और हो रहे हैं, कड़वी हकीकत है, धर्म युद की बात आ गई, नौबत धर्म युद तक आ गई है, किस तरफ जा रहे हैं हम, इसी को राजशाई और तानाशाई बिचारधारा कहते हैं, यह साफ साफ देखने को मिली है, इसी को कहते हैं ना कि मैं हूँ सर्विस
36:01एक सेकंड रवी आदव है, हमारे दर्शक दिल्ली के है, अनौब वो कह रहे हैं, क्या देश बीजेपी की घोशित तानाशाई की तरफ बढ़ रहा है, क्योंकि बीजेपी अपने निताओं को उनकी बयान बाजी पर कोई डंड नहीं देती
36:13मैं अपनी बात कहलों, बीच में कट गया, मैंने कहा कि इसी इसी बाड़ी लेंग्वेज को इसी भाषा को कहते हैं राजशाई, इसी भाषा को कहते हैं तानाशाई, यह उसकी तरफ बढ़ने की कोशिश है, कितने कॉन्फिडेंस से एक सांसद ऐसी बाते कह रहे हैं, तो य
36:43अपने जो हमने कह दिया, वही सत है, जो हम कर रहे हैं, वही सच है, और जो हम बोल रहे हैं, वही सच है, बात बाकी कोई सच नहीं बोल रहा है, कुछ ठीक नहीं देश के अंदर में, यह भारती जंता पार्टी की सोच हो गई है, सिर्फ दो लाइन कह देना कि यह वैक्तिकत
37:13कौट का काम कानून बनाना नहीं, कानून बनाना संसद का काम है, पर हम ये क्यों मान लें कि संसद भई जिसकी भी बहुमत आई, जो संसद कहेगा, वो सही है, जो भी कानून संसद बनाया है, जरूरी नहीं है, ये विरेंदर पर यार पूछ रहे हैं, कि वो सही है, उस पर आ�
37:43शुमिंवर्थी वियूल था किए।
38:13वो के रहे हैं अगर बीजेपी का निशेकान दूबे के बैयान से लेना देना नहीं है
38:41तो उनके खिलाफ कारवाई क्यों नहीं होती होगी
38:44मैं बिल्कुल मैं आपसे यही तो कह रहा हूँ
38:50कि कोई भी बियान निजी बियान कभी भी हो नहीं सकता है
38:54क्योंकि बहुत confidence से बहुत सब्दों से दिया गया बियान है
38:57और यह को भारती जन्ता पार्टी को और इस मानि सर्वोच नियाले के खिलाब जिस तरह की टिपनी हुई है
39:03इससे संदेश बहुत बुरा जाता है
39:05मने आप क्या संदेश दे रहे हैं धरम यूद या जो सुप्रिम कोट है वो ग्रियूद कराना चाहता है
39:11मने ऐसे शब्दावली का इस्तिमाल तो मतलब तब ही किया सकता है ना
39:15यह विमर्च में आ जाएंगे तरह ल्या वीजहा बनेंगे
39:19इन शब्दों का आप आने वाले दिनों में लगतार इस्तिमाल होगा
39:22जिन चब्दों का आज तक मुझे याद नहीं पढ़ता दिबान
39:25कि धर्मियुद या ग्रिहियुद की बात आ जाए
39:28ये हमारे विमर्ष के चर्चा के शब्द हो
39:31ये बिल्कुल ये जो बयान दिया है
39:35निशिकान दुवे से मैं एक दो बार मिला भी हूँ
39:37पर बहुत चौकाने वाला बयान है
39:39बहुत विवादास्पत बयान है
39:40और ऐसा बयान है
39:41मेरे खाल चर्चा कोई भी इसके साथ खड़ा नहीं होगा
39:44और विपक्ष और पक्ष की बात नहीं है
39:48इस तरह के बयान जान बूज कर सुनियों
39:53जे धंक से दिये जा रहे हैं
40:07जो आज पेजी जड़ में जाना चा रहे थे
40:10वो एक सो बयालीस पे ले जा रहे थे
40:11जड़ में एक सो बयालीस मुझे लगता है नहीं है
40:14यह जो पूरा हला हो रहा है
40:16जो सरकार को इतनी जो परेशानी हो रही है
40:19सरकार के तरफ के नेताओं को जो परिशानी हो रही है वो 140 नहीं है संदीब
40:23होता क्या है जब आप सत्ता में होते हैं तो आप सत्ता चाहते हैं आप मिजॉरिटी में हैं आप बहुत सत्ता और जादा चाहते हैं
40:30आप बात कीजिए 1975 से पहले की होता क्या था कि कॉंग्रिस पार्टी अपनी सरकार बनी हुई थी अपने जजज बनाती थी जजदर जजज बनाती थी पूरा सुप्रिम कोट पर एक तरीके से जो चीफ जस्टिस थे वो रबर स्टेंप की तरह होते हैं
40:46और राश्पती का भी ये सवाल पिछले वाला सवाल लीजिए हो कह रहे हैं कि राश्पती अगर सरवोच हैं तो राश्पती के अस्ताक्षर ठप्पे के बाद ही तो अमर्जेंसी भी लगी थी इस देश में बिल्कुल बिल्कुल वो सब उनके काबू में थे फिर क्या हुआ �
41:16तब क्या हुआ बर्मा साब का जज्जमेंट आया उन्होंने का कि कंसल्टेशन ही कंकरेंस है पर एक कमिटी बनेगी तीन लोगों की एक कॉलीजियम होगा और वो सरकार बना वो अपना जज्ज चुनेंगे अब पेट में दर्द हुआ वाजपी सरकार की अटल भीहरी वाज
41:46सरकारे हैं चाहे वो कॉंग्रिस की सरकार हो चाहे बीजेपी की सरकार हो उन्होंने लगातार इस पर बात बरूचा सबाय चीफ जसिस पर उन्होंने बहुत साफ कहा कि बिल्कुल कोई नहीं होगा वाजपीस आपने का कि सब तीनी लोग क्यों होंगे हम भी नाम सुझाएं�
42:16National Judicial Appointment Commission उन्होंने बता रहा है उसी के उन्होंने का कि च्छै लोग हम रखेंगे एक एक सीजी आई होंगे दो वरिश वकील होंगे जो वरिश्ट जस्टिस होंगे सुप्रीम कोट के इसके साथ उन्होंने बताया कि लॉट मिनिस्टर होंगे और दो एमिनेंट परस होंगे ज
42:46यह कहानी मिस्तार में जो समझाई है यह संगर्श है क्या यह कारेपालिका और न्याएपालिका का सीधा स्टैंड ओफ है क्या बिलकुल यहां पर लगातार वो कोशिश कर रहे हैं पर यह एक दम गड़े बैठा हो उन्होंने लट गार दिया जो आप आपके हर्यावनी में क
43:16अलग अलग समय अवधी में होते रहे हैं पर नौबत यहां तक आ जाना कि मुखे नियाएदीश को देश में धर्मे की युद बढ़काने के लिए आरोपित कर देना या ग्रिही युद करवा रहा है सुप्रीम कौट ऐसी नौबत तो आज तक कभी नहीं आई देखे नाम �
43:46जूवारे मोडे के नहीं है निश्धिकांद गंबिर सहइत तैयारी से आते हैं ऐसे हल्के किसम की वेक्ती है मजड़ाग करने वाले गंबीर वेक्ती है अगर वो ऐसा कह रहे हैं तो यह बहुत गंबीर बात है वेक्टों प्स यहीं पर बात खत्मोंगी कर देनी चाईए द
44:16पार्टी में भी उसको यदी राष्टी अध्यक्ष कहते हैं कि यह निजी बयान है मतलब उसको खारिज कर रहे हैं यह अपने आप में बड़ी बात है सजा तो अलग मुद्दा है लेकिन यह बहुत गंभीर मसला आप इसको सोची कि राष्टी अध्यक्ष अपने चार वक्त क
44:46अभी पहले सुप्रेम कोड़ तो बहुत बड़ी चीज है जिस पर यह सारी चर्चा हो रही है तो यह गंभीर मसला है अब एक दिन में तो क्या कारवाई करेंगे आप क्या चाहते कि नड़ा साब क्या कर दे वो तो अलग इस पर आप उनकी सुनवाई करेंगे नहीं करेंग
45:16है वो है NJAC की कि आपने NJAC को खारिच कर दिया और हम वहां पर वापस आना चाहते है और इसको वहां से देखिए जो अंतरमादेश आये हैं उसमें भी परिशानिया क्या होगा नहीं वह तर ट्रिगर पॉइंट मिल जाता है कि किसी किसी अब आर्टिकल 142 की भी बहुत सार
45:46बहुत सारे लोग करने कि राष्ट पती तो अपॉइंट करते हैं जैज को करते हैं और वो कैसे किया
46:01बहुत सारे बहुत सारे ऐसे ए्रिया हैं जब कारती नहीं कर रहे है आप क्या कहए हैं यह जो कह रहे हैं वाजट merchant कॉर्ब्ण
46:16पर एक सो बयालिस की अपने अधिकार का इस्तमाल कर समय सीमा बांट
46:46अगर सुप्रिम कोड चाहता तो लिखता कि वही पर्टिकुलर केस इस वोड़ बीदे प्रिसीड है यही लखा जाता है अभी तो का ओडरी रही हुआ है अभी तो कोड़ी यूद और धर्म यूद तक वोड़ा है एक लाइन और मैं कहा दूँ अब कॉंस्ट्टेटर असेंब
47:16तो डॉक्टर अंबेटकर कॉंस्ट्टेटर असेंबली में कि वो जानते हैं जो लोग जिनको चुनकर भेजे वो ही चलाएं देश
47:46पिर तो सिस्टम ही खत्म हो जाएगा फिर तो जो धांचा है अमने ख़ड़ा किया है फिर आर्टिकल 42 जो अमेंडमेंट हुआ था आर्टिकल 42 वाला जिसको वाजपेजी जानते हैं उसको बनाई रखिये क्योंकि वो भी संसद में बहुमत से पारित हुआ था जिसे हम मुन
48:16सुप्रीम कोर्ट के पास क्या है रिव्यू करने का अधिकारण है और अभी तो मुझे समाज ने आ रहा है तो फैंसला ही नहीं हुआ कुछ है कहा जगड़ा शुरू हो नहीं हुआ
48:23में देखिए संस्थाओं का सवाल है कोई भी सरकार कोई भी सब्ता कोई भी देश कोई भी समाज इकबाल पर चलता है एक दूसरे पर भरोसा होता है यही तो पूरा सिस्टम हमने बनाया है यह हमने जो प्रोसेस बनाया था पहले विपक्ष पर देखिए दिल्चस बात क्या है
48:53संस्थाओं का इकबाल संस्थाओं का सम्मान वो ही हमारे पूरे सिस्टम को बना रहा है सुप्रिम कोर्ट को भी उसी तरह से रहना है सुप्रिम कोर्ट संसत की बात को ध्यान रख रहा है संसत जो है सुप्रिम कोर्ट की बात ध्यान रख रही है आप सुप्रिम कोर्ट के फैस
49:23बिल्कल मेरा काणीजE बहुत डेंजरिस बात है और डेखिए सुनिप एक हैरानी की बात है और ढेमोकरिसी की लिए बहुत चिंता की बात है कि मौजूदा सरकार जो क्वालिशन सरकार है
49:34उसमें कोईलिशन के साथ ही चाहें तो ये सरकार को मुश्किल पैदा कर सकते हैं
49:40लेकिन कद इतना बॉना है कि किसी में हिम्मत नहीं पड़ती
49:44करेज ओफ कन्विक्शन नहीं है कि आप ये कैसा बयान दे रहें भाई
49:48सुप चीफ जिस्टिस के नाम लेकर आप ये बयान दे रहें
49:51क्या कर रहें ने मजमत की निंदा की बयान की फिर उसके बाद थोड़ा सा
49:55ने ने ने ने एके वाज़ पे इने आज जो रोल किया वो उसको मुझे नहीं
50:01बहुत अच्छा लगा कि आपने निंदा की पर उनका पर लेकिन देखिए उन लोग
50:06जो कर रहें आप खड़े हुए नहीं के साथ आप जब लेकिन लगाते हैं इस पर वाज़ पे जी इस पर
50:11लेकिन बिल्कुल नहीं है जिस तरह की बात अगर उन्हें ने की है उन पर बात हो रही है जो उनके बयान पर आज बात हो रही है आज जो टॉपिक इन्होंने चुना है वो उनके बयान पर चुना है और इस पर बिल्कुल कोई गुंजाइश नहीं आप ये करते हैं तो फिर
50:41और वो सबकी ते लिए चिंता की बात होगी
50:43लोगताति टाचा रहेगा तर सबके ले रहेगा
50:45तो क्या अम चिंता करेंगे भी
50:47इस पर विमर्ष होगा इमांदारी से
50:49चर्चा भी होगी और जो
50:51ये शब्ध है, मैं शौक्त हूँ
50:53इमानदारी से मैं ये बात कह रहा हूँ
50:55धर्म युद और ग्री युद हमारे देश में इन शब्दों का इस्तमाल होने लगे
50:59ये विमर्श का हिस्सा बन जाएं
51:01इस से बुरी चीज हमारी गंगा जमनी तहजीब की
51:06हमारे संसकारों की हमारी परंपराओं के लिए
51:08नहीं हो सकती है
51:10आज सीधा सवाल में बस इतना ही