Barbaroslar Khairuddeen Season 1 Episode 108 Urdu Hindi dubbed Review ATV Searial Khairuddin Barbarossa, also known as Barbaros Hayrettin Paşa, was a renowned Ottoman admiral and governor of Algeria in the 16th century. He is considered one of the greatest admirals in Ottoman naval history His sword is known as Bahr i Room or Sword of the Roman Sea The sword is believed to have been made in the 16th century and holds significant historical value ATV Searial kurulus Osman season 6 TRT original tabii Urdu network
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00:01हम, फौच में इस तरह दरंदाजी करना, सुल्टान को बेवकूफ बनाने की जसारत है।
00:08तुम्हारा जुर्म बहुत ही खौफताक है बच्चे।
00:11अब मुझे बताओ तुम, के कौन हो और कहां से आये हो।
00:17करमान से मेरा तालुक है सुल्टान मौजम, मेरा नाम मोहयदीन पीरी है, कप्तान कमाल का बतीजे हूँ मैं।
00:28तो तुम हमारे मशूर बहरी कप्तान कमाल की बतीजे हो।
00:33लेकिन इससे अपने जुर्म से बरी नहीं हो सकते।
00:37ताहम, अगर तुम्हारे पास इसकी कोई माकूल वज़ा है, तो माफी मिल सकती है। है तुम्हारे पास।
00:46मेरी वाहिद वज़ा, ये है सुल्टान मौजम।
00:51तुम्हारे पास।
01:19तो तुम्हे नक्षा निगारी के इल्म माहरत है।
01:22माशा अल्ला।
01:24मैं हमारी रियासत की मदद करना चाहता हूं, सुल्टान मौजम।
01:28शायद मेरा बनाया नक्षा आपकी मदद कर सके।
01:32बस यही मेरा मकसद था।
01:34तुमने मुकामात का तायून दुरूस्त अंदाज में किया है।
01:49देखो, पैमाने को एक से पांसो तक रखो ताके उचाही और सडके भी बने।
01:55सब कुछ जाहिर हो जाए।
01:57माशा अल्ला।
01:59तुमने अपने नेक अमल और नेक नियाती को अच्छे से थाबित किया।
02:03जो तुमारी माफी के लिए काफी है।
02:05ये जान लो बेटा, हम काफ़ पर जो बनाते हैं, वो सिर्फ वो ही होता है जो हम देखते हैं।
02:21हम हकीकी नक्षा अपने दिलों पर, अपनी रूहों पर और अपने खाबों पर नक्ष करते हैं।
02:29जहां सारी दुनिया अल्ला के इनसाफ से रौशन होने और अपने फटा किये जाने का इनतिजार कर रही है।
02:36मेरी अल्ला से यही खोईश है, कि तुम पूरी दुनिया के नक्षा बनाकर, हमारे सामने ले आओ।
02:44और हम तुम्हारे उस तक्षे को देखें और उसे फटा करने को याद रखें।
02:51माशाल्लाः
02:53दर्वेश हुसैन, क्रॉयकले को फटा करने की महिम में, मुहयोदीन पीरी भी शामिल होगा।
03:08जो सुल्तान का हुक्म।
03:14मुझे बताएं कि क्या सुरतेहाल है, हमद।
03:32हमें मशर्की या फिर मगरेबी दर्वाजों पर हमला करना होगा।
03:37और आपका क्या ख्याल है, दर्वेश हुसैन?
03:44हम आपके हुक्म और बताएं इस सिम्ट पर हमला करने के लिए तयार है मेरे सुल्तान।
03:50हुक्म और फर्मान हमारे सुल्तान का होगा।
03:55हमें मेरा आपका पर होगा।
03:59करना कि आपका मंश्यम्ट खेसे मतेघDid
04:07कि भीतला परिम धुझतान का जिसलताने मोहा।
04:13हम उना मेरे, भीतल्स का मेरे
04:22बताओ मुझे
04:28किस सिम्प से हमला करना
04:30मुनासिब रहेगा
04:32मश्रिक और मगरिब दोनों खुले हुए है
04:34लेकिन मश्री की जमीन पत्रीली है
04:37जो घोडों के लिए मुश्किल होगी
04:39मगरिब की तरफ से हमला करना मुनासिब लग रहे है
04:41लेकिन अत्मी फैसले हमारे सुल्तान मौजम का होगा
04:44मेरा भी यही ख्याल है
04:49मुझे यकीन है कि तुम अजीम नक्षा निगार बनोगे
04:53सुल्तान मौजम, माफ कीजिएगा
05:01मैं ये पहली बार देख रहा हूँ
05:03कि आप किसी बच्चे से मशवरा ले रहे हैं
05:06मुझावरत दर्वेश हुसें
05:07ये हमारे अल्ला का हुकम और हमारे अजीम पैगंबर की रिवायत है
05:12और मैं उस बच्चे से नहीं
05:16उसके इल्म से रुजू कर रहा था
05:18पहले हम अल्ला का हुकम मानते हैं
05:23और फिर हमारे पैगंबर की सुन्ट पे अमल करते हैं
05:25और फिर हम इल्म की खदर करते हैं
05:30ये वो ही चीज है जो हमें फटा की तरफ ले जाती है
05:35या लाँ
05:41अब ये वक्त तल्वारों का है
05:54क्रोया के ले के काफिरों को हम अंदरी दफन कर देंगे
06:01हक आएगा तो बातल फना हो जाएगा
06:07या लाँ
06:13अल्लाहु अप्पर
06:16अल्लाहु अप्पर
06:18अल्लाहु अप्पर
06:20अल्लाहु अब्लाहु अप्रा तरो
06:24हुआ हुआ हुआ हुआ है
06:54फाते है अलम सुल्तान मेमथान तश्रीफ ला रहे है बहादर आद्मियों मेरे शेरों
07:21अल्ला की मदद और हमारी तल्वारों की ताकत से हमने जल्म और कुफर का उस किले से खात्पा कर दिया
07:30हम अल्ला का शुकर अदा करते हैं जिसने हमें उस किले पर फटा दिलवाई
07:35आमीन
07:36आमीन
07:37या अल्ला हम तेरी आजिस मखलूक है जो दुनिया पर तेरे मकसद की हुकम रानी के लिए हमने करते हैं
07:47फटा हमेशा से सिर्फ आपकी है
07:51हमें अपने सचे मकसद के लिए बहुत पी जंगों में फटा अता फर्माए हमारे रब
07:58आमीन
07:59या रब हमारा मकसद रजा इलाही है
08:07यही तमाम आलम का निजाम है मुनज्जम रियास्त
08:12हमें इस रास्ते पर कामयाबी अता फर्माए या रब
08:17आमीन
08:19इस्लाम की रौश्टी को पुरी दुनिया तक पहुँचा
08:22तुर्क जंडे को मकंदफ फदा की
08:24तॉर पर लहराना हमें हमारे मकसद में कामयाबी अता फर्माय रब
08:28आमीन
08:29या गालिब इल्लाह
08:31मेरे अंदर की की सलायतने मुझे इस रहापपर टाला
08:56लेकिन फत्ह के बाबा सुल्तान मेहमत है
09:00जिन की वज़ा से मैं इस खाबिल हुआ
09:03उस दिन अजीम फाते ने जो मेरा हाथ पकड़ा
09:06वो मेरी जिन्दगी की सारी जद्द जहत के लिए काफी है
09:10हाँ, वो हाथ मुझे उस दिन थपड़ भी मार सकता था
09:19तो क्या हुआ, हुकुमरान का थपड़ भी एक पत्मे इजाफिका बाइस होता है
09:25और वो हमलावर जिसने आपकी मदद की थी, उसका क्या हुआ?
09:33क्या आप भी मिलते हैं दूसरे से?
09:37उसके बाद मैंने उन्हें नहीं देखा
09:39मैं उनका हाद चूमना और उन्हें गले लगाना चाहता हूँ
09:45एक दिन हम जरूर मिले के इंशाओला
09:49हमारी हवेली, हमारे घर
10:07और हमारे साए में इन सब भाईयों को खुशामदीद
10:11बहुत सुक्रिया हुमा खातून
10:16आपने रियासत से खास दोर पर दस्कारों की दर्खास की थी
10:21और हमारी रियासत ने
10:24आप के लिए हम आहियों को चुन कर भेजा है हुमा खातून
10:28हमारी शांदार रियासत की उम्र दराज हो
10:35हमारे सुल्टान की उम्र में बरकत हो
10:38और अब से
10:41इस कंद्रिया में जो कार्खाना हमने बनाया है
10:45उसमें अल्लाह और उसकी मखलूख दोनों की खिद्मत करेंगे इंशालला
10:51इंशालला
10:52हिम्मत तो देखें
10:57यह उस्मानी आही कितनी आजादी से
10:59ममलूक रियासत के मरकज में काम कर रही है
11:03अगर ऐसे ही चलता रहा तो उस्मानी हुकूमत मिसर तक पहुच जाएगी
11:08लेकिन
11:10ममलूक दल्वार भी अपनी मयान में वापस नहीं गई है
11:15यह आहियों की रिवायत है
11:21जब भी कोई नया आही शहर में आता है
11:24वो वहां के बज़र्गों से दुआएं
11:27और मजभी फराइस अदा करता है
11:30इस जगा के मालिकान हम हैं
11:34लेकिन
11:35ये ज्यादा मुनासिब है के
11:39जो इन में महारत रखते हैं
11:41वो आपको अपनी दुआउं से नवाजे
11:43आप ये फरीजा अंजाम दें दर्वेश
11:47महीन कपड़े का कमर बन बांदने वाले ऐ आही
11:57तुम्हारा तालुक कहां से है
12:00कहां रुकते हो
12:02और कहां जाओगे
12:04मैं आलम अर्वा से आया हूं
12:07आलम फानी में रहूंगा
12:09आलम बर्दख में जाओंगा
12:11तुम्हारी पहचान क्या है
12:16तुम्हे किन आमाल का हुक्म दिया गया है
12:29सॉली आमाल का हुक्म दिया गया है
12:31किन अलफास का हुक्म दिया है
12:34हम्द बारित आला का
12:38इस रह में कितने अनासिर है
12:41तीन अनासिर
12:43कलमे शहादत पढ़ते हुई हमारी जबाने
12:46सखावत करते हुए हमारे हाद
12:48अबादत गाजाते हुए हमारे पहर
12:51बिस्म लाह रह्मान रहीम
12:59आयब ल्लह की हम दुस्थना करते हैं
13:03महम्मद मुस्तफा सल्लाओ अल्हालियों
13:07अनकी मुकद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्�
13:37तिरहाद, मुबारकों, आमीं.
13:58मैंने कहा ना कि आज शादी की तक्रीब हैं तो क्यों नहीं समझ रहे हैं?
14:07बाबा अरूज इस फक्त मौजूद नहीं है.
14:10जाओ अब जाके बाद करो अपने कप्तान से.
14:12किसी और दिन आ जाना, जाओ यहां से.
14:14अगर शादी हो रही है तो हम इसके कोई परवा नहीं.
14:28आगी, एक ही बात के लिए बज़िद है.
14:36इसका जो मालिक है, मुस्लिमान गटान,
14:39मुस्तकिल बाबा उरूज से मिलने पर इस्रार कर रहा है.
14:41मैंने कहा मुम्किन नहीं.
14:43शादी की तक्रीब है आज.
14:44इससे बाद मैं आने को का.
14:45इसने कहा ना के बाद मैं आने को जाओ उसे बख करो.
14:55तुम कौन होते हैं इस तरह की बात करने वाले?
15:00हमारे कफ़़़़ आएंगे और मिलेंगे.
15:04बस बात खत्म हो गई.
15:05क्या कहा तुम जबर दे लिए लागी.
15:10जाकर देको जंग्जियों की तक्रीफ की तैयारिया मकमल हैं या नहीं.
15:20क्योंकि ये लोग मुझे नहीं जानते हैं.
15:23तो मैं पता करता हूँ इनका क्या मस्ता है.
15:27और अपना तारुफ भी कर बता.
15:28मैं भी ताचलता हूँ आएंगे.
15:30मिलकर हम इने तारुफ करवाएंगे.
15:33तुम के करवाएंगे.
15:36मैं इनकी जबाद जानता हूँ.
15:41मैं इने सबख और इनकी आखाज या दिलाना भी जानता हूँ.
15:44अरूज और उसके साथ ही काफिरों से लड़ते हैं और मसल्मान माईगीरों की जान खत्रे में डालते हैं वो.
15:56जल्द ही काफिर तुम पर भी हमलावर होंगे सल्हान.
15:59और इसी विज़ा से तुम्हें उन्हें सक्ती से रोकना होगा ताके वो अपने कानून खुद न बना सके.
16:08और फिकर न करो, मैं तुम्हारे पीछे हूँ.
16:11आप बे फिकर रहें जनाब शाबाज.
16:13हम उन्हें करदन से पकड़के उनकी अकल ठिकाने लगा देंगे.
16:17जब हम यहां है तो उन्टी कोई हैसियत नहीं है.
16:26उठो, उठो.
16:30ये क्या हुआ तुम्हें?
16:32तुम में से कौन है जो रूज कप्तान से मिलना चाहता है?
16:36वो जो भी है सामने आए.
16:45तुम कौन हो?
16:47इस कुट्टे ने भी यही पूचा था.
16:52मैंने इसे मुनासिब जवाब दिया.
16:56पहले ही बता दू मैं तुम्हें.
16:58ताकि दुबारा मुनासिब जवाब न देना पड़े.
17:02मैं हूँ पीरी रईस.
17:06तो तुम हो वो उस्मानियों के मश्हूर पीरी रईस हा?
17:09अच्छा है.
17:14ये बात है तो फिर तुमने मेरा भी नाम सुना होगा.
17:18सच समंद्रो वाली शाबास के सराय में इस तरह कोई भी दाखिल नहीं हो सकता.
17:22जो के तुम मेरा नाम जानते हो तो ये भी जानते होगे.
17:29मेरा जहाँ दिल चाता है मैं वहाँ जा सकता हूँ.
17:32वो भी अपनी मर्जी से.
17:36बक्वास बंगर के मुद्दे की बात करो.
17:39काफिरों के साथ जो तुमने जग शुरू की है,
17:41उसकी वज़ा से वो मुसल्मानों को सुकून से नहीं रहने देंगे.
17:47इससे हमारा कारोबार मुतासिर होगा.
17:50हम इसकी अजाज़त नहीं देंगे.
17:53या तो हमारी तरह काम करो.
17:56वरना तुम्हें हमें जवाब देना पड़ेगा.
17:57हम इस समंदर को तुम्हारी कबर बना देंगे.
18:02तुम्हारी तरह बात करने वाले हमने बहुत देखे.
18:05और उन सब को समंदर की मशली का चारा बना दिया.
18:11यानि,
18:14हमें आलम इसलाम के हुकम की इफाज़त नहीं करनी चाहिए.
18:18उनके जुल्म को भुलाकर उनके कुते बन जाना चाहिए.
18:23यही कह रहे हो.
18:27तुम अपने गले के हिसाब से अपने पटे का हिसाब कर सकते हो लेकिन,
18:33हम वो हैं जो अल्ला के सिवा किसी के आगे नहीं जुकते है.
18:40हम पूरी दुनिया का सामना कर रहे हैं.
18:42और अगर तुम्हारे खिलाफ खड़े हो गए तो, हमें और भी गर्दने उड़ाने पड़ेंगी.
18:49और तुम अपनी गर्दने को कैसे बचाओगे?
18:54अपनी चारो तरफ देखो.
18:56तुम्हें क्या लगता है कि तुम यहां से जिन्दा वाबिस जा सकते हो?
18:58तुम्हारी जबान काट कर कुट्टों को खिला दूँगा.
19:04तमेज सीखनी चाहिए तुम्हें.
19:06हमारे हुकम के आगे सर जुका.
19:08खेर हम.
19:11सर जुकाते नहीं.
19:15सर काटते हैं.
19:17सर जुकाते हैं.
19:47सर जुकाते हैं.
19:49तुम्हारे टुकड़े करकर समंदर में बहाने पर मजबूर मत करो मुझे.
19:59तुम्हे क्या लगा तुम दूसरों की तरा मुझे भी अपने काबू में करोगे?
20:02तुम्हे क्या लगता हैं तुम कौन हो गीदर?
20:04हमें जान लो. समझ गए तुम लोग?
20:11इन समंदरों पर हम ही कप्तान हैं. तलवार भी हमारी और हाकिम भी हम हैं.
20:18फैसला भी हम करते हैं और सजा भी हम देते हैं.
20:27हमारा मकसद लूट बार और खबासत के लिए समंदरों पर सफर करना नहीं है.
20:35तमाम काफिरों का बेरैरूम से खात्मा करना हमारा मकसद है.
20:40जो हमारे मकसद के खिलाफ हमारे सामने आएगा, वो जान से जाएगा.
21:02मैंने तुम्हारी नजरों के सामने तुम्हारे कप्तान को काट डाला. खून भाया.
21:10मैं अपनी मर्जी से तुम्हारे सराए में आया, और अपनी मर्जी से वापिस जा रहा हूं.
21:40पिरी रईस, कमांदार पैतरों ने तुम्हारे सर लाने को कहा है.
22:07तुम्हारे सर पेश करने से वो बहुत खुश होंगे.
22:13मैं भी तुम्हें खुश होने देता लेकिन।
22:19इस वक्त एक शादी की तक्रीब है.
22:24इसलिए पैतरों को फिलहाल तुम्हारे सरों से काम चलाना पड़ेगा.
22:29आए!
22:47आप ते मुझे पीछे सोने वाले हमले से बचा लिया बाबा आपका बहुत शुक्रिया
23:04जखम को फौरी लाज की जरूरत है लाओ मुझे अपना हाथ दो गेटा
23:17आपका बहुत शुक्रिया