• 2 days ago
आज बिरज में होरी रे रसिया, आज बिरज में होरी रे रसिया ।
होरी रे होरी बरजोरी रे रसिया, आज बिरज में होरी रे रसिया ।

इत ते आये कुंवर कन्हैया, इत ते आयी राधा गोरी रे रसिया ।

कौन गाम के कुंवर कन्हैया ? कौन गाम राधा गोरी रे रसिया ।

नंदगाम के कुंवर कन्हैया, बरसाने की राधा गोरी रे रसिया ।

अपने अपने घर से निकली, कोई सांवरी कोई गोरी रे रसिया ।

बजत झांझ मृदंग ढोल ढ़प, और नगाड़े की जोड़ी रे रसिया ।

कै मन लाल गुलाल मंगायो ? कै मन केसर घोरी रे रसिया ?

दस मन लाल गुलाल मंगायो, पाच मन केसर घोरी रे रसिया ।

लली लाल मंडल विच ठाढ़े, चहुं ओरि छोरा छोरी रे रसिया ।

उड़त गुलाल लाल भये बादर, लाल लाल ब्रज खोरी रे रसिया ।

पुरुषोत्तम प्रभु कुंवर लाड़ले, चीर जीवहुं यह जोड़ी रे रसिया ।



💐🌹 *होली गीत*🌹💐

जगद्गुरु कृपालु परीषद्

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