• 7 hours ago
विक्रम पचपुटे ने विधानसभा के दौरान पनीर का एक पैकेट निकाला और उसे लेकर हंगामा खड़ा कर दिया... उन्होंने पनीर का उदाहरण देते हुए कहा कि राज्य में किसानों की स्थिति को लेकर कई मुद्दे हैं, खासकर दूध उत्पादक किसानों की समस्याओं... उनका कहना था कि पनीर का मूल्य बढ़ने से यह साफ है कि किसानों को अपनी मेहनत का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है... पचपुटे ने इस मुद्दे को उठाने के लिए पनीर को विधानसभा में लाया, ताकि वह सरकार से इस विषय में ध्यान आकर्षित कर सकें... इस बयान ने किसानों की समस्याओं को और भी तूल दिया और पनीर की कीमतों के संदर्भ में एक सामाजिक और आर्थिक बहस छेड़ी... इस अनोखी घटना ने विधानसभा में ही हंसी-मजाक का माहौल बना दिया, और साथ ही यह एक अहम सवाल भी उठाया कि किस प्रकार राज्य में किसान और दूध उत्पादक समुदाय की समस्याओं पर ध्यान दिया जा रहा है... विक्रम पचपुटे का यह कदम शायद एक प्रतीकात्मक आंदोलन था, जो उन्होंने विधानसभा में अपनी बात रखने के लिए चुना...

Category

🗞
News
Transcript
00:00अगर आप महराष्टमें रही थेक और , महराश्टमें रहकार अगर आप पनेर कहते हो , तो साऊधात
00:05यहापे विदायक , भाजपा के विदायक है विकराम पााज़ पुते
00:08इनका कहना है कि यह पनेर में मिलावट है
00:11और मिलावट पनीर खाने से क्या होता है ये आपको बताने की ज़रूरत नहीं है
00:15हमारे साथ विदाहेक है और सीधा विदाहन बाउन में
00:18ये पनीर का पैकेट है वो लेकर आयें
00:20यहाँ पे पनीर के खिलाब आवाज उठाएंगे
00:23ये पनीर में मिलावट होती है
00:25कैसे होती है, क्या होती है उनसे जान लेते हैं
00:27आपने ये पनीर लाया है
00:28क्या बताने जाता है विदाहन बाउन सट्र में
00:30नहीं ये दो पनीर, ये दो वाइट पीसेश हैं
00:33इस मेंसे एक रियल पनीर है
00:35और एक चीज अनलोग ये परड़क्ट है
00:38सब एक देखने के लिए पनीर जैसी है तुम्हारास्टर में नहीं।
00:42चीज अनलॉक बनाना लीगल है, बेचना लीगल है।
00:47लेकिन चीज अनलॉक पनीर के नाम पे बेचना इल्लीगल है।
00:50तुर्बागएवस है ये सिच्वेशन सिर्व माराश्टा में नहीं, ये पूरे भारत में हैं।
00:54चीज अनौलोग बनाने के लिए केंदर सरकार ने पर्मिशन दिये।
00:58चीज अनूलोग बनाना लीगल है, बेचना लीगल है,
01:01लेकिन चीज अनलोग पनीर के नाम पे बेचना इलीगल है।
01:05विकरम जी मेरा सवाल तो यह है कि आप सत्ताधारी पार्टी के विदायक हो
01:09तो आपको आवाज उठाने की जगए एक्शन लेना चाहिए।
01:12एक्शन गहाँ पे फिर?
01:13आवाज आपको पनीर के नाम पे बेचना इलीगल है।
01:15जब मैंने यह प्रशन उठाया था, यह प्रशन उठाते ही
01:18इमिजट एवडियाने आक्ट करना चालू किया।
01:20दुरभाग्य वाज़ से उनके पास उतना मनुशबल नहीं है।
01:23उनके पास ज़्यादा से ज़्यादा मनुशबल होना ज़रूरी है।
01:26यह छापे मारी बढ़नी चाहिए।
01:28पुना में छापे मारी हुई, चंडरपूर में छापे मारी हुई।
01:30यह दोनों जगे पे आर्टिफिशल पनीर मिला है।
01:33और कांटोम भी बहुत ज़्यादा था।
01:35एक सीधा सिंपल सवाल, अगर मुझे पनीर खरीदने जाना है,
01:38क्योंकि मैं वेजिटेरिन हूँ,
01:39अगर मुझे पनीर खाना है प्रोटीन्स मिलने के लिए,
01:41तो मैं कैसे ओरिजिनल पनीर धूंडू,
01:44या फिर कौन सी दुकार में जाओ,
01:45या कौन सा ब्रैंडएट पनीर मुझे मिलेगा।
01:47क्या पताएंगे, इसके बारे में जनता को बताएंगे।
01:49देखिए, अगर आप मार्केट से कोई भी चीज खरीदते हो,
01:53अगर आप लूस पनीर खरीदोगे,
01:55तो डेफिनेटली उसमें मिल आउट हो सकती है।
01:57लेकिन अगर आप ब्रैंडएट या फिर सील परड़क खरीदोगे,
02:01तो वो 99.9% वो पनीर होना ही चाहिए।
02:05अगर लेने से पहले एक चीज का ध्यान देना बहुत जरूरी है,
02:09एक तो आप इंग्रेटेंट लिस्ट पढ़ना चालू करो।
02:12इंग्रेटेंट लिस्ट पे अगर नाचरल पनीर होगा,
02:14तो उसमें दूद और असिट इतना ही लिखा होगा।
02:17मिल्क सॉलिट्स या असिट, इतना ही।
02:18होटेल का पनीर खाना भी हाणिकार है।
02:20चांसिस है, हम नहीं गरंटी कर सकते हैं।
02:22होटेल वाला अगर अच्छा बेशना जाता है,
02:25लेकिन उसका सॉर्स ही गलत होगा,
02:27तो आप नहीं अच्छा बेशना कर सकते हैं।
02:28देखो, अगर पनीर हम लोग घरपे बना...
02:30आवाज उठाने के बाद आपको क्या रिपले है,
02:32कि महरस्ट में, मुंबए में, पूरी तरह से
02:34बिना मिलावट वाला पनीर मिले हैं।
02:36नहीं नहीं, बहुत जेके पे है,
02:38इसमें जन जागरूती, सरकार से,
02:40जन जागरूती ही होनी चाहिए।
02:42देखिये मुझे एक बात बते, यहाँ पे आगे नुकड पे
02:44आपको पनीर सैंडविच मिलता है, पनीर टिक का
02:46रोल मिलता है, 40 रुपय में पनीर सैंडविच मिलता है,
02:48100-150 ग्राम पनीर उसमें होता है,
02:50जो पनीर बनाने के लिए, घरपे
02:52350-400 रुपय कोस्ट आता है,
02:54वो प्रोड़क्शन होने के बाद,
02:56सेलिंग, मैनिफेक्शेर का,
02:58उसका फिर जो भी डिस्ट्रिविशन कोस्ट होगा,
03:00अड़विटाजमेंट कोस्ट होगा, यह पकड़ के
03:02500 रुपय के नीचे तो पनीर नहीं विकता है,
03:04अगर नैचिनल पनीर 500 रुपय का है,
03:0640 रुपय में 100-150 ग्राम का
03:08यह पनीर सैंडविश कैसे दे सकता है,
03:10वही क्वेस्टियन है आपके लिए.
03:12आप FDA के बारे
03:14FDA के साथ जाकर कोई
03:16चापे मारी करो, क्या होगा?
03:18मैं यह चाहता हूँ
03:20कि पनीर यह लूज ना बिके,
03:22अगर बिकता है,
03:24तो उसपे कड़क कारवाई होनी चाहिए,
03:26कड़क एक्शन होना चाहिए,
03:28नॉमली क्या होता है, जहाँ पे भी कोई पकड़ा जाता है,
03:30वो मिस ब्रेंडिंग के नाम पे छोड़ जाता है,
03:32क्योंकि एनलॉक चीज बेचना लीगल है,
03:34तो वो बोलता एनलॉक चीज था, गलती से मिस ब्रेंडिंग हो गया,
03:36और उसको पनिश्मेंड में जाधा नहीं है,
03:38तो मिस ब्रेंडिंग के लिए पनिश्मेंड जाधा होनी चाहिए,
03:40आर्टिफेशल पनीर बेचने के लिए वहाँ पे,
03:44अगर कोई बेचते हुए, या फिर प्राक्शन करते हुए पकड़ा जाए,
03:48तो उसको पनिश्मेंड कम से कम,
03:50लाइफ इंप्रेजंडमें होना जरूरी है,
03:52और केंदर सरकार की तरफ से,
03:54लूज़ पनीर बेचने वालों पे स्ट्रिक एक्शन,
03:56या फिर स्ट्रिक चेक होना जरूरी है,
04:24ये देखना होगा,
04:26कैमेरा परसंद धर्मेंदर पांड़े के साथ,
04:28वैबपरब, ABP News, मुंबई.

Recommended