• 2 weeks ago
Transcript
00:00तो अपनी हालत देख, तेरी आँखे कितनी लाल हो गई है।
00:02ऐसा लगता है तू रात पर जागती रहती है।
00:04मुझे नीदी नहीं आती है।
00:06क्यूं?
00:07जब मैं सोती हूँ ना तब मुझे सपने आते हैं।
00:09मैं यह ऐस्ट्रिम नहीं खाँगी।
00:12मैं यह ऐस्ट्रिम नहीं खाँगी।
00:14अरे लेकिन क्यूं?
00:15किसी इंसान की उंगली है।
00:16उंगली? दिखाओ।
00:19और मैं जपने में जो देखती हूँ ना उसका क्यों जाते हैं।
00:22आप पता नहीं किसका सपना देखने वाली है।
00:24देवर जी, क्या देख रहे हो?
00:26कुछ ही वो इस्ट्री काफी गरम है।
00:29इस्ट्री तो गरम ही होती है।
00:32उसे थंदा करना पड़ता है।
00:36ये सपने आने ना कब बंद होंगे।
00:38पहले तुम ये जान लो।
00:40ये जो आग मुझ में है ना, वो किसी और लड़की में नहीं है।
00:44समझे तुम?
00:46चेता नई जी के सथ कौन था?
00:51चेत जीवी की सथ?
00:52चेत जी ने तो वही कप्ड़े पह्णी है,
00:54जो मेंने सपने में देखा था इसमें की स्तेदादि?
00:58उसने जरूर हमें सपने में देख लिया होगा।
01:01वो जो सपन देखती है न... सच होगा।
01:03सच होगा!
01:08और एक सपना!
01:12नवस्ते भावी जी!
01:14पूरी भावी, हमारे बिजनेस पार्टनर अमीद कुमार!
01:21नहीं भावी, ये मेरे से नहीं होगा!
01:28तुम?
01:29मैं जानता था तुम मुझसे मिलने ज़रूर आओगी!
01:34मेरा ये सपना सच नहीं हो सकता!
01:36मैं ये सपना सच होने नहीं दूँगी!
02:03पूरी भावी, हमारे बिजनेस पार्टनर अमीद कुमार!