• 2 months ago
Transcript
00:00यदा यदा ही धर्मस्यो ग्लानेर भवती भारता अप्युठानम धर्मस्यो तदातमानम स्री जाम्याव जब जब धर्म बढ़ेगा तब तब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब जब ज
00:31मैं धर्म की रक्षा करूँगा
00:34कोई तो रक्षर चुनी होगी
00:36मैं याराणी हम सबरे वास्ते
00:38मैंने नहीं जावे कोई रक्षा करूँगा
00:40अगर हो कोई ऐसा जो वैरे तल्वाने लूहे का तबा बढ़ा दे
00:46Major Abhimanyu Kanwar
00:49Major Abhimanyu Kanwar
00:51ग्यारा गोर्खा राइफिल्स के अफसर को
00:53orders ना मानने के लिए
00:55तुरंद कोट मार्शल का निर्देश देता है
00:58एक को सिर्फ एक का साथ मल जाये
01:01तो अखेला नहीं रहता है
01:04सीवा चलने में दो हफते लगेंगे
01:06मैं तो दूसरा तक यही हूँ हूँ
01:18मना किया था ना? क्यों आये हूँ?
01:20बादा किया था
01:25जादपात के प्रबंद का मैं भी सम्मान करता हूँ
01:29यही स्रिष्टी का विधान है
01:32यह सारे नियम कानून उसने बढ़ाये है
01:39जार! जार! जार!
01:44क्यों पेरों में शोद रहो?
01:45नीचे देख
01:47तो फिर लोग क्यों पढ़ाते है?
01:50कॉंसिट्यूशन की कसं क्यों खिलाते है?
01:53सीधा एरेंटबंड क्यों नहीं समझा रहे है?
01:56जगडना नहीं आता मुझे
01:59सिर्फ जंग लगनी आती है
02:02तेरे पास दो रास्ते है
02:04सुलाव या जंग
02:06तथास तू
02:17पड़िया
02:43पड़ी
02:46पड़ी
02:50मैं तो सिर्फ सार्थी हूँ
02:53चक्र लिए तोड़ने भाली
02:56हार बले हूँ
03:01मैं लड़के हारना चाहती हूँ