Veer Savarkar जैसी हस्तियों ने मराठी साहित्य को समृद्ध किया है: Narendra Modi

  • 13 hours ago
मुंबई, महाराष्ट्र: पीएम मोदी ने मुंबई में अभिजात मराठी भाषा कार्यक्रम में कहा, मराठी साहित्य की परंपरा न केवल प्राचीन है, बल्कि बहुआयामी भी है। संत तुकाराम, संत ज्ञानेश्वर, लोकमान्य तिलक और वीर सावरकर जैसी हस्तियों ने मराठी साहित्य को समृद्ध किया है। इस साहित्य ने समाज को जागरूक किया और स्वतंत्रता आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई। मराठी भाषा भारत की सभ्यता का एक अभिन्न हिस्सा है।

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00:00मराटी साहित की परंपरा क्रेवल प्राचीनी नहीं बलकी बहुँ आयामी है
00:09विनोबा भावे, स्रिपाद अम्रुद डांगे, दुर्गाबाई भागवत, बाबा अम्टे, डलिट साहित कार दया पवार, बाबा साप पुरंदरे
00:25मराटी साहित की परंपरा क्रेवल प्राचीनी नहीं बलकी बहुँ आयामी है
00:55महेश एलकुञ्चवार, साहित अकादमिक पुरसकार भिजयता नामदेव कामले, समेत सभी साहित कारों के योगदान को भी याद करूँगा
01:10आशा बागे भिजया राजाज्ञक्ष, डॉक्टर सरानु कुमार लिम्बारे, नियार्टे निर्देशेक चंदरकांद कुलकरणी, जैसे कई दिग्ग्यों ने बरसों से इसका सपना देखा था
01:24साथियों, साहित्य और संस्कृति के साथ मराटी सिनेमा ने भी हमें गवरवान्वित किया है, आज भरत में सिनेमा का जो स्वरूप है उसका आधार भी भी शांताराम और दादधा भालके जैसे हस्तियों से तयार किया था
01:44मराटी रंग मंच ने समाज के शोषीत वंचीद वर की आवाज को बुलंद किया है, मराटी रंग भूमी के दिग्गच कलाकरों ने हर मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है
02:00मराटी संगीत, लोग संगीत, लोग नुर्त की परंपराएं अपने साथ एक सम्रुद्ध विरासत लेकर आगे बढ़ रही है
02:10बाल गंदर्व, डॉक्ट पसंद राउधेश पांडे, बिमसें जोसी, सुधिर फडके, मोगुबाई कुर्डीकर, या फिर बात के युग में लतादीदी, असाताई, शंकर महदेवन, अनुरदा पुर्वाल ची, जैसे दिक्कर लोगों ने मराटी संगीत को एक अलग पह

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