बरसात के पानी से घिरे राजकीय संस्कृत स्कूल के मामले को लेकर शुक्रवार को प्रशासन जेसीबी मशीन और कार्मिकों के साथ संस्कृत स्कूल पहुंचा। जहां अधिकारियों ने जमा बरसाती पानी का निरीक्षण करके पानी निकासी के लिए कार्य शुरू करवाया। प्रशासन के पहुंचने की सूचना पर संस्कृत स्कूल के पास रहने वाले ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे, जिनके मकान पानी से घिरे होने से जर्जर होने लगे हैं। सभी ने प्रशासन के समक्ष अपनी पीड़ा बयां की। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका में 9 अगस्त के अंक में पानी से घिरा संस्कृत विद्यालय, भय के साए में विद्यार्थी व स्टाफ शीर्षक से समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। पोकरण उपखंड अधिकारी प्रभजोतसिंह गिल, तहसीलदार पारसमल राठौड़ व ग्राम विकास अधिकारी चौथाराम सोलंकी की टीम ने सुबह मौके पर पहुंच कर मौके का जायजा लिया। प्रशासन ने संस्कृत स्कूल परिसर और उसके आस पास के क्षेत्र से बरसाती पानी की निकासी का कार्य शुरू करवा दिया। गौरतलब है कि शुक्रवार को आदिवासी दिवस के अवकाश के कारण विद्यालय में शिक्षक व विद्याथीZ नहीं थे।
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