• 4 months ago
मोहनगढ क्षेत्र में सोमवार को मूसलाधार बरसात के होने से कस्बे में बाढ के हालत बन गए। कई स्थानों पर पानी भर गया। वहीं कच्चे मकान व घरों की दीवारें धराशायी हो गई। इस मूसलधार बरसात के दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय से आगे वेयर हाउस के पास िस्थत एक मुरब्बे में भी पानी भर गया। आरोप है कि मुरब्बे में पानी के भराव को देखते हुए मुरब्बा मालिक ने जेसीबी मशीन लगाकर डामरीकृत सड़क को ही तोड़ दिया। ऐसे में मुरबे में इकट्ठा हुआ पानी जवाहर नवोदय विद्यालय, पास की भाट बस्ती, भील बस्ती आदि में घुस गया। लगभग चार से पांच फीट तक पानी भर गया। जिसकी वजह से बाढ़ की िस्थति बन गई। जवाहर नवोदय विद्यालय की चार दीवारी ध्वस्त हो गई। बस्ती में बने मकानों में दरारें आ गई। नींव धंस गई। जवाहर नवोदय विद्यालय में 600 से अधिक विद्यार्थी, कर्मचारी व परिवार के सदस्य निवास कर रहे है। जिनकी मुरबा मालिक व जेसीबी संचालक ने जान जोखिम में डाल दी थी। इसी के विरोध में भाट बस्ती, भील बस्ती सहित आस पास के निवासियों की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। वेयर हाउस को जोड़ने वाली सड़क लगभग एक सौ फीट से अधिक पानी के बहाव के चलते गायब हो गई। ग्रामीणों के धरने प्रदर्शन के बावजूद मुरबा मालिक व जेसीबी संचालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों ने रोष जताया। ग्रामीणों ने बुधवार को जिला कलेक्टर के नाम पुलिस थाने में ज्ञापन सौंपा। भील व भाट बस्ती के ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय के पीछे भाट बस्ती व भील बस्ती आई हुई है। सोमवार को तेज बरसात की वजह से इस बस्ती में पानी बहुत ही ज्यादा भर गया। ऐसे में वेयर हाउस के पास आए मुरब्बे में भी पानी भर गया। अपनी फसल को बचाने के लिए मुरब्बा मालिक ने जेसीबी बुलाकर रात्रि ग्यारह बजे के बाद सड़क को तोड़ दिया। पानी के तेज बहाव के चलते सड़क एक सौ फीट से अधिक गायब हो गई। जवाहर नवोदय विद्यालय चार दीवारी क्षतिग्रस्त हो गई। भाट बस्ती व भील बस्ती में पानी भर गया। कच्चे आवास व झाेंपडियां गिर गई। कई पशु भी काल के ग्रास बन गए। कई मकानों में दरारें आग गई। कई मकानों के गिरने जैसी िस्थति बन गई। ज्ञापन मंे बताया कि पानी के तेज बहाव से जिनके मकान गिरे है व जानवरों की मौत हुई है। उनका सर्वे करवाकर आर्थिक सहायता दिलाई जाए।

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