Is Pyaar Ko Kya Naam Doon...Ek Bar Phir_|_Best Indian Drama _|_Episode 45

  • 2 months ago
Assalam O Alaikum!
In this video I am gonna tell you about "IPKKND EK BAR PHIR".
"Is Pyaar Ko Kya Naam Doon... Ek Baar Phir" is a captivating Indian drama that revolves around the lives of two central characters, Astha and Shlok. Astha is a spirited and independent young woman who believes in standing up for what is right, while Shlok is a complex individual with a mysterious past and a hardened exterior.

Set against the backdrop of modern Indian society, the show delves into the intricacies of their relationship, which is fraught with misunderstandings, challenges, and societal expectations. As Astha and Shlok navigate through the complexities of love and family, they confront their own demons and learn to reconcile their differences.

With its engaging storyline, relatable characters, and emotional depth, "Is Pyaar Ko Kya Naam Doon... Ek Baar Phir" offers viewers a heartfelt journey of love, redemption, and self-discovery. Through Astha and Shlok's journey, the show explores themes of resilience, forgiveness, and the transformative power of love, leaving audiences both entertained and inspired.
THANKS FOR WATCHING
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Transcript
00:00कोड़ा है कोड़ी मुर्गी?
00:01जिम्मत तो देखो इसकी.
00:04दुनिया भर के आरोप लगा रही है अपर.
00:10हाई अम्मे!
00:12कही ये वही लड़की नहीं है न?
00:15जिसे आप लोग के शादी कराने वाले हो?
00:23तो इसे वही लड़की नहीं है न?
00:25तो इसे बहुला रहा है आप घर में?
00:28जिसे लड़की पर ना समीज, ना लिहाज है?
00:35सुल्वा ताइ, फेरे अभी होए नहीं है.
00:39उसमें अभी वक्त है.
00:47मैं, मैं सच कह रहा हूँ.
00:49इन्होंने खुद मुझसे कहा था.
00:51तो वो अपने बात नहीं है.
00:52मैं, मैं सच कह रहा हूँ.
00:54इन्होंने खुद मुझसे कहा था.
00:55मेरा यकीन क्यों नहीं करते?
00:57मैं, मैं क्यों जूट बोलूँगी?
00:59मुझे क्या मिलेगा जूट बोलके?
01:04ताइ, मैं एक बार फिर आपसे बूच रहा हूँ.
01:08जो सच है, वो बताईए.
01:10ताइ, मैंने जो कहा, यही सच है.
01:18हो क्या गया है आपको?
01:20अब क्यों सच नहीं कह रही है?
01:24कब तक सहती रहेंगी इतनी सारी तकलीफे?
01:27सच बोलिये ना.
01:28Please, जोती ताइ, सच बोल दीजे.
01:30बस, जिस बात का प्रूफ तुम्हारे पास नहीं है.
01:32उससे बार बार कहने से या चिलने से तुम उससे सच में नहीं बदल दोगी.
02:02आटो! आटो!
02:33आस्ता रोखो. तुम मुझे से दूर क्यों भाग रहे हो?
02:35चलो, चल कर गाड़ी में बेटो.
02:40और कोई करे ना करे.
02:42At least, आप तो मेरा यकीन करते.
02:44मैं छूट नहीं कह रही, सच कह रही हूँ.
02:46जोती ताइ, अपने ससुराल में खुश नहीं है.
02:48वो लोग उन्हें बहुत तंग करते हैं.
02:50आस्ता, समझने की कोशिश कर.
02:52यह अमारे घर का ममल है.
02:53ताफी पॉस्टमल और सेंसिटिव है.
02:55इसमें दखल मत दो.
02:57लेकिन, अब तो हमारी शादी हो रही है.
03:00मेरा रिष्टा सिर्फ आप से नहीं,
03:03और मेरा रिष्टा सिर्फ आप से नहीं,
03:04आपके परिवार से चुड़ने जा रहा है.
03:07मैं आपके परिवार का हिस्सा बनने जा रही हूँ.
03:09तो क्या गलत किया मैंने?
03:11अगर मैंने आपकी बेहन की खुशी की परवा की.
03:13और मुझे सिर्फ हमारी खुशी की परवा की.
03:16मैं आपके परिवार का हिस्सा बनने जा रही हूँ.
03:22देख वाज़, अगर तुम्हें मेरी बातों का बुढ़ा लगा है,
03:26तो मैं सौरी.
03:28पर मैं नहीं चाहता, कोई भी,
03:29तुमसे कुछ भी कहते हैं और तुम्हें दुख पहुंचे.
03:34चलो, कार में चल कर बैठो.
03:38मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूँ.
03:59जब दिमाग गरम हो, तब कौफी तो विल्कुल नहीं पीणे चाहिए.
04:05पर आइसक्रीम थो खाई सकते हैं.
04:10शाय ढंडा हो जाए.
04:13तो तुम्हें जब पर्पाद तुम्हें गरम देखा,
04:15तो तुम्हें ज़िन्दा चाहिए.
04:17तुम्हें जिन्दा चाहिए.
04:18कौफी तो विल्कुल नहीं पीणे चाहिए.
04:23पर आइसक्रीम थो खाई सकते हैं.
04:27शाय ढंडा हो जाए.
04:37आप परिशान मत हो जाए.
04:40जावाई बापू से मैं बात कर लोगा.
04:43उसे जो थी सही नहीं, अब ऐसे भी माफी माँगनी होगा.
04:47और मैं उमीद करता हूँ कि ऐसा करने के लिए आप
04:50आस्था को राजी कर लेंगे.
04:52जी, साहब.
04:53साहब.
04:56साहब, अवधूच जीन अभी तक पेपर साइन नहीं किये.
04:59इसलिए जमीन की डिल रुकी हुई है.
05:08अवधूच जी अब तक अपनी जित पर आड़े?
05:10अन्जली, आप आस्था से कुछ मत कहिए.
05:15मैं देखता हूँ क्यों हो सकता है.
05:19आप अपने बेटे की शादी की तैयारिया केजी.
05:23चुब क्यों है?
05:26मैं ठीक कर रहा हूँ न, अन्जली?
05:28नहीं, नहीं.
05:30आप कभी कोई गलती कर ही नहीं सकते.
05:33बस.
05:41बुरे से बुरा मूड आइस क्रीम खाने से ठीक हो जाता है, ट्रस्ट मी.
05:45मैं भी वही कह रही हूँ, ट्रस्ट मी.
05:47आइस क्रीम तो...
05:49मुझे नहीं खाना है.
05:51ये क्या पच्पिना है? तुम्हारी प्रॉबलम क्या है?
05:59विश्वास.
06:01विश्वास.
06:03हर रिष्टे की बुनियाद होता है.
06:06मुझे आपके प्यार पर विश्वास है, इसलिए मैंने आपसे रिष्टा चोड़ा हूँ.
06:11लेकिन आपको मेरी बातों पर यकीन ही नहीं है.
06:13मैं जो कुछ भी कहरी हूँ जोति ताय के बारे में, वो सब सच है.
06:17लेकिन आपको विश्वास ही नहीं है, तो फिर इस रिष्टे का कोई मतलब ही नहीं है, न?
06:23आज ये रिष्टा तोड़ने की बात कही है तुम.
06:27आज के बात मत कहना.
06:29मेरी जिनदगी का हिस्सा हो तुम.
06:32मेरे जीने का मकसद हो तुम.
06:35समझ बाया है तुम्हारे?
06:41मैं... मैं सोरी.
06:44लेकिन आप तेरी बात का भरूसा क्यों नहीं कर रहे हैं?
06:53क्या चाहती हो तुम?
06:54मैं अपनी बैन पर बरूसा ना करके तुम पर बरूसा करूँ?
06:58लेकिन उसका कोई रीजन तो होना चाहिए.
07:01उसने साफ साफ कहा है सबके साथ कि ये सब जूत है.
07:04और बात सिर्फ मेरे यकीन करने की नहीं है.
07:06बात है पूरे परिवार के यकीन करने की.
07:25आप उस जमीन को लेकर परिशान हैं ना?
07:29आप निरंजन जी से कह क्यों नहीं देते कि ये नहीं हो सकता?
07:32कह चुका हूँ कालिंदी.
07:34साफ साफ बता चुका हूँ ने.
07:37लेकिन वो लगातार दबाव डाल रहे हैं.
07:43और अब तो higher authorities का भी pressure आ गया मुझ पर.
07:47समझ नहीं आ रहा, क्या करूँ?
07:50मुझे तो डर है कि कहीं इस बात का असर आस्था की जिन्दगी पर ना हो.
07:56अखिर वो उस घर में बहु बन के जा रही है.
08:04कालिंदी, अपने सिधान्तों के साथ कोई समझोता नहीं करूँगा मैं.
08:09लिकिन साथ ये भी उमीद करता हूँ कि
08:13मेरी इमानदारी, हमारी आस्था की खुशयों के रास्ते का काटा ना बन जाया.
08:40हलो.
08:41कैसी है तु आस्था?
08:43शादी के तैरिये तो खुश जोर शोच चल रही होगी है ना?
08:46अब तो बस तु टीवी वालों को इंट्रियूब देना सीख ले.
08:50ज्रोग से शादी हो रही है तेरी, कोई छोटी बात है क्या?
08:53आप पो शादी के तैरिये तो खुश जोर शोच चल रही होगी है ना?
08:56अब तो बस तु टीवी वालों को इंट्रियूब देना सीख ले.
09:00ज्रोग से शादी हो रही है तेरी, कोई छोटी बात है क्या?
09:03ज्रोग से शादी हो रही है तेरी, कोई छोटी बात है क्या?
09:06अरे बाई, सुरे शहर के टीवी चैनल और अकबार वाले
09:10मिसिस आस्ता अगनी ओत्री का सुआगत करने आने वाले है.
09:14जड़ा.
09:15सुमन आंटी, वो सब छूड़ी.
09:17एक बात बताईए, मेरा एक काम करेंगे.
09:19अरे, ये भी कोई बोलने की बात है जड़ा.
09:25बाई.
09:28वो साडिया हमारी रिष्टेदारों के लिए
09:31और ये सारे गिफ्पाकेट्स हमारे जानपैचान वालों के लिए.
09:34लिस्ट की साथ मैंने सारी तईयारी कर दी.
09:40वैसे, ये हार मुझे भी बहुत अच्छा लगेगा, न?
09:45पर मुझे नहीं चाहिए.
09:46मेरे पास बहुत गेहने है.
09:50और ये जो गिफ्पाकेट है, ये जोती तायी के आत्यसा सबाय के लिए.
09:57नहीं.
09:59जोती की सास के लिए ये सबसे महेंगे वाली सारी.
10:03ओके.
10:04ये हार भी उन्हीं के लिए पैक कर देना.
10:06दावई बापू के लिए हीरे की अंगुथी
10:08और चान्दी की डिनर का सेट.
10:11सुन रही हो?
10:13हो आई.
10:14आई.
10:16जोती तायी के ससुराल वाले हमसे नराज है न.
10:20इसलिए ये सारे महेंगे किफ.
10:24तो फिर आस्था के घर से भी हमें बहुत सारे किफ्स आने चाहिए.
10:27नहीं, मतलब आप भी तो नराज हैं उनसे.
10:30बतानी क्या क्या देंगे.
10:31गलत नहीं कहा सोझल बकु ने.
10:37नराज़ गी की बहुत बडी कीमत चुकानी पड़ती है.
10:43और ये बात
10:45तुम्हारे और तुम्हारे माईके वालों से ज़ादा
10:49और कौन समझ सकता है?
10:50तुम्हारे और तुम्हारे माईके वालों से ज़ादा
10:56और कौन समझ सकता है?
11:03सच कहाना, भाईनी?
11:15तेरे दुबान है या बेलगं गोड़ा?
11:17घर की बात पूरी दुनिया को बताएगे?
11:20भाई, मैंने कुछ नहीं किया.
11:22मैंने अपने घर की इज़द बचाने करें.
11:25पेछारे उस आसापो जूटा ठेरा दिया.
11:28घर में साब उस खारा जाया.
11:30ए, मुझे दुसरों से कोई मतलब नहीं.
11:33इतना याद रख, दुबारा ऐसी गलती हुई ना,
11:36तो फिर से ग्यारा दिन का निर्जल वर्त करवाँगी.
11:39समझी?
11:41सरके हिला रही है?
11:42जा, जाके खाना बना.
11:47और सुन, खाना सिर्फ मेरे लिए बनेगा.
11:50तुकल की डाल रोटी खा ले.
11:54जा मनूस.
11:58ऐयाम बे!
12:03इस वक्त कौन आया?
12:06नमस्ते जी.
12:08अजी, सट्स्रिय काले जी.
12:11अरे, कौन है आप?
12:16अरे?
12:17चलो, स्ट्रिय काले जी, लगाओ कैमेरा, कैमेरा.
12:19चली.
12:20ये किसे नेता अभी नेता का घर नहीं है,
12:22जो कैमेरे लेके गुज़ गए हो?
12:23चलो, निकला.
12:24ओजि, आंटी जी, हम लोग अब तक टैनल से आये.
12:28नाम फोट पे टीवी शो कर रहे हैं.
12:30तो तोटा एंटिवी लेना जी.
12:31मेरा?
12:32आओ जी.
12:36आपको पता नहीं?
12:37अभी तो उस शकल पे ही लिखा है.
12:39तुससे किन्नी चंगी सास हो.
12:41पता नहीं?
12:43अभी तुससे शकल पे ही लिखा है.
12:44तुससे किन्नी चंगी सास हो.
12:47वही तो टीवी पे दिखाना है.
12:49अच्छी सास.
12:52और वो है आँग.
12:56लेकिन उससे वेले
12:58एक गलास पानी मिल सकता है.
13:00हाँ, हाँ.
13:01क्यों नहीं?
13:02जोती,
13:05पानी लेकिं आना.
13:17लीजिये.
13:19थैंक यू ऐ जी.
13:21थैंक यू.
13:26सुन बई.
13:30जा बेटा, जा के आराम कर.
13:32सुबह से काम करके आप ठक गईए ना?
13:35जा जा के आराम कर.
13:37सो जा.
13:49हाँ, पुछिये.
13:51क्या पुछना है?
13:52अजी आपकी बहुँ तो बहुत सुशील है.
13:55आप बड़े लकी हो जी.
13:56इतनी प्यारी बहुँ मिली.
13:58मेरी बहुँ ये तो एक थे, बढ़काँ, एक है.
14:02पहली गरीब भर की.
14:03और दूसरी, मूफट.
14:05और तीसरी, एकड़म जगडालू.
14:09वो ता नहीं दिया हाँस तक किसी ले.
14:13लड़कियों की लैं लगा दिये हाँ.
14:16अरे मेरो बस चली...
14:17ओ, ओ, आंटी जी.
14:19तुसे ही बाग दे रहोगे?
14:20या रेकॉणिंग भी करोगे?
14:22उनको तो बोल ले तो.
14:23अरे बेटा, क्यों गुसा कर रहे हो उस पर?
14:25सच तो कह रहे हो बेचारी.
14:27अरे तीन, तीन बहुए होने के बावजूद भी
14:29इस उमर में काम कर रहे है.
14:32हम सास तो बेकार की बढ़नाम हैं.
14:34सचायी तो ये है कि आजकल की बहुए ही
14:37सारी बुराई का जड़ हैं.
14:39हैं?
14:40हाँ.
14:41सच हो, मैं भी अपनी बहुए से बहुत परेशान हूँ.
14:45दुनिया बहुर की जड़ी बुख्या खिलाते हूँ
14:47उसकी तबबेट ठीक रखने के लिए.
14:49लेकिन ये जब भी पैट से रहती है ना
14:52बस लड़की पैदा करने के लिए.
14:58बंग आ गईओ.
15:06हाँ, चलो.
15:10चलो, जा नहीं दो.
15:11रेकॉर्ड करो. हाँ.
15:12हाँ, हाँ.
15:13ओहो, इस कैमेरे को क्या हो गया?
15:14चल क्यों नहीं था?
15:15ओहो, बेडा कर, कर दिता.
15:17तुसने बैटरी, शाटरी लाना गुल गए.
15:19तुसने भी ना.
15:20अच्छट, चलो. लपेटो इसको.
15:23अंटी जी, सोरी अच्छट.
15:24सोरी जी.
15:25अंटी जी, हम ख़ला.
15:26नमस्ते जी, नमस्ते.
15:27नमस्ते, बाई, बाई.
15:33अगर आज था वो तमाशा नहीं करती
15:35तो जोती को इतनी जल्दी वापस नहीं जाना पड़ता.
15:38कुछ दिन और मेरे साथ रहती वो.
15:46नहीं आए ना वो?
15:49मुझे पता था
15:51इतना बड़ा छोट बोलने के बाद किस मुझ इसे आईगी?
15:55मैं आ गई हूँ, सासु बाई.
16:02मैं सोरी, मैं आपकी इजाज़त के बगएर यहां से चली गई थी.
16:06लेकिन मैं भागने वालों में से नहीं हूँ.
16:12अपने सच का सभूत मैं साथ ले कर आया.
16:14इसे देखकर आपको यकीन हो जाएगा कि मैं जूट नहीं बोल रही थी.
16:22मेरे लिए मेरे हुने वाले पती का विश्वास जीतना बहुत सरूरी है.
16:35चली, मैं आप सबको पूरा सच दिखाते हूँ.
16:44बहुत सुशील है आपकी भू होगी.
16:47मेरी भूவे तो एक से बढ़का एक है.
16:49मेरा बचक हो आंती जी, बाग देर रहोगे?
16:53बेटा, ज्यो डाट रहे हो उसको?
16:55पिछले सच तो कह रही है.
16:57आररे फिन-फिन भूवे होने के बावच्यत बीं
16:59मेरी बहुवे तो एक से बड़का एक हैं.
17:02मेरा बच्चा...
17:03ओ, आंटी जी, तुसी बाग दे रहोगे?
17:06बेड़ा, जो डाट रहे हो उसको?
17:08बेचाने सच तो कहरी है.
17:10तीन तीन बहुवे होने के बावचुत भी
17:12इस उमर में काम कर रही है.
17:14सच हो, मैं भी अपनी बहुँ से बहुत परिशान हूँगे.
17:24दुनिया बर की जड़ी-बुद्या खिला किया हूँ
17:26उसकी तबद ठीक रखने के लिए.
17:28लेकिन ये जब भी पेट से रखी है ना,
17:30बस लड़की पैदा करने के लिए.
17:44ये क्या नया नाटक है तुम्हारा?
17:48आपको अभी विश्वास नहीं हो रहा?
17:50जोती ताई सच में बहुत दुखी है.
17:52बहुत मुश्किलों का सामना कर रही है.
17:54उन्हें हमारी मदद की ज़रूरत है.
17:57तुम अपने काम से काम रखो.
18:00जोती बहु है उस घर की.
18:03हर परिवार में थोड़ी बहुत परिशानी होती है.
18:06लेकिन रिष्ता तोडना उसका हल नहीं है.
18:11और निकानी लिए जिन से लुक्ष्न में बहुत हुआ.
18:13उसरों की जिन्दगी में दखल देना बनकर दो, आस्था.
18:19जोती बहुँ है उस घर की.
18:21हर परिवार में थोड़ी बहुत परिशानिया होती है.
18:24लेकिन रिष्ता तोड़ना उसका हल नहीं है.
18:29पर औरद को सहनशील होना पड़ता है.
18:32जोती समझदार है, वो अपनी ग्रहस्ति कुछ संभाल लेकिं.
18:43देखे, प्लीज बुरा मत मानें.
18:47लेकिन मेरी होने वाली नहनत इतनी परिशान है,
18:49इतनी तकलीफे जहेल रही है.
18:53और ये सब कुछ मैं अन्देखा करके
18:55अन्देखा करके अपनी जिन्दिकी की नई शुरुआत कैसे कर सकती हूँ?
19:01मैं सोरी, लेकिन जब तक जोती तायी की सारी परवलम
19:04सौल्व नहीं हो जाती, मैं ये शादी नहीं कर सकती.
19:25देखा ऐ? शादी हुई नहीं कि शादी तोड़ने की धम्की?
19:31सो जा.
19:33अगर बात समझ में नहीं आती
19:34तो उसका गल्ला पता भी निकालने की ज़रूप नहीं किया.
19:38वो धम्की नहीं दे रही.
19:39वो हमारी बेन की खुश्यों के लिए बात किया रही.
19:42वो धम्की नहीं दे रही.
19:43वो हमारी बेन की खुश्यों के लिए बात किया रही.
19:46समाच सेवा हो गई?
19:49आता जा घरी.
19:54ये हमारे घर का मामला है.
19:56तुम्हारे घर का नहीं.
20:00पूपू, मैं शीरा बना दू?
20:04नको, बहुत मू मीठा करवा चुके हो.
20:07आता जा.
20:21वाहिनी, सुलबा ताही को फोन लगाओ.
20:24अब ही.
20:27उनसे कहो कि शादि की कोई रसं पूरी करनी है.
20:29जल्दी आए.
20:31कोई जरूरत नहीं है फोन करने की.
20:37फोन कर.
20:49फोन करो, सोझल.
20:52वाहिनी, फोन लगाओ.
21:07हलो, सुलबा ताही.
21:11जी, मैं सोझल बोल रही हूँ.
21:12नमस्कार.
21:14वो, क्या आप जल्दी से घर आ सकते हैं?
21:17हाँ, वो, शलोक बाहुजी की शादि की कोई रसं पूरी करनी थी.
21:21जी.
21:36शादि से पहले एक बार
21:40शलोक का अतीत चाहिए, जी.
22:06करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के लिए करने के

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