ये बॉल नहीं बील हैं साब
पतझड के बाद पेड़ की डालियों में लगे गोल फल राहगीरों के गेंद होने का आभास करा बरबस आकर्षित कर रहे हैं। भगवान शिवजी पूजा की पूजा के मुख्य घटक बील्व पत्र के वृक्षों में इन दिनों फल लग रहे हैं। जो लू के थपेड़ों के साथ पकते हैं और औषधीय गुणकारी होते हैं। पत्तों रहित पेड़ की टहनियों पर लटके बील्व फल दूर से हरे रंग की गेंंद प्रतीत होते हैं। हिण्डौनसिटी रेलवे स्टेशन पर रेलवे कॉलोनी में जीआरपी चौकी के प्रांगण में फलों से लकदक बील्व पत्र का पेड़।
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