शरीर माने मृत्यु || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2014)

  • 2 months ago
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वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 16.11.2014, (अद्वैत बोधस्थल) नॉएडा, उत्तर प्रदेश, भारत

प्रसंग:
~ शरीर का महत्व कितना है जीवन में?
~ क्या शारीरिक मृत्यु के बाद भी कोई जीवन है?
~ मृत्यु का मनुष्य के जीवन से क्या सम्बन्ध है?
~ मनुष्य का कर्तव्य क्या है?
~ जिसने देह पकड़ रखी हो उसके लिए क्या कह रहे हैं कबीर साहब?


दोहा:
देह धरे का गुन यही, देह देह कछु देह |
बहुरि न देही पाइए, अबकी देह सो देह || ( गुरु कबीर)

संगीत: मिलिंद दाते
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