ek aisa kalakalar jiski haatho me wo jadu tha jiske haatho ne jis bhi sadharan se dikhne wale ke chehre per apna makeup brush ghoomaya wo
wo chehra दिलीप कुमार, राज कपूर, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, सलमान और शाहरुख खान
aur मधुबाला, नूतन, नरगिस, मीना कुमारी, sridevi माधुरी दीक्षित ऐश्वर्या रॉय ke roop me hindi cinema ke parde per darshkon ko unke roop ne mantrmugdh kar diya aur dekhte hi dekhte wo super se bhi uper ka star ho gaye
1948 में बिना किसी इरादे से मेकअप की दुनिया में आए पंढ़री दादा के काम की सिफ़ारिश मशहूर अदाकरा नरगिस ने की थी.
'झनक झनक पायल बाजे', चित्रलेखा, ताजमहल, नूर जहां, नील कमल, काला पत्थर, शोले, नागिन मिस्टर इंडिया, दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे जैसी 500 से भी अधिक फ़िल्मों में मेकअप से चरित्रों को नया रंग देने वाले पंढ़री दादा के हाथों ने बहुत से कलाकारों को संवारा है जो भारतीय सिनेमा में मील का पत्थर साबित हुए.
नमस्कार दोस्तों आप देख रहे हैं गोल्डन मोमेंट्स और मैं हूं आपका होस्ट और दोस्त विजय पांडे
आज के वीडियो में हम बात करेंगे एक ऐसे नायब फंकार की जिसके हाथो के जादू ने एक साधरण से देखने वाले चेहरे को सुपरस्टार बनाया दिया
वो सुपरस्टर जो बाद में सदी का महानायक बना लेकिन उस फनकार के किये मेकअप को तजा रखने के लिए 6 दिन तक बिना नहाए रहना पड़ा , जी हाँ हम अमिताभ बच्चन की
वो फ़ंकार जिसको अपने हाथों के जादूगरी पर इतना भरोसा था की एक फिल्म निर्देशक ने एक लड़की को अपने फिल्म में लेने से इन्कार करदिया है फंकार ने आधा घंटा का वक्त मांगा
और आधे घंटे में जिस लड़की को मेकअप कर के लाया गया, वो फिल्म निर्देशक जिसे हमने लड़की को अपनी फिल्म में लेने से मन कर दिया था उसे अपनी फिल्म में हेरियन
रख लिया वो लड़की बॉलीवुड की डांसिंग क्वीन माधुरी दीक्षित थी
और वो फ़िल्म निर्देशक थे राज कपूर के बाद के शो मैन सुभाष घई
और वो फनकार थे मेकup के दुनिया के guru dron पंढरी जुकर , जानेंगे इस दिलचस्प शख्सियत को जिसको हिंदी सिनेमा को नरगिस ने ये नायाब तौफा दिया था
पंढ़री जुकर हिंदी सिनेमा के वो मेकअप आर्टिस्ट the जिन्होंने 60 साल इंडस्ट्री को दिए.
ब्लैक एंड व्हाइट फ़िल्मों से अपना करियर शुरू करने वाले जुकर को सब पंढ़री दादा के नाम से जानते हैं.
फ़िल्मी दुनिया में तीन दशक तक मेकअप का काम करने वाले पंढ़री दादा मेकअप के काम से उतना ही प्यार करते the जितना उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में जाने-माने निर्माता, निर्देशक और अभिनेता वी शांताराम का मेकअप करते हुए महसूस किया था.
1948 में बिना किसी इरादे से मेकअप की दुनिया में आए पंढ़री दादा के काम की सिफ़ारिश मशहूर अदाकरा नरगिस ने की थी.
इनमें मीना कुमारी, मधुबाला, नूतन, दिलीप कुमार, राज कपूर,अशोक कुमार, देव आनंद, राजेश खन्ना, सुनील दत्त, अमिताभ बच्चन, राज कुमार, शाहरुख़ ख़ान, आमिर ख़ान, करीना कपूर, विद्या बालन और माधुरी दीक्षित जैसे कई सितारे हैं.
घर के हालात ने बनाया मेकअप आर्टिस्ट
कई पुरस्कारों से सम्मानित पंढ़री ko मेकअप आर्टिस्ट बनने का कोई इरादा नहीं था, क्योंकि unhe ये लाइन पसंद नहीं थी. unke पिता को भी सबने यही कहा था कि ये लाइन अच्छी नहीं है लेकिन घर के हालात बिल्कुल ठीक नहीं थे. unki ग़रीबी देखते हुए मेकअप आर्टिस्ट बाबा वर्धन, jo unke पड़ोसी थे, उन्होंने apne साथ जुड़ने का सुझाव दिया."
"राजकमल स्टूडियो में जो भी फ़िल्म बनती pandhuri dada सभी कलाकारों का मेकअप करने lage . इस काम के लिए unhe 7
wo chehra दिलीप कुमार, राज कपूर, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, सलमान और शाहरुख खान
aur मधुबाला, नूतन, नरगिस, मीना कुमारी, sridevi माधुरी दीक्षित ऐश्वर्या रॉय ke roop me hindi cinema ke parde per darshkon ko unke roop ne mantrmugdh kar diya aur dekhte hi dekhte wo super se bhi uper ka star ho gaye
1948 में बिना किसी इरादे से मेकअप की दुनिया में आए पंढ़री दादा के काम की सिफ़ारिश मशहूर अदाकरा नरगिस ने की थी.
'झनक झनक पायल बाजे', चित्रलेखा, ताजमहल, नूर जहां, नील कमल, काला पत्थर, शोले, नागिन मिस्टर इंडिया, दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे जैसी 500 से भी अधिक फ़िल्मों में मेकअप से चरित्रों को नया रंग देने वाले पंढ़री दादा के हाथों ने बहुत से कलाकारों को संवारा है जो भारतीय सिनेमा में मील का पत्थर साबित हुए.
नमस्कार दोस्तों आप देख रहे हैं गोल्डन मोमेंट्स और मैं हूं आपका होस्ट और दोस्त विजय पांडे
आज के वीडियो में हम बात करेंगे एक ऐसे नायब फंकार की जिसके हाथो के जादू ने एक साधरण से देखने वाले चेहरे को सुपरस्टार बनाया दिया
वो सुपरस्टर जो बाद में सदी का महानायक बना लेकिन उस फनकार के किये मेकअप को तजा रखने के लिए 6 दिन तक बिना नहाए रहना पड़ा , जी हाँ हम अमिताभ बच्चन की
वो फ़ंकार जिसको अपने हाथों के जादूगरी पर इतना भरोसा था की एक फिल्म निर्देशक ने एक लड़की को अपने फिल्म में लेने से इन्कार करदिया है फंकार ने आधा घंटा का वक्त मांगा
और आधे घंटे में जिस लड़की को मेकअप कर के लाया गया, वो फिल्म निर्देशक जिसे हमने लड़की को अपनी फिल्म में लेने से मन कर दिया था उसे अपनी फिल्म में हेरियन
रख लिया वो लड़की बॉलीवुड की डांसिंग क्वीन माधुरी दीक्षित थी
और वो फ़िल्म निर्देशक थे राज कपूर के बाद के शो मैन सुभाष घई
और वो फनकार थे मेकup के दुनिया के guru dron पंढरी जुकर , जानेंगे इस दिलचस्प शख्सियत को जिसको हिंदी सिनेमा को नरगिस ने ये नायाब तौफा दिया था
पंढ़री जुकर हिंदी सिनेमा के वो मेकअप आर्टिस्ट the जिन्होंने 60 साल इंडस्ट्री को दिए.
ब्लैक एंड व्हाइट फ़िल्मों से अपना करियर शुरू करने वाले जुकर को सब पंढ़री दादा के नाम से जानते हैं.
फ़िल्मी दुनिया में तीन दशक तक मेकअप का काम करने वाले पंढ़री दादा मेकअप के काम से उतना ही प्यार करते the जितना उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में जाने-माने निर्माता, निर्देशक और अभिनेता वी शांताराम का मेकअप करते हुए महसूस किया था.
1948 में बिना किसी इरादे से मेकअप की दुनिया में आए पंढ़री दादा के काम की सिफ़ारिश मशहूर अदाकरा नरगिस ने की थी.
इनमें मीना कुमारी, मधुबाला, नूतन, दिलीप कुमार, राज कपूर,अशोक कुमार, देव आनंद, राजेश खन्ना, सुनील दत्त, अमिताभ बच्चन, राज कुमार, शाहरुख़ ख़ान, आमिर ख़ान, करीना कपूर, विद्या बालन और माधुरी दीक्षित जैसे कई सितारे हैं.
घर के हालात ने बनाया मेकअप आर्टिस्ट
कई पुरस्कारों से सम्मानित पंढ़री ko मेकअप आर्टिस्ट बनने का कोई इरादा नहीं था, क्योंकि unhe ये लाइन पसंद नहीं थी. unke पिता को भी सबने यही कहा था कि ये लाइन अच्छी नहीं है लेकिन घर के हालात बिल्कुल ठीक नहीं थे. unki ग़रीबी देखते हुए मेकअप आर्टिस्ट बाबा वर्धन, jo unke पड़ोसी थे, उन्होंने apne साथ जुड़ने का सुझाव दिया."
"राजकमल स्टूडियो में जो भी फ़िल्म बनती pandhuri dada सभी कलाकारों का मेकअप करने lage . इस काम के लिए unhe 7
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