Janmashtami 2021 : जन्माष्टमी व्रत में सूर्यास्त के बाद क्यों नहीं पीते है पानी? | Boldsky

  • 3 years ago
देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशी में मंदिरों को सजाया जाता है. श्री कृष्ण के जन्म के समय रात्रि 12 बजे तक लोग जागरण करते हैं और भगवान श्री कृष्ण और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दिन बाल गोपाल के जन्म दिवस पर लोग उपवास करते हैं. हिंदू धर्म में जन्माष्टमी के व्रत का भी बड़ा महत्व है. पूरा दिन फलाहार करते हैं. और रात 12 बजे भगवान के जन्म के बाद व्रत पारण करते हैं. इस दिन व्रत रखने वाले के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है.

The festival of Janmashtami is celebrated with great enthusiasm across the country. Temples are decorated on this day in the joy of the birth of Lord Shri Krishna. At the time of the birth of Shri Krishna, people do Jagran till 12 o'clock in the night and worship Lord Shri Krishna and Mother Lakshmi. People fast on this day on the birthday of Bal Gopal. Janmashtami fasting also has great importance in Hinduism.

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