जनता सड़कों पर आती है तो गद्दी छोड़कर भाग जाते हैं तानाशाह- अरविन्द सिंह गोप

  • 4 years ago
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के आह्वाहन पर आज समजवादियो बाराबंकी में धरना प्रदर्शन किया । समाजवादी पार्टी के नेताओ ने योगी और मोदी सरकार को चेतावनी दी कि वह हठधर्मिता के दम पर किसानों की आवाज को दबा नही सकते । जब तक सरकार किसानों के लिए लाए गए तीन काले कानूनों को वापस नही लेती तब तक वह चैन से नही बैठेंगे और सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे । समाजवादियों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी पुलिस के दम पर समाजवादियों की आवाज को दबाना चाहते है जो सफल नही होगा ।

बाराबंकी जनपद में आज समाजवादियों ने केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों के खिलाफ धरना देकर किसानों के समर्थन में आवाज उठाई । बाराबंकी के गाँधी भवन में गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठे एमएलसी राजेश यादव ने कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से किसानों के समर्थन में धरना देना चाहते थे मगर योगी सरकार हमारे इस लोकतांत्रिक अधिकार को भी छीनना चाहती है । लेकिन वह समाजवादी लोग है और झुकने वाले नही है हम किसानों की पार्टी है और किसानों की लड़ाई में अन्तिम समय तक साथ है । केन्द्र की सरकार ने जो किसानों के विरुद्ध तीन काले कानून लेकर आई है इसे वापस लेना ही पड़ेगा ।

नगर के छाया चौराहे पर धरना दे रहे बाराबंकी से सदर विधायक धर्मराज उर्फ सुरेश यादव ने बताया कि हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वाहन पर केवल धरना देने चाहते थे मगर योगी की पुलिस उन्हें घरों में कैद कर रही थी । वह घर के पिछले हिस्से से कूद कर आये है और धरना दे रहे हैं । हम किसानों के समर्थन में है और उनकी यह लड़ाई हम लड़ते रहेंगे अगर सरकार न मानी तो सड़क जाम करेंगे , सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे ।

अपने आवास के बाहर समर्थकों के भारी हुजूम के साथ धरने पर बैठे उत्तर प्रदेश के पूर्व काबीना मन्त्री और समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार किये जाने वाले अरविन्द सिंह गोप ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में आज पूरे प्रदेश में समाजवादी धरने पर है , हम शान्ति पूर्ण धरना देने चाहते है और यह सरकार पुलिस के दम पर आंदोलन को दबाना चाहती है हम सभी गिरफ्तार है हमारे सभी नेता और पूर्व विधायक गिरफ्तार है । हम किसानों की लड़ाई को अन्तिम दम तक लड़ते रहेंगे और यह चेतावनी हम सरकार को देना चाहते हैं । सरकार को याद रखना चाहिए कि जब लोकतंत्र में जनता सड़कों पर आती है तो बड़े - बड़े तानाशाहों को भी गद्दी छोड़ कर भागना पड़ा है ।